बलरामपुर- आर्य समाज स्थापना के 150 वर्ष पूरे होने पर आर्य वीर दल शिविर कार्यालय ओम भवन बलरामपुर में 16 मार्च से चल रहे हैं नव वर्ष उत्सव के आठवें दिवस पर वेद वेदांग विद्यापीठ गुरुकुल धनपतगंज के ब्रह्मचारियों द्वारा ऋग्वेद परायण यज्ञ का आरंभ किया गया तथा भगत सिंह बलिदान दिवस मनाया गया। हवन में 64 प्रकार की जड़ी बूटियां से निर्मित हवन सामग्री द्वारा हवन किया गया! आर्य वीर दल उत्तर प्रदेश के प्रचार मंत्री अशोक कार्य ने बताया कि यज्ञ देवताओं का मुख है! इसलिए यज्ञ में आहुति देने से सभी 33 कोटि के देवताओं  का पूजन हो जाता है! आर्य जी ने   "यज्ञ भगवान 33 कोटि देवमुख आप" भजन सुना कर वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया। वेद वेदांत विद्यापीठ गुरुकुल धनपतगंज सुल्तानपुर से आए हुए ब्रह्मचारी प्रवेश आर्य ने सरदार भगत सिंह बलिदानी दिवस पर "कौम के ख़ादिम है तकरीर वंदे मातरम - है इधर भी बेकसों का तीर वंदे मातरम" देश भक्ति गीत सुनाते हुए बताया कि सरदार भगत सिंह जैसे 85% क्रांतिकारी महर्षि दयानंद के अनुयाई थे। 
       यज्ञ हवन प्रवचन और भजन का कार्यक्रम प्रतिदिन प्रात काल 7:00 बजे और शाम को 5:00 से होता रहेगा!25 मार्च को बलिदानी पार्क बलरामपुर में हरिद्वार से आए हुए  स्वामी वेद अमृतानंद सरस्वती की अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारियों के बीच वेद गोष्टी तथा मीडिया बन्धुओं के सम्मान समारोह का कार्यक्रम सुनिश्चित है! इसके बाद  27 मार्च से गुरुकुल श्रावस्ती विद्या श्री विद्यालय में आर्य वीरों के शस्त्र और शास्त्र का प्रशिक्षण आरंभ  हो जाएगा जिसका समापन व शौर्य प्रदर्शन 3 अप्रैल को होगा। 3 अप्रैल को ही ओम भवन बलरामपुर में ऋग्वेद परायण  यज्ञ का भी समापन  होगा!इस बीच 29 मार्च को उत्तर प्रदेश के सभी कमिश्नरी तथा जिला संचालकों सहित संपूर्ण भारत देश तथा नेपाल देश के आर्यवीर गुरुकुल श्रावस्ती  पहुंचेंगे। 
       चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तदनुसार  30 मार्च को  श्रावस्ती गुरुकुल से बलिदानी पार्क बलरामपुर तक  21 किलोमीटर लंबी  शोभायात्रा निकाली जाएगी जिसमें एक सचल यज्ञशाला की भी व्यवस्था रहेगी जिसमें लगातार वेद मंत्रो से आहुतियां डाली जाएगी और पूर्णाहुति  बलिदानी पार्क में होगा। 
    देवी पाटन मंडल के कमिश्नर श्री शशि भूषण लाल "सुशील" शोभा यात्रा को हरी झंडी देंगे। 21 किलोमीटर की ऐतिहासिक शोभायात्रा मार्ग में  21 स्वागत स्थल सुनिश्चित किए गए हैं जहाँ पर जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, समाजसेवियों तथा उपस्थित सनातन प्रेमियों द्वारा आहुतियां डाली जाएगी तथा शौर्य प्रदर्शन कर रहे छोटे-छोटे आर्य वीर वीरांगनाओं का पुष्प वर्षा तथा सूक्ष्म जलपान आदि द्वारा स्वागत तथा उत्साहवर्धन  किया जाएग। 
 *जनवरी में न बौराएंगे!*
 *अपना नववर्ष मनाएंगे!!*
 *दारू ना हाथ लगाएंगे!*
 *हवन पूजन से नव वर्ष मनाएंगे!!*
 *दारू से गंदा होता मन!*
*हवन से शुद्ध होता पर्यावरण!!* 
*अब हम अंग्रेजों के नहीं गुलाम!*
 *जनवरी से हमारा क्या अब काम!!*
    आदि उद्घोष के साथ उद्घाटन सत्र का समापन हुआ ! कार्यक्रम में  अरुण कुमार शुक्ल, दुष्यंत शुक्ला, सत्यम आर्य, विष्णु आर्य, डॉ दिनेश मिश्रा, डॉ. सविता मिश्रा, सरिता तिवारी, वृंद तिवारी,देवव्रत, आर्यव्रत, सत्यार्थ, सत्यार्थी उपस्थित रहे!

        हिन्दी संवाद न्यूज से
          रिपोर्टर वी. संघर्ष
            बलरामपुर। 

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