बर्न वार्ड में एसी सहित आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करें – डीएम
-जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में 28 बिंदुओं पर हुई चर्चा,
- डीएम ने दिए कड़े निर्देश
बहराइच । कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन अभियान, राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन अभियान, दृष्टि दोष नियंत्रण कार्यक्रम, आयुष्मान भारत योजना, वित्तीय प्रगति, ई-संजीवनी, जन्म-मृत्यु पंजीकरण, मातृत्व स्वास्थ्य, एफआरयू (फर्स्ट रेफरल यूनिट) और परिवार नियोजन सहित कुल 28 बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
क्षय रोग उन्मूलन अभियान में प्रगति की समीक्षा-
बैठक में पिछली बैठक के अनुपालन की समीक्षा में पाया गया कि एक्स-रे की संख्या में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है। पहले जहां यह संख्या मात्र 3,700 थी, अब बढ़कर 60,000 तक पहुंच गई है। हालांकि, क्षय रोग उन्मूलन अभियान में शिवपुर, बलहा और महसी ब्लॉक की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई और इसमें शीघ्र सुधार के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनाने की धीमी प्रगति पर संबंधित अधिकारियों को चेतावनी दी और जल्द से जल्द आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पात्र लाभार्थियों तक योजना का लाभ पहुंचाना प्राथमिकता है।
नेटवर्क की समस्या के लिए लगवाएं बूस्टर-
ई-संजीवनी की धीमी प्रगति का कारण नेटवर्क की समस्या बताते हुए जिलाधिकारी ने ऐसे सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर बूस्टर लगाने के निर्देश दिए, ताकि लाभार्थियों को टेलीमेडिसिन सेवाओं का सुचारू रूप से लाभ मिल सके।
जिलाधिकारी ने निष्क्रिय आशा कार्यकर्ताओं को हटाने की प्रगति जानी और एमसीपी कार्ड छपवाकर सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने के आदेश दिए। इस संबंध में सीएमओ ने 29 मार्च तक कार्य पूरा करने का आश्वासन दिया।
गर्मी में अग्निकांड से निपटने की तैयारी के निर्देश-
गर्मी के मौसम को देखते हुए जिलाधिकारी ने सभी सीएचसी अधीक्षकों को निर्देश दिए कि बर्न वार्ड में एसी सहित आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी आपदा की स्थिति में सभी विभाग मौके पर पहुंचकर सहयोग करें।
संचारी रोग नियंत्रण अभियान की तैयारी पूरी-
बैठक में बताया गया कि 1 से 30 अप्रैल तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलेगा, जिसमें 11 विभागों का समन्वय रहेगा और स्वास्थ्य विभाग नोडल एजेंसी होगी। पिछले अभियान में स्वच्छता स्तर 95% रहा, जबकि दस्तक अभियान में एएनएम की उपस्थिति 97% और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की 84% रही। डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ और पाथ संस्थाओं से अभियान को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। जिलाधिकारी ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर जिंक व ओआरएस की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जन्म-मृत्यु पंजीकरण में पारदर्शिता के निर्देश-
जिलाधिकारी ने जन्म-मृत्यु पंजीकरण की समीक्षा के दौरान स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में गलत पंजीकरण नहीं होना चाहिए। प्रमाणपत्र जारी करने से पहले सभी जानकारियों की जांच अनिवार्य रूप से की जाए।
कार्यक्रम में सीएमएस डॉ एमएम त्रिपाठी, एसीएमओ डॉ राजेश , डीआईओ डॉ एसके सिंह, उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ संदीप मिश्रा, डीएचईआईओ बृजेश सिंह, डीपीएम सरजू खान, डीसीपीएम मो0 राशिद ,डबल्यूएचओ एसएमओ डॉ विपिन लिखोरे सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे ।
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