मुख्यमंत्री ने हीटवेव प्रबन्धन के सम्बन्ध में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की,
सम्बन्धित विभागों को हीटवेव के सम्बन्ध में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए
सभी जनपद, तहसील व ब्लॉक मुख्यालयों में हीटवेव से बचाव के
सम्बन्ध में व्यापक प्रचार-प्रसार होना चाहिए : मुख्यमंत्री
लू लगने पर बरती जाने वाली सावधानियों का प्रचार-प्रसार किया जाए
भीड़-भाड़ वाली जगहों, बैंकों व अन्य संस्थानों में प्याऊ
लगाकर शुद्ध जल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश
प्रयागराज महाकुम्भ-2025 में उपयोग किये गए वॉटर ए0टी0एम0 सभी जनपदों में भेजें जाएं
बैंकों व उद्यमियों को सी0एस0आर0 फण्ड के माध्यम से अधिक
से अधिक वॉटर ए0टी0एम0 लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए
जंगलों को अग्निकांड से बचाया जाना महत्वपूर्ण,
इसके लिए वन क्षेत्रों में पेट्रोलिंग तेज की जाए
वन विभाग पक्षियों व जंगली जीव-जंतुओं
को पेयजल उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करे
चिकित्सालयों के बर्न वॉर्ड में विशेष व्यवस्था होनी चाहिए
प्रदेश के हर जनपद में आपदा से बचाव हेतु अर्ली वॉर्निंग सिस्टम लगाए जाएं
सभी रिस्क वाले जनपदों में किसानों को वज्रपात से अलर्ट करना होगा,
मोबाइल पर एस0एम0एस0 तथा पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से
लोगों को घटना घटित होने से पहले ही अवगत कराया जाए
मुख्यमंत्री ने राज्य हीटवेव एक्शन प्लान-2025 तथा लखनऊ,
आगरा व झांसी के सिटी एक्शन प्लान का विमोचन किया
लखनऊ : 19 मार्च, 2025
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां लाल बहादुर शास्त्री भवन (एनेक्सी) में हीटवेव प्रबंधन के सम्बन्ध में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। हीटवेव के कारण होने वाली घटनाओं को लेकर तैयारियों की समीक्षा करते हुए उन्होंने सम्बन्धित विभागों को हीटवेव के सम्बन्ध में विशेष रूप से सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के कुछ जिलों में अभी से हीटवेव जैसी स्थिति उत्पन्न होने लगी है, ऐसे में सभी विभागों को सतर्कता के साथ कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हीटवेव के कारण होने वाली जनहानि स्वीकार नहीं की जा सकती। कम्पनसेशन देकर इस तरह की जनहानि की भरपाई नहीं की जा सकती। हमारे लिए एक-एक जनहानि हमारा व्यक्तिगत नुकसान है। इन घटनाओं में पूरा परिवार तबाह हो जाता है। इसलिए प्रदेश के सभी जिलों व तहसील स्तर पर लोगों को हीटवेव के कारण, इससे बचाव व तैयारी से सम्बन्धित तथ्यों को व्यापक प्रचार-प्रसार के माध्यम से अवगत कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सूचना विभाग के साथ समन्वय करते हुए प्रदेश के सभी जनपद, तहसील व ब्लॉक मुख्यालयों में हीटवेव से बचाव के सम्बन्ध में व्यापक प्रचार-प्रसार होना चाहिए। इसके लिए डिजिटल डिस्प्ले, होर्डिंग, बिलबोर्ड समेत विभिन्न माध्यमों का प्रयोग किया जाए। विभिन्न विज्ञापनों में भी बचाव और तैयारियों के विषय में जागरूक किया जाना चाहिए। जनधन की हानि को रोकने के लिए यह आवश्यक है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अभी स्कूलों में परीक्षाएं चल रही हैं। इसके मध्य ही स्कूली बच्चों को सेमिनार व अन्य माध्यमों से हीटवेव से बचाव के लिए बरती जाने वाली सतर्कताओं के बारे में अवगत कराया जाए। उन्होंने भीड़-भाड़ वाली जगहों, बैंकों व अन्य संस्थानों में प्याऊ लगाकर शुद्ध जल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ-2025 में उपयोग में लाए गए वॉटर ए0टी0एम0 को सभी जनपदों में भेजा जाए। प्रत्येक जिले में एक वॉटर ए0टी0एम0 भेजा जाना चाहिए। इसके माध्यम से लोगों को निःशुल्क पानी उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। बैंकों व उद्यमियों को सी0एस0आर0 फण्ड के माध्यम से अधिक से अधिक वॉटर ए0टी0एम0 लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने बावड़ियों, तालाबों और छतों पर पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों में बने बर्न वॉर्ड में विशेष व्यवस्था होनी चाहिए। विभिन्न प्रचार माध्यमों से लू लगने पर बरती जाने वाली सावधानियों का प्रचार-प्रसार किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के जंगलों को अग्निकांड से बचाया जाना महत्वपूर्ण है। इसलिए यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी शरारती तत्व जंगलों में आगजनी की घटनाओं को अंजाम न दे सकें। इसके लिए वन क्षेत्रों में पेट्रोलिंग तेज की जाए। वन विभाग और अग्निशमन विभाग को चिंगारी से लगने वाली आग से बचाव को लेकर सतर्कता बढ़ाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में अग्निशमन विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। वन विभाग पक्षियों व जंगली जीव-जंतुओं को पेयजल उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करे। वन विभाग के वन रक्षकों व वन कर्मियों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि प्रदेश के हर जनपद में आपदा से बचाव हेतु अर्ली वॉर्निंग सिस्टम लगाए जाएं। इसके लिए धनराशि की कमी नहीं होने दी जाएगी। संवेदनशील क्षेत्रों में भी अर्ली वार्निंग सिस्टम लगाए जाएं, ताकि किसी भी सम्भावित आपदा से लोगों को समय से सूचित किया जा सके। ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी को जवाबदेह बनाया जाए। समय-समय पर जवाबदेही तय करते हुए कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने हीटवेव से जुड़े हाई रिस्क वाले जनपदों में वज्रपात की समस्या अधिक होने के तथ्य का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि 03 घंटे पहले अलर्ट मिल जाए, तो संवेदनशील इलाकों में लोगों के आवागमन को प्रतिबंधित किया जा सकेगा। इन उपकरणों व वॉर्निंग सिस्टम की स्थापना, संचालन व कवरेज से जुड़े पहलुओं की नियमित मॉनिटरिंग की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मीरजापुर, सोनभद्र तथा गाजीपुर जैसे जनपदों में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं सर्वाधिक होती हैं। ऐसे में सभी रिस्क वाले जनपदों में किसानों को वज्रपात से अलर्ट करना होगा, जिससे जनहानि को रोका जा सके। मोबाइल पर एस0एम0एस0 तथा पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लोगों को घटना घटित होने से पहले ही अवगत कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने राज्य हीटवेव एक्शन प्लान-2025 तथा लखनऊ, आगरा व झांसी के सिटी एक्शन प्लान की पुस्तकों का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि यह पुस्तकें हिंदी में सरल भाषा में उपलब्ध हों, जिससे प्रदेश के हर जनपद में गांव, नगर निकाय व ग्राम पंचायत के लोगों तक इसकी पहुंच हो और वह आसानी से इन्हें पढ़ सकें।
ज्ञातव्य है कि उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में पर्यावरण संरक्षण के सम्बन्ध में एक्शन प्लान तैयार है। प्रदेश में पहले ही हीटवेव को आपदा घोषित किया जा चुका है।
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