आर्य वीर दल के शिविर कार्यालय ओम भवन बलरामपुर में हवन पूजन के साथ नव वर्ष उत्सव 1,96,08,53,126 का शुभारंभ हुआ। आर्य वीर दल उत्तर प्रदेश के मंत्री चंद्र केतु आर्य ने बताया कि इस वर्ष जहां महर्षि दयानंद की 200वीं जयंती का समापन हो रहा है तो वही आर्य समाज स्थापना का 150 वां वर्ष आरंभ हो रहा है जिसके उपलक्ष्य में जहां पूरे विश्व में विविध कार्यक्रम हो रहे हैं तो वहीं देवीपाटन मंडल में भी वृहद कार्यक्रम तैयार किया गया है। उसी के तहत आज  नव वर्ष उत्सव  यज्ञ  का शुभारंभ किया गया है!  23 मार्च से वेद वेदांग विद्यापीठ गुरुकुल धनपतगंज के ब्रह्मचारियों द्वारा ऋग्वेद परायण यज्ञ आरंभ किया जाएगा व 25 मार्च को बलिदानी पार्क बलरामपुर में IAS व पूर्व कमिश्नर स्वामी वेद अमृतानंद सरस्वती की अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारियों के बीच वेद गोष्टी तथा मीडिया बन्धुओं के सम्मान समारोह का कार्यक्रम सुनिश्चित है! इसके बाद  27 मार्च से गुरुकुल श्रावस्ती विद्या श्री विद्यालय में  आर्य वीरों के शस्त्र और शास्त्र का प्रशिक्षण आरंभ हो जाएगा जिसका समापन व शौर्य प्रदर्शन 3 अप्रैल को होगा  ! इस बीच 29 मार्च को उत्तर प्रदेश के सभी कमिश्नरी तथा जिला संचालकों सहित संपूर्ण भारत देश तथा नेपाल देश के आर्यवीर गुरुकुल श्रावस्ती  पहुंचेंगे जहां आचार्य देवव्रत जी लघु गुरुकुल लगाकर आर्य प्रशिक्षण देंगे। 
       चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तदनुसार  30 मार्च को  श्रावस्ती गुरुकुल से बलिदानी पार्क बलरामपुर तक  21 किलोमीटर लंबी  शोभायात्रा निकाली जाएगी जिसमें एक सचल यज्ञशाला की भी व्यवस्था रहेगी जिसमें लगातार वेद मंत्रो से आहुतियां डाली जाएगी और पूर्णाहुति  बलिदानी पार्क में होगा!
    देवी पाटन मंडल के कमिश्नर श्री शशि भूषण लाल "सुशील" शोभा यात्रा को हरी झंडी देंगे। 
     21 किलोमीटर की ऐतिहासिक शोभायात्रा मार्ग में  21 स्वागत स्थल सुनिश्चित किए गए हैं  जहाँ पर जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, समाजसेवियों तथा उपस्थित सनातन प्रेमियों द्वारा आहुतियां डाली जाएगी तथा शौर्य प्रदर्शन कर रहे छोटे-छोटे आर्य वीर वीरांगनाओं का पुष्प वर्षा तथा सूक्ष्म जलपान आदि द्वारा स्वागत तथा उत्साहवर्धन  किया जाएगा। 
 उद्घाटन में आए हुए सभी यज्ञ प्रेमियों  को *"महर्षि दयानंद द्विजन्म शताब्दी शोभायात्रा"* हेतु तैयार किया गया विशेष टी-शर्ट तथा नववर्ष स्वागत किट भेंट किया गया! टी-शर्ट में हृदय पर ईश्वर का मुख्य नाम ओम, भगवान राम, भगवान कृष्ण व महर्षि दयानंद का चित्र तथा पीठ पर पृथ्वी पर फहराता हुआ ओम ध्वज अंकित है। 
      स्वागत किट से प्राप्त *"ओम ध्वज"* को 30 मार्च को शोभायात्रा में लेकर चलना है तत्पश्चात अपने घर के सबसे ऊंचे स्थान पर फहराना है तथा 64 प्रकार की दिव्य जड़ी बूटियां से तैयार की गई *"हवन सामग्री"* में अपने घर से घी और पंचमेवा मिला कर शोभायात्रा के दिन सचल यज्ञशाला के प्रज्वलित  हवन कुंड में आहुति देना है!
 *जनवरी में न बौराएंगे!*
 *अपना नववर्ष मनाएंगे!!*
 *दारू ना हाथ लगाएंगे!*
 *हवन पूजन से नव वर्ष मनाएंगे!!*
 *दारू से गंदा होता मन!*
*हवन से शुद्ध होता पर्यावरण!!* 
*अब हम अंग्रेजों के नहीं गुलाम!*
 *जनवरी से हमारा क्या अब काम!!*
    आदि उद्घोष के साथ उद्घाटन सत्र का समापन हुआ ! कार्यक्रम में स्वामी आत्मानंद, मदन गोपाल शास्त्री, संदीप मिश्र,अरुण कुमार शुक्ल, सहज रामगिरी, राम मनि सोनकर, संतोष आर्य, अनिल शर्मा, अभिराम शर्मा तथा मीडिया के कई बंधु उपस्थित रहे। 

        हिंदी संवाद न्यूज से
         रिपोर्टर वी. संघर्ष
          बलरामपुर। 

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