विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि प्रकरण सुप्रीम कोर्ट में इंटरवेंशन एप्लीकेशन किया दाखिल : गोपाल राय
नई दिल्ली, 10 फरवरी – श्रीकृष्ण जन्मभूमि के प्रति अपनी अटूट आस्था और न्याय प्राप्ति के संकल्प के तहत विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने इस महत्वपूर्ण मामले में इंटरवेंशन एप्लीकेश दाखिल किया है। यह आवेदन एडवोकेट आशीष कुमार राय, अधिवक्ता, सुप्रीम कोर्ट एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष, विधि प्रकोष्ठ, विश्व हिंदू रक्षा परिषद के माध्यम से दाखिल किया गया है। संगठन ने इस ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण मुद्दे पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराते हुए न्यायिक प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है।
इस अवसर पर श्री गोपाल राय, राष्ट्रीय अध्यक्ष, विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने कहा:
"श्रीकृष्ण जन्मभूमि केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि करोड़ों हिंदुओं की आस्था, संस्कृति और इतिहास का अभिन्न प्रतीक है। यह स्थान हमारी गौरवशाली परंपरा और हिंदू सभ्यता की जड़ों से जुड़ा हुआ है। हमें विश्वास है कि सत्य और न्याय की जीत होगी और श्रीकृष्ण जन्मभूमि से जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों को न्यायालय उचित सम्मान प्रदान करेगा। हमारा संगठन इस मामले में न्यायिक प्रक्रिया के हर चरण में सक्रिय भागीदारी करेगा और धर्म व सत्य की रक्षा के लिए हर संभव कानूनी प्रयास करेगा।"
उन्होंने आगे कहा:
"हम इस सत्य से परिचित हैं कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर जो परिस्थितियाँ बनी हैं, वे हमारी ऐतिहासिक धरोहर पर हुए अन्याय का परिणाम हैं। इतिहास गवाह है कि आक्रांताओं ने हमारे पूजनीय स्थलों को अपवित्र करने और हमारी संस्कृति को मिटाने का प्रयास किया, लेकिन सत्य को कभी दबाया नहीं जा सकता। आज हम इस अन्याय के विरुद्ध एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं। हम न्यायपालिका से यह अपेक्षा रखते हैं कि वह ऐतिहासिक और पुरातात्विक तथ्यों के आधार पर इस पवित्र भूमि को उसके वास्तविक गौरव के साथ पुनर्स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त करेगी।"
उन्होंने हिंदू समाज से आह्वान करते हुए कहा:
"यह केवल एक कानूनी लड़ाई नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति, आस्था और आत्मसम्मान की रक्षा का संघर्ष है। यह धर्म की पुनर्स्थापना का युग है और प्रत्येक सनातनी को इसमें अपनी भूमिका निभानी होगी। हम पूरे हिंदू समाज से आग्रह करते हैं कि वे इस आंदोलन में अपनी एकजुटता और संकल्प शक्ति का परिचय दें। श्रीकृष्ण केवल एक ऐतिहासिक व्यक्तित्व नहीं हैं, वे हमारे धर्म, दर्शन और आध्यात्मिक चेतना के आधार स्तंभ हैं। इसलिए, इस पवित्र भूमि को न्याय दिलाने का कार्य हम सभी की जिम्मेदारी है।"
एडवोकेट आशीष कुमार राय, जो इस हस्तक्षेप आवेदन को सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करने वाले प्रमुख अधिवक्ता हैं, ने कहा:
"यह मामला केवल कानूनी लड़ाई नहीं है, बल्कि यह हमारी ऐतिहासिक धरोहर को पुनः स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास भी है। कानूनी रूप से हम सभी पहलुओं पर पूरी गंभीरता और प्रमाणिकता के साथ अपनी बात न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करेंगे, ताकि श्रीकृष्ण जन्मभूमि को उसके वास्तविक गौरव के साथ स्थापित किया जा सके।"
विश्व हिंदू रक्षा परिषद इस मामले को पूरी गंभीरता और कानूनी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ाएगा। संगठन का मानना है कि यह केवल न्यायिक लड़ाई नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक और धार्मिक पुनर्जागरण का प्रतीक भी है।
परिषद सभी सनातन प्रेमियों, संत समाज, इतिहासकारों और न्यायप्रिय नागरिकों से इस धर्मयुद्ध में अपना समर्थन देने की अपील करता है, ताकि श्रीकृष्ण जन्मभूमि से जुड़े ऐतिहासिक सत्य को न्यायिक रूप से मान्यता मिल सके।
एक अच्छी शुरुआत
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