औरैया // कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा अछल्दा ब्लॉक सभागार परिसर में प्रसार कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का किया गया आयोजन प्रशिक्षण कार्यक्रम का विषय विभिन्न आयु वर्ग की महिलाओं के लिए आहार प्रबंधन एवं पोषण सुरक्षा में न्यूट्री गार्डन की भूमिका रही प्रशिक्षण कार्यक्रम आंगनबाड़ी केंद्र की सीडीपीओ श्रीमती उमाकांति की अध्यक्षता में कराया गया प्रशिक्षण में उपस्थित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ उद्यान वैज्ञानिक डॉक्टर आई पी सिंह ने बताया कि महिलाओं के घर के आसपास सब्जियों व फलों के छोटे पौधों को लगाने के लिए इच्छा शक्ति को विकसित करना चाहिए ताकि भोजन में ताजे फल व सब्जियों को शामिल कर सके इसे पोषण तत्व जैसे विटामिन एवं खनिज तत्व शरीर के विभिन्न अंगों को स्वास्थ्य एवं सुदृढ़ बनाने में मदद करते हैं प्रशिक्षण कार्यक्रम की आयोजिका डॉक्टर रश्मि यादव ने महिलाओं को पोषण वाटिका के लिए स्थान एवं मिट्टी का चुनाव करते समय किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए आदि पर विशेष चर्चा की साथ ही साथ वाटिका का वैज्ञानिक प्रबंधन जैविक खाद को व गृह वाटिका को किस स्थान पर किस प्रकार बनाया जाए व जगह न होने पर घर में बोरी या पॉलीबैग में किस आकार के पात्र में कौन सा पौधा रोपित किया जाए आदि पर प्रकाश डाला साथ ही उन्होंने पोषण वाटिका हेतु मौसमी सब्जियों के बीज भी उपलब्ध कराए वहीं कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यक्रम सहायक डॉक्टर अंकुर झा ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को फल एवं सब्जियों के पौधों में लगने वाले विभिन्न किट के उपचार की जैविक विधि जैसे नीम की खली उपलों की राख, जीवामृत एवं घन जीवामृत आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया कार्यक्रम में आंगनबाड़ी केंद्र की मुख्य सेविका श्रीमती मीरा,अतुल कुमार एवं कृषि विज्ञान केंद्र के नरेंद्र पाल व विवेक सिंगर आदि उपस्थित रहे "कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम महिलाओं के लिए आहार प्रबंधन एवं पोषण सुरक्षा में न्यूट्री गार्डन की भूमिका पर केंद्रित था,, जिससे उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सके।
ब्यूरो रिपोर्ट :- जितेन्द्र कुमार
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