उत्तर प्रदेश।
पिपहेरा में 37वें छठ महोत्सव के अवसर पर त्रिदिवसीय मानस सत्संग का आयोजन सोमवार से श्रीधाम मढेकी वाले बालाजी मंदिर पर किया जा रहा था जिसका आज बुधवार को समापन हो गया मानस सत्संग में श्रीधाम कुल्हाडा के श्रीश्री १०००८ श्री स्वामी भाष्करानन्द सरस्वती जी महाराज के सानिध्य में व उनके प्रमुख सन्तो श्रीस्वामी रामानन्द सरस्वती जी, श्रीस्वामी दिव्यानंद सरस्वती जी, श्रीस्वामी हरेन्द्रानन्द सरस्वती जी, श्रीस्वामी राधिकानन्द सरस्वती जी, श्रीस्वामी सुखानन्द सरस्वती जी, श्रीस्वामी अभयानन्द सरस्वती जी, श्रीस्वामी रमेशानन्द सरस्वती जी, श्रीस्वामी रविन्द्रानन्द सरस्वती जी, श्रीस्वामी ईश्वरानन्द सरस्वती जी, श्रीस्वामी सुरेशानन्द सरस्वती जी,के प्रवचन का महाकुम्भ रूपी सत्संग आयोजित हुआ जिसमें पिपहेरा के साथ साथ क्षेत्र के कई गावों से स्रोतागण उपस्थित हुए जिन्होंने सत्संग का श्रवण लाभ प्राप्त किया। सत्संग में स्वामी सुखानन्द जी ने बताया कि जाग जाने पर सपने में मिलने वाले सुख दुख स्वतः ही दूर हो जाते है। ठीक उसी प्रकार मोह रूपी स्वप्न ही हमारे सुख दुःख का कारण है। सत्संग में वेद वेदांग की चर्चा विस्तृत रूप से सन्तों ने कई प्रकार से की। मन्दिर के महन्त श्रीश्री १०००८ श्री द्वारिकादास जी महाराज ने बताया कि सत्संग का आयोजन पिपहेरा में होने वाले छठ महोत्सव के सुअवसर पर आयोजित किया गया था कार्यक्रम के संयोजक बालकृष्ण तिवारी , सामाजिक कार्यकर्ता भूपेन्द्र त्यागी ने बताया कि सत्संग का आयोजन सनातन संस्कृति ग्राम विकास उत्थान समिति व मन्दिर प्रशासन के साथ समस्त ग्राम वासियों के सहयोग से आयोजित किया गया कार्यक्रम के संरक्षक व मार्गदर्शक श्रीमान खेमचन्द्र जी त्यागी ने बताया कि लगभग 37 वर्ष पूर्व मन्दिर के तत्तकालीन महंत श्रीश्री १०००८ श्री उमादास जी महाराज ने होली के समय गाँव में होने वाले नाच गाने के फूहड आयोजनों को बन्द कराकर समाज सुधार के लिये सुअवसर देख कर छठ के दिन प्रथम समय छठ महोत्सव का आयोजन किया जिसमें झाँकी निकाली गई जिससे महाराज जी द्वारा जनजाग्रति कर यह कार्य आयोजित किया जो समय समय पर प्रति वर्ष आयोजित होता रहा और यह छठ महोत्सव एक परम्परा बन गई जो महाराज श्री के गोलोकवासी होने के बाद भी सतत जारी है जो अब उनके अनुज व मन्दिर के महन्त श्रीश्री १०००८ श्री द्वारिकादास जी महाराज के सानिध्य में आयोजित हो रही है। जिसका स्वरूप पिछली वर्ष से महाराज श्री व समिति के प्रयास से परिवर्तन किया जिसमें गत वर्ष छठ मेले से पूर्व १ दिन का सत्संग आयोजित किया गया इस वर्ष ३ दिवसीय सत्संग का आयोजन किया जा रहा है जिसमें कल मेले के समय दोपहर में झाँकी निकाली जायेंगी जिसकी तैयारी आज शाम तक पूर्ण कर ली गई है। कार्यक्रम में आरएसएस की बालाजी शाखा व मां दुर्गा शाखा के स्वयंसेवको द्वारा सेवा कार्य निरंतर किया जा रहा है स्वयंसेवकों द्वारा कार्यक्रम से पूर्व मन्दिर परिसर पर समाज के सहयोग से साफ सफाई का सेवा कार्य आयोजित किया गया व कार्यक्रम के दौरान अन्य कई तरह के सेवा कार्य भी स्वयंसेवकों द्वारा भक्ति भावपूर्वक पूर्ण किये गये।

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