औरैया // चकबंदी वापस होने के बाद वैसुंधरा से लेकर अन्य पंचायतों में भूमाफियाओं ने फर्जी तरीके से पट्टा आवंटन की प्रविष्टि खतौनी में दर्ज कराई करोड़ों की जमीन के फर्जीवाड़े को लेकर जिला प्रशासन लगातार एक्शन में है प्रशासन ने अब इन जमीनों की खरीद फरोख्त पर पूरी तरह से रोक लगा दी है, मामले में नौ ग्राम पंचायतों पर कड़ी नजर भी रखी जा रही है ऐसे में इन पंचायतों की किसी भी तरह की जमीन की खरीद फरोख्त की गहन जांच होगी इसके बाद ही बैनामे होंगे।

साल 2024 से लेकर मार्च 2025 तक तकरीबन 100 एकड़ जमीनों के मामले प्रशासन की टीम उजागर कर चुकी है इन जमीनों में प्रविष्टि सुधार के वाद दर्ज कराए गए हैं। वहीं कुछ मामलों की सुनवाई पूरी होते ही जमीन को ग्राम सभा के नाम भी दर्ज कराया जा चुका है, जिलाधिकारी की ओर से गठित कमेटी लगातार फर्जी तरीके से जमीन हड़पने वाले मामलों की तलाश करने में जुटी है दिबियापुर से सटी ग्राम पंचायत सेहुद, वैसुंधरा, उमरी, जमौली, ककराही, जमुहां, जमूही, लखनापुर व कैंझरी में ऐसे मामले बहुतायत में होने की आशंका है इसे देखते हुए डीएम ने 15 दिन के लिए जांच टीम को एक बार फिर से ऐसे मामलों की तलाश में लगाया है। वहीं, भूमाफिया हथियाई गई इन जमीनों को बिक्री करने की जुगत भिड़ा रहे हैं। दूसरे लोगों को अपने चंगुल में फंसाकर रकम सीधी करने की कोशिश कर रहे हैं। इसे लेकर प्रशासन स्तर से इन नौ ग्राम पंचायतों में जमीनों की खरीद फरोख्त में विशेष सावधानी बरतने का फैसला लिया है रजिस्टार कार्यालय में जमीन की जांच के बाद ही बैनामे होंगे बैनामा होने से पहले तहसील स्तर पर जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही इन पंचायतों में जमीन की खरीद व बिक्री होगी। लेखपाल से लेकर अधिकारी इस पूरे मामले को लेकर सावधानी बरत रहे हैं।

दिबियापुर के करीब होने के कारण इन जमीनों पर प्लाटिंग कारोबारियों की नजर फर्जी पट्टा की प्रविष्टि खतौनी में दर्शाकर हथियाई गई जमीनें दिबियापुर के इर्दगिर्द ही हैं यहां गेल व एनटीपीसी की वजह से जमीन का भाव भी आसमान छूता है ऐसे में कुछ चुनिंदा प्लाटिंग कारोबारियों की नजर यहां पर टिकी रहती है विभाग की नजर में कई कारोबारी चढ़ भी गए हैं जांच टीम ने इन भूमाफियाओं की कहीं न कहीं कमर तोड़ दी है कई प्लाटिंग ध्वस्त भी कराई जा चुकी हैं, वहीं इस सम्बंध में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व महेंद्र पाल सिंह ने बताया की फर्जी पट्टे की प्रविष्टि दर्शाकर जमीन कब्जाने वालों व बिक्री करने वालों की लगातार जांच चल रही है बारी-बारी वाद दर्ज कराए जा रहे हैं इस कड़ी में भूमाफिया जमीन का फर्जीवाड़ा उजागर होने से पहले कहीं बिक्री न कर दें इसे लेकर इन ग्राम पंचायतों में किसी भी तरह की जमीन की खरीद फरोख्त के पहले जांच करने की व्यवस्था अपनाई गई है। इससे भोले-भाले लोग मुसीबत में पड़ने से बच जाएंगे और जो दोषी होंगे उनकी खैर नहीं।

ब्यूरो रिपोर्ट :- जितेन्द्र कुमार

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