महाकुंभ-2025 में सराहनीय योगदान के लिए संस्कृति विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी सम्मानित
महाकुंभ ने आस्था से अर्थव्यवस्था तक को किया मजबूत, 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी-जयवीर सिंह
पर्यटन मंत्री ने उत्कृष्ट मीडिया समन्वय के लिए डा0 वीरेन्द्र सिंह मीडिया सलाहकार मा0 पर्यटन मंत्री तथा प्रचार प्रसार के लिए श्री केवल राम सूचना अधिकारी को सम्मानित किया
लखनऊ: 12 मार्च, 2025
महाकुम्भ-2025 में सराहनीय योगदान तथा सनातन संस्कृति व आस्था को विश्व समुदाय के समक्ष स्थापित करने में संस्कृति विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने कहा कि 66 करोड़ से अधिक आस्था के समुद्र का प्रबंधन एवं सुरक्षित वापसी से लेकर आस्था की डुबकी लगाने के लिए की गयी व्यवस्था को आज दुनिया कौतूहल के निगाह से देख रही है। उन्होंने महाकुम्भ के दिव्य और भव्य आयोजन के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी का आभार जताया।
पर्यटन मंत्री आज यहां इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में आयोजित महाकुम्भ एवं फागोत्सव कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर संस्कृति विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने बेहतर मीडिया समन्वय तथा संस्कृति विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों के उत्कृष्ट प्रचार प्रसार के लिए अपने सूचना अधिकारी श्री केवल राम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ के दौरान कई कीर्तिमान स्थापित किये गये। करोड़ों लोगो ने आस्था एवं पुण्य की डुबकी लगाकर सनातन संस्कृति को पराकाष्ठा तक पहुचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हांेने इस मौके पर महाकुम्भ में संस्कृति विभाग उ0प्र0 की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मेश्राम को बधाई दी।
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मेश्राम ने इस अवसर पर कहा कि महाकुम्भ का सफलता पूर्वक आयोजन पूरे विश्व के लिए अनूठा उदाहरण है। विश्व के कई विश्वविद्यालयों तथा सनातन संस्कृति प्रेमियों के लिए शोध का विषय है। 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं को संभालना यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य रहा। इस दौरान संस्कृति विभाग द्वारा विभिन्न मंचों पर शास्त्रीय, नृत्य गीत संगीत के विभिन्न रंग देखे। देशभर के जाने माने कलाकारों ने कार्यक्रम प्रस्तुत कर आयोजन को अद्वितीय बना दिया। सभी महानुभावों ने अपने अनुभव शेयर किये, इसको एक पुस्तक का रूप दिया जा सकता है। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को होली की शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री ने श्री मुकेश कुमार मेश्राम, प्रमुख सचिव, पर्यटन एवं संस्कृति, श्री रवीन्द्र कुमार-1, विशेष सचिव, संस्कृति, डॉ. सृष्टि धवन, अपर निदेशक, संस्कृति निदेशालय, श्री दिलीप कुमार गुप्ता, वित्त नियंत्रक, श्रीमती उमा द्विवेदी, संयुक्त सचिव, डा. रेनू द्विवेदी, निदेशक, उ.प्र. राज्य पुरातत्व निदेशालय, श्री अमित कुमार अग्निहोत्री, निदेशक, उ.प्र. राज्य अभिलेखागार, श्री तुहिन द्विवेदी, सहायक निदेशक, संस्कृति निदेशालय, डॉ. राजेश अहिरवार, सहायक निदेशक, श्रीमती रीनू रंगभारती, सहायक निदेशक, संस्कृति निदेशालय, श्री सुशील कुमार, सहायक लेखाधिकारी, संस्कृति निदेशालय, श्री ज्ञानेन्द्र दत्त बाजपेयी, विभागाध्यक्ष नृत्य, भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय, श्री जेपी सिंह, पर्यटन सलाहकार को सम्मानित किया गया।
इसके अलावा श्री केवल राम, सूचना अधिकारी, मा. मंत्री, श्री अमित गुप्ता, जनसम्पर्क अधिकारी, डॉ. वीरेन्द्र सिंह, मीडिया सलाहकार मा0 पर्यटन मंत्री, संस्कृति निदेशालय, श्री अतुल द्विवेदी, निदेशक, उ.प्र. लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान, डॉ. राकेश सिंह, निदेशक, अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान, लखनऊ, श्री विपिन कुमार, निदेशक, भारतेन्दु नाट्य अकादमी, डॉ. शोभित कुमार नाहर, निदेशक, संगीत नाटक अकादमी, सुश्री श्रद्धा शुक्ला, निदेशक, राज्य ललित कला अकादमी, श्री धर्मेन्द्र यादव, प्रशासनिक अधिकारी, संस्कृति निदेशालय, श्री गौरव पाठक, वैयक्तिक सहायक श्रेणी 1. संस्कृति निदेशालय, और श्री अमीष कुमार आदि को मा0 मंत्री जी ने सम्मानित किया। इस अवसर पर लोक कलाकरों द्वारा फूलों की होली कार्यक्रम पेश किया गया।
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