उतरौला बलरामपुर - रमजान के महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग टोपी लगाकर नमाज़ के लिए मस्जिदों में जाने व अपने घरो पर नमाज अदा करने के लिए मुसलमानों को टोपी लगाना आवश्यक है। इसलिए रमजान के महीने में टोपियों की बिक्री काफी बढ़ जाती है। इस समय बाजार में बंग्ला देशी टोपी, पाकि स्तानी टोपी, राजस्थानी टोपी, रामपुरी टोपी, नग वाली टोपी, बरेलीटोपी, कानपुरी टोपी, मिर्जा गालिब वाली टोपी, काटन काटन की टोपी, चुन्नट वाली टोपी, लखनवा टोपी, सुन्नत टोपी, प्लास्टिक टोपी इण्डियन टोपी, तुर्कि स्तान वाली टोपी, इसके अलावा कई तरह की टोपी बाजारों में धड़ल्ले के साथ बिक रही है। बाजार में टोपी के साथ साथ और भी चीजें खरीदने वालों की काफी भीड़ दूकानों पर जुटी रहती है। विभिन्न माडलों की टोपी बेचने वाले दूकानदार मौलाना मोहम्मद अहद ने बताया हैं कि टोपियों में नगीना लगी टोपी को क ई किस्म की कढ़ाई की गई है, और विभिन्न डिजाइनों वाली टोपी की बिक्री अधिक है। विदेशों व दूसरे प्रदेशों से मंगाई गई नक्काशी दार व रंग बिरंगी टोपी को रमजान शरीफ के समय ज्यादा मांग की जाती है। ईद के दिन मुसलमान नये नये कपड़े पहनकर व नये नये टोपी लगाकर ईदगाह पर जाते हैं, और ईद की नमाज अदा करके अपने घर वापस आ जाते हैं। और लोगों के घरों पर जाकर आपस में गले मिलते हैं और एक दूसरे को ईद की बधाई देते हैं।
हिन्दी संवाद न्यूज से
असगर अली की खबर
उतरौला बलरामपुर।
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