उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन ‘सहकार से समृद्धि’ को धरातल पर उतार कर सहकारिता आंदोलन को मजबूती प्रदान की जा रही है। जीव सृष्टि में मनुष्य ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ कृति है। इस जीव-जगत में मनुष्य सहकारिता की भावना के कारण ही सर्वश्रेष्ठ बन पाया है। सहकारिता आंदोलन तब बढ़ता है, जब परमार्थ का भाव सर्वोपरि होता है। व्यक्ति जब स्वार्थ भाव को समाप्त करता है और सहकारिता अर्थात टीम भावना के साथ आगे बढ़ता है, तो वह परिणामकारी होता है। सहकारिता का यही वास्तविक उद्देश्य है। उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक ने इस दिशा में बेहतर प्रयास किए हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक की 61वीं वार्षिक सामान्य निकाय बैठक में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक के जिला सहकारी बैंकों तथा अन्य शेयर होल्डर्स के खातों में 75 करोड़ रुपये से अधिक डिविडेण्ड की धनराशि ऑनलाइन अन्तरित की। उन्होंने ग्राहकों को बैंक फ्रॉड से बचाने के लिए सुझाव देने वाली पुस्तिका ‘स्मार्ट बैंकिंग गाइड’ का विमोचन किया। मुख्यमंत्री जी ने सरकार की बजटीय सहायता से 17 जनपदों में 258 बी-पैक्स समितियों के भवनों पर स्थापित 02 किलोवॉट के सोलर पैनल की स्थापना का शुभारम्भ किया। उन्होंने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के लाभार्थियों को ऋण के प्रतीकात्मक चेक प्रदान किए। मुख्यमंत्री जी ने बैंकिंग व्यवसाय में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिला सहकारी बैंकों तथा पैक्स के प्रतिनिधियों को सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सहकारिता आंदोलन विशुद्ध रूप से परमार्थ का आंदोलन है। इस आंदोलन में स्वार्थ को एक ओर रखकर जब व्यक्ति कार्य करेगा, तो उसके परिणाम कई गुना हमें देखने को मिलेंगे। विगत कुछ वर्षों में देश में सहकारिता के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन देखने को मिले हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एक समय प्रदेश के 16 जिला सहकारी बैंक बंद हो गए थे। उनके लाइसेंस जब्त कर लिए गए थे। हमारे सामने उन्हें संचालित करने की चुनौती थी। वर्ष 2017 से पूर्व, प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) की स्थिति अच्छी नहीं थी। उत्तर प्रदेश जैसे कृषि एवं एम0एस0एम0ई0 प्रधान राज्य में सहकारिता सबसे मजबूत होनी चाहिए थी, लेकिन व्यक्तिगत स्वार्थों के कारण इस पूरे अभियान को नष्ट किया गया। हम सभी प्रधानमंत्री जी के आभारी हैं, जिन्होंने वर्ष 2019 में सहकारिता मंत्रालय का गठन करके सहकारिता आन्दोलन को एक नई जान दी और आज सहकारिता ने एक नया स्वरूप लेना प्रारम्भ किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोऑपरेटिव के क्षेत्र में सबसे ज्यादा सम्भावनाएं उत्तर प्रदेश में हैं। आज उत्तर प्रदेश में 50 में से 49 जिला सहकारी बैंक लाभांश अर्जित करने की स्थिति में पहुंच चुके हैं। प्रदेश सरकार ने बैंकों के साथ बेहतर तालमेल बनाया है और इस बेहतरीन तालमेल के कारण आज यह चीजें वहां तक पहुंची हैं। प्रदेश सरकार जनपद बलरामपुर में एक नये जिला सहकारी बैंक की स्थापना की कार्यवाही को आगे बढ़ाने का काम करेगी।
प्रदेश में जिला सहकारी बैंकों और बी-पैक्स के माध्यम से सहकारी समितियों ने खाद वितरण में अच्छा कार्य किया है। बी-पैक्स की कैश क्रेडिट लिमिट 10 लाख रुपये होने से समितियों को, किसानों को खाद उपलब्ध कराने में बड़ी सहूलियत रही और ब्लैक मार्केटिंग नहीं होने पायी। बी-पैक्स के पास पर्याप्त पूंजी होने से वे डिमाण्ड के अनुरूप अन्नदाता किसानों को फर्टिलाइजर की आपूर्ति कर पाए। इसलिए प्रदेश सरकार बी-पैक्स की कैश क्रेडिट लिमिट को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 15 लाख रुपये तक करने जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बैंक की डिपॉजिट और क्रेडिट लिमिट में संतुलन होना आवश्यक है। वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश का सीडी रेशियो 44 से 46 के बीच में था। कुछ जनपदों में सीडी रेशियो की स्थिति बहुत खराब थी। प्रदेश सरकार के सुनियोजित प्रयासों से आज उत्तर प्रदेश का सीडी रेशियो बढ़कर 61 प्रतिशत हो गया है। उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक का सीडी रेशियो 72 प्रतिशत से अधिक है। जो यह दिखाता है कि सही दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। बी-पैक्स किसानों की बैकबोन बनकर उन्हें समृद्धि के पथ पर अग्रसर कर रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान सीडी रेशियो को बढ़ाने में अहम भूमिका का निर्वहन करेगा। इस अभियान के अन्तर्गत 31 मार्च, 2025 तक प्रदेश के 01 लाख युवाओं को ब्याजमुक्त ऋण वितरित किए जाने हैं। अब तक 32,000 से अधिक युवाओं को ऋण प्रदान किए जा चुके हैं। आगामी 25 से 27 मार्च तक 03 दिवसीय विकास मेला प्रत्येक जनपद में आयोजित किया जाना है, जिसमें युवाओं को ऋण प्रदान किए जाएंगे। यह विकास मेले बैंकों को अपना सीडी रेशियो बढ़ाने का अवसर है। बैंकों को उनकी पूंजी व ब्याज की गारण्टी सरकार दे रही है। इन स्थितियों में बैंक मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान से जुड़े और नये युवा उद्यमी तैयार करने में मदद करके उत्तर प्रदेश के विकास में योगदान करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2016-17 में उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक का 870 करोड़ रुपये का नेटवर्थ था, जो वर्ष 2023-24 में बढ़कर 1,407 करोड़ रुपये हो गया है। बैंक का डिपॉजिट 6,397 करोड़ रुपये था, जो वर्ष 2023-24 में बढ़कर 11,415 करोड़ रुपये हो गया है। बैंक द्वारा वर्ष 2016-17 में 9,190 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया था, जबकि वर्ष 2023-24 में 22,536 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया। बैंक की आय जो वर्ष 2016-17 में 808 करोड़ रुपये थी, वह वर्ष 2023-24 में बढ़कर 1,265 करोड़ रुपये हो गई। वर्ष 2016-17 में बैंक का कुल व्यवसाय 13,237 करोड़ रुपये से बढ़कर वर्ष 2023-24 में 25,437 करोड़ रुपये हो गया। बैंक को लगभग 100 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभांश होने जा रहा है। यह दिखाता है कि सही दिशा में कार्य किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि तकनीक का उपयोग करते हुए हमें कार्यों को और तीव्र गति से आगे बढ़ाना होगा। प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि ‘तकनीक का उपयोग हमारे कार्य को सरल और पारदर्शी बनाता है। जिस कार्य में जितनी सरलता होगी, उसके प्रति उतनी ही विश्वसनीयता होगी।’ उन्होंने कहा कि हम तकनीक का आधिकारिक उपयोग करके योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य करें। इससे सहकारिता आंदोलन को और भी मजबूती मिलेगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश कृषि प्रधान राज्य है। यहां देश की सर्वाधिक 96 लाख एम0एस0एम0ई0 इकाइयां हैं। सबसे अधिक युवा ऊर्जा को रखने वाले उत्तर प्रदेश में सहकारिता का भविष्य उतना ही बेहतर होना चाहिए। प्रदेश में विकास की सम्भावनाओं को सरकार का सम्बल मिल रहा है। अर्थव्यवस्था में छोटी व्यापारिक इकाइयों एवं एम0एस0एम0ई0 इकाइयों की प्रमुख भूमिका है। यह इकाइयां बड़े उद्यम का आधार बनती हैं। उदाहरणस्वरूप बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी झांसी में और ऐसा ही मिल्क प्रोड्यूसर आगरा में क्रियाशील हैं, जो महिला समूहों द्वारा संचालित किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों, युवाओं, महिलाओं सहित विभिन्न वर्गों के लोगों के कल्याण के लिए अनेक कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं, जिनका लाभ पात्र लोगों को बिना भेदभाव के प्राप्त हो रहा है। विभिन्न क्षेत्रों में विकास को आगे बढ़ाने के लिए हमें अपने युवाओं के लिए ट्रेनिंग के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाना होगा।
61वीं सामान्य निकाय की बैठक को संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना तथा सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जे0पी0एस0 राठौर ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक के सभापति श्री जितेन्द्र बहादुर सिंह, उपसभापति श्री मनीष साहनी सहित अन्य पदाधिकारी, प्रमुख सचिव सहकारिता श्री सौरभ बाबू तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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