संवाददाता आलापुर अम्बेडकरनगर।
अम्बेडकर नगर जिले के तहसील आलापुर के अन्तर्गत राजेसुल्तानपुर बाजार में थाने से कुछ दूरी पर स्थित वर्षों से मानसिक रोग के इलाज के नाम पर धन उगाही के साथ - साथ लोगों को नशीली दवाओं का आदी बनाने का काम वर्षों से जारी है लेकिन प्रशासन को इस बात की भनक तक नहीं है । जहां पर समूचे प्रदेश में मुख्यमंत्री के निर्देश पर झोलाछाप चिकित्सकों के खिलाफ अभियान चलाकर लगातार कार्यवाही की जा रही है वहीं पर नगर पंचायत राजेसुल्तानपुर बाजार में डॉक्टर राधेश्याम वर्मा मानसिक रोग के इलाज के नाम पर खूब नशीली दवाइयों का व्यवसाय विगत कई वर्षों से कर रहे है। जबकि उनके पास नार्कोटिक्स दवाइयों का कोई लाइसेंस भी नहीं है और ना ही मानसिक रोग के इलाज करने की कोई डिग्री।नशीली दवाइयों का प्रयोग जब किसी के ऊपर शुरू हो जाता है तो धीरे-धीरे उसकी लत ऐसी लग जाती है जब तब वह और भी अधिक मात्रा में लंबे समय तक वह उन दवाइयों के सेवन के लिए मजबूर हो जाता है, इस प्रकार से झोलाछाप डॉक्टर राधेश्याम वर्मा ऐसे लोगों से मोटी रकम की वसूली करते हैं । जिस बिजनेस के बलबूते उन्होंने बहुत सारी जमीन तथा मकान भी खरीद लिया है ।अब सवाल यह बनता है कि वर्षों से चल रहे इस गोरखधंधे पर आखिर प्रशासन के किसी अधिकारी की नजर क्यों नहीं पड़ी । देखना यह है कि वर्षों से चल रहे इस गैरकानूनी कार्य पर किस प्रकार लगाम लगाकर एक बड़े तबके को नशे की लत से कैसे बचाया जाता है । कहीं ऐसा तो नहीं कि या कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से यह धंधा फलफूल तो नहीं रहा । जब की मानसिक रोग के इलाज और नींद की दवा हेतु राजेसुल्तानपुर बाजार का निजाम भवन में निवास करके अस्पताल चलाने वाले राधेश्याम वर्मा बाजार में काफी मशहूर है ।
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