अम्बेडकर नगर।जलालपुर नगरपालिका की जनविरोधी लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है। योगी सरकार के शासन में पशु कल्याण और प्रशासनिक जवाबदेही पर सवाल उठाती यह घटना एक गंभीर मुद्दा है।नगरपालिका के साहबतारा वार्ड नंबर-4 में एक मासूम गाय की बछिया बीमारी की हालत में कूड़े के ढेर पर तड़पती रही, लेकिन प्रशासनिक मशीनरी ने आँखें मूंद लीं।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्होंने नगरपालिका अधिकारियों को कई बार सूचित किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारी महज औपचारिकता पूरी करने आए, कुछ सुइयां लगाकर चले गए, और बछिया को उसी हाल में छोड़ दिया। यह प्रशासन की निष्क्रियता और पशु कल्याण के प्रति ढुलमुल रवैये की भयावह तस्वीर पेश करता है।
पूर्व नगर अध्यक्ष देवेश मिश्रा, मंडल अध्यक्ष रविन्द्र भारती,विकास निषाद,अमित गुप्ता ने एसडीएम पवन जायसवाल और वरिष्ठ लिपिक राम प्रकाश पांडेय से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।लोगों का कहना हैं कि पशु कल्याण के मामले में प्रशासन की भूमिका सिर्फ कागजी खानापूर्ति तक सीमित है।
स्थानीय लोगों ने जल्द कार्रवाई की मांग की है।
यह घटना न केवल पशु कल्याण, बल्कि स्थानीय प्रशासन की संवेदनहीनता और जिम्मेदारी से पलायन को उजागर करती है। अब देखना यह है कि अधिकारी जवाबदेही तय करते हैं या फिर मामले को दबाने की कोशिश करते हैं।
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