मुख्यमंत्री ने महाकुम्भनगर में मंत्रिपरिषद की बैठक
के उपरान्त मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित किया

प्रयागराज वैश्विक मंच पर छा रहा, पिछले एक सप्ताह में
सवा नौ करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में आकर पावन स्नान
कर दिव्य अनुभूति की, यह अविस्मरणीय और अकल्पनीय : मुख्यमंत्री

प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से प्रयागराज महाकुम्भ को ध्यान में रखते हुए, प्रयागराज के साथ-साथ
इस पूरे क्षेत्र के सस्टेनेबल डेवलपमेंट की कार्यवाही सरकार ने आगे बढ़ायी

स्टेट कैपिटल रीजन के तर्ज पर प्रयागराज और चित्रकूट
को मिलाकर एक डेवलपमेंट रीजन विकसित किया जाएगा

इसके इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए महत्वपूर्ण गंगा एक्सप्रेस-वे का एक्सटेंशन
किया जाएगा, यह एक्सप्रेस-वे प्रयागराज से मीरजापुर, संत रविदास नगर,
काशी, चन्दौली होते हुए गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के साथ जुड़ेगा

नीति आयोग के साथ मिलकर वाराणसी में वाराणसी-विन्ध्य डेवलपमेंट
 रीजन विकसित करने की कार्यवाही तेजी के साथ आगे बढ़ाई जा रही

बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ने की
कार्यवाही को आगे बढ़ाया गया, यह चित्रकूट को प्रयागराज से जोड़ेगा

प्रयागराज से मीरजापुर, जौनपुर, वाराणसी, आजमगढ़ तथा गोरखपुर
की कनेक्टिविटी को अच्छा करने के लिए सलोरी और झूंसी के हेतापट्टी
के बीच में 04 लेन का एक ब्रिज शास्त्री ब्रिज के समानांतर बनाया जाएगा

यमुना जी पर सिग्नेचर ब्रिज के समानान्तर एक नया ब्रिज
बनाये जाने की आवश्यकता, इस ब्रिज के लिए कैबिनेट ने सहमति दी

अगली बार जब कुम्भ के साथ पूरा उ0प्र0 जुड़ेगा,
तो इन सब इंफ्रास्ट्रक्चर का लाभ आने वाले श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा

लखनऊ : 22 जनवरी, 2025

उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज महाकुम्भनगर में आहूत मंत्रिपरिषद की बैठक के उपरान्त मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि इस महाकुम्भ में पहली बार उत्तर प्रदेश का सम्पूर्ण मंत्रिपरिषद उपस्थित है। सभी मंत्रिगण के साथ आज यहां अनेक मुद्दों और प्रदेश के विकास से जुड़े नीतिगत निर्णयों पर चर्चा हुई है। बैठक में जनपद प्रयागराज से जुड़े मुद्दों व विकास पर भी चर्चा की गई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेष में एयरोस्पेस, डिफेंस और रोजगार से संबंधित नीति वर्ष 2018 में बनाई गई थी। इन नीतियों के अब 05 साल पूरे हो चुके हैं। मंत्रिपरिषद की बैठक में इन्हें नए सिरे से बनाने की व्यवस्था की गई है। इन नीतियों में बड़े निवेश को आमंत्रित करने के लिए नए इन्सेंटिव की घोषणा की गई है। बैठक में इस पर चर्चा की गई है। एफ0डी0आई0 तथा फॉर्च्यून 500 के तहत प्रदेश में जो निवेश हुआ है, इसके अंतर्गत इन्सेंटिव वितरण करने की व्यवस्था व्यवस्था की गयी है। निवेश के कुछ नए प्रस्ताव आए हैं, जिन्हें लेटर आफ इण्टेंट यहां पर जारी हो रहे हैं। इनमें मीरजापुर में 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक के प्रस्ताव सहित जनपद मुरादाबाद एवं अन्य दो प्रस्ताव पर यहां लेटर आफ इन्टेंट के बारे में चर्चा हुई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेष के युवाओं के लिए टेबलेट और स्मार्टफोन उपलब्ध कराने की योजना के लिए भी यहां व्यवस्था की गई है। जनपद बलरामपुर श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की कर्मभूमि रहा है। उनके नाम पर के0जी0एम0यू0 के सैटेलाइट सेंटर को मेडिकल कॉलेज के रूप में स्थापित करने और इसे अगले सेशन में संचालित करने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा तीन जनपदों बागपत, हाथरस और कासगंज में पी0पी0पी0 मोड पर नए मेडिकल कॉलेज के निर्माण पर भी सहमति बनी है। टाटा टेक्नोलॉजी के साथ मिलकर प्रदेश में 62 आई0टी0आई0 के उन्नयन और 05 सेंटर ऑफ इनोवेशन, इन्वेंशन, इंटीग्रेशन एण्ड ट्रेनिंग की स्थापना के बारे में भी नए प्रस्ताव को सहमति दी गई है। यह एक प्रकार का हब एण्ड स्पोक मॉडल होगा, जो मॉडर्न एज कोर्सेज के साथ उत्तर प्रदेश के युवाओं को जोड़ेगा।
प्रदेश में एक अभियोजन निदेशालय की स्थापना को मंत्रिपरिषद ने अपनी सहमति दी है। प्रदेश के तीन महत्वपूर्ण नगर निगम प्रयागराज, वाराणसी और आगरा के बॉण्ड जारी होंगे। अब तक लखनऊ और गाजियाबाद के बॉण्ड जारी किए गए थे। इसके बहुत अच्छे परिणाम सामने आए हैं। यह नगर निगम की ब्रॉण्डिंग करने तथा उसके विकास को आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम होता है। इससे सम्बन्धित नगर निगम को एक नई दृष्टि और नई पहचान मिलती है।
आप सभी प्रयागराज के महत्व से परिचित हैं। हमारा प्रयागराज वैश्विक मंच पर छा रहा है। जिस श्रद्धा भाव से पिछले एक सप्ताह में सवा नौ करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में आकर पावन स्नान का आनंद लिया और दिव्य अनुभूति की है, यह अविस्मरणीय और अकल्पनीय है। प्रयागराज नगर निगम प्रयागराज के लिए एक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के लिए बॉण्ड जारी करने जा रहा है। इसी प्रकार आगरा नगर निगम वहां से संबंधित आवश्यकताओं के लिए एक बॉण्ड जारी करने जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से श्री काशी विश्वनाथ धाम के निर्माण के बाद काशी वैश्विक पटेल पर छा रही है। काशी में भी एक म्युनिसिपल बॉण्ड जारी करने की कार्यवाही नगर निगम द्वारा की जाएगी।
प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से प्रयागराज महाकुम्भ को ध्यान में रखते हुए, प्रयागराज के साथ-साथ इस पूरे क्षेत्र को एक सस्टेनेबल डेवलपमेंट के कार्यक्रम के साथ जोड़ने की कार्यवाही सरकार ने आगे बढ़ाई है। जिस प्रकार लखनऊ में लखनऊ और उसके आस-पास के जनपदों को मिलाकर स्टेट कैपिटल रीजन के विकास का प्लान बनाया गया है, इसी प्रकार प्रयागराज और चित्रकूट को मिलाकर एक डेवलपमेंट रीजन यहां पर विकसित किया जाएगा। इसके इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए महत्वपूर्ण गंगा एक्सप्रेस-वे का एक्सटेंशन किया जाएगा। गंगा एक्सप्रेस-वे प्रयागराज से मीरजापुर, संत रविदास नगर, काशी, चन्दौली होते हुए गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के साथ जुड़ेगा। इसके अलावा वाराणसी और चन्दौली से यही एक्सप्रेस-वे सोनभद्र को जोड़ते हुए नेशनल हाईवे के साथ जुड़ेगा। यह इंफ्रास्ट्रक्चर की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण होगा। प्रयागराज चित्रकूट डेवलपमेंट रीजन तैयार करने जा रहे हैं, वैसे ही नीति आयोग के साथ मिलकर वाराणसी में भी वाराणसी-विन्ध्य डेवलपमेंट रीजन विकसित करने की कार्यवाही तेजी के साथ आगे बढ़ायी जा रही है। यह डेवलपमेंट रीजन न केवल पर्यटन बल्कि आर्थिक उन्नयन तथा रोजगार सृजन में भी बड़ी भूमिका का निर्वहन करेंगे। इंफ्रास्ट्रक्चर की दृष्टि से महत्वपूर्ण एक्सप्रेस-वे के यह एक्सटेंशन प्रयागराज विन्ध्य और काशी एक्सप्रेस-वे के रूप में जाना जाएगा।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ने की कार्यवाही को आगे बढ़ाया गया है। यह चित्रकूट को प्रयागराज से जोड़ेगा। रीवां हाईवे को भी गंगा एक्सप्रेसवे तथा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के साथ जुड़ने का एक अवसर प्राप्त होगा। जनपद प्रयागराज में ट्रैफिक की समस्या है। इसके समाधान के लिए प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने लखनऊ रायबरेली होते हुए प्रयागराज की दूरी को बहुत आसान किया है। इसके अन्तर्गत गंगा नदी पर एक सिक्स लेन का ब्रिज भी बन रहा है। महाकुम्भ के दौरान स्टील ब्रिज का निर्माण किया गया है, जो व्यवस्थित ढंग से कार्य कर रहा है। यह नया ब्रिज समय पर बनकर पूर्ण हो जाएगा।
प्रयागराज से मीरजापुर, जौनपुर, वाराणसी, आजमगढ़ तथा गोरखपुर की कनेक्टिविटी को अच्छा करने के लिए मांग की जा रही थी। इसके लिए सलोरी और झूंसी के हेतापट्टी के बीच में 04 लेन का एक ब्रिज शास्त्री ब्रिज के समानांतर बनाया जाएगा। यमुना जी के सिग्नेचर पुल पर रीवां तथा अरैल की ओर से दबाव है। सिग्नेचर ब्रिज आज से बीस साल पहले बनकर तैयार हुआ था। इसके समानान्तर एक नया ब्रिज बनाया जाना आज की आवश्यकता है। इस ब्रिज के लिए भी कैबिनेट ने अपनी सहमति दी है।
प्रयागराज के इंफ्रास्ट्रक्चर, यहां के सस्टेनेबल डेवलपमेंट तथा रोजगार की दृष्टि से और आने वाले समय में यहां के नागरिकों के जीवन स्तर को और बेहतर बनाने की दिशा में प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा को आगे बढ़ाने के लिए कुछ योजनाओं पर यहां कैबिनेट ने अपनी सैद्धांतिक सहमति दी है। अगली बार जब कुम्भ के साथ पूरा उत्तर प्रदेश जुड़ेगा, तो इन सब इंफ्रास्ट्रक्चर का लाभ आने वाले श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा।
प्रभु श्री राम लाल आज ही के दिन 500 वर्षों के बाद अयोध्या में विराजमान हुए थे। यह प्रभु की ही कृपा है कि आज पहली बार उत्तर प्रदेश का पूरा मंत्रिपरिषद प्रयागराज आया है। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से अगले कुम्भ के दृष्टिगत अभी से इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण की योजना को मंत्रिपरिषद प्रयागराज की धरती पर प्रस्तुत कर रहा है।
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