राजकुमार गुप्ता 
मथुरा।केएम अस्पताल में कूल्हा प्रत्यारोपण कर हड्डी विभाग के चिकित्सको ने एक वृद्ध मरीज को नई जिंदगी दी। उक्त वृद्ध का एक हादसे में कूल्हा टूट गया था जिससे वह कई माह से चल फिर एवं दैनिक क्रिया भी नहीं पा रहा था। मरीज के सफल आपरेशन के बाद मरीजों के परिजनों ने चिकित्सकों का आभार जताया है।
तहसील मांट राजागढ़ी खावल गांव में रहने वाले 62 वर्षीय भिक्की सिंह का 2005 में एक्सीडेंट हो गया था, जिससे उनका कूल्हे में गंभीर चोट आई थी, दो-तीन साल से परेशानी झेल रहे भिक्की सिंह ने दिल्ली, फरीदाबाद, भरतपुर, आगरा कई अस्पतालों में दिखाया लेकिन फायदा नहीं हुआ। छः माह से वह कूल्हा टूटने के कारण वह चल फिर नहीं पा रहे थे। उनके भाई रामपाल उन्हें लेकर केएम अस्पताल पहुंचा जहां आर्थोंपेडिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष डा. हर्षित जैन एवं असिटेंट प्रोफेसर डा. पंकज त्यागी ने आपेरशन करने की बात कही। परिजनों की स्वीकृति के बाद मरीज के कूल्हे का आर्थोपेडिक के वरिष्ठ चिकित्सक हर्षित जैन, असिटेंट प्रोफेसर डा. पंकज त्यागी, डा. राहुल वर्मा, डा. अभिषेक किशोर एनेस्थिया से डा. अरूणा, डा. आशीष, डा. रूधिरा ने सफल प्रत्यारोपण किया। आज वह चल फिर रहे है। 
आर्थोंपेडिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष डा. हर्षित जैन ने बताया कि मरीज के कूल्हे की हड्डी में ही नहीं अपितु कटोरी में भी गलाव था। यही नहीं जोड़ में अतिरिक्त हड्डियां भी बन गई थी। जिससे ऑपरेशन काफी जटिल हो गया था। जिसके चलते अधिकतर अस्पतालों ने सर्जरी करने से मना कर दिया था। किन्तु केएम अस्पताल के हड्डी विभाग ने जटिल सर्जरी को सफलता पूर्वक करके मरीज को नया जीवन दिया है। 
असिटेंट प्रोफेसर डा. पंकज त्यागी ने बताया इस तरह के आपरेशन में उम्र का सबसे अधिक ध्यान रखना होता है। कई मरीज तो आपरेशन के बाद अधिक आयु होने के कारण परेशान हो जाते हैं। मरीज का आपरेशन पूरी तरह सफल रहा। अब मरीज अपने पैर से चल फिर रहा है। अब तक केएम में 100 से 150 कूल्हा प्रत्यारोपण सफल हुए है, जिनके रिजल्ट 100 प्रतिशत सही रहे है। 
इस सफलता के लिए केएमयू के कुलाधिपति किशन चौधरी, विवि के वाइस चांसलर डा. एनसी प्रजापति, प्रो. वाइस चांसलर डा. शरद अग्रवाल, मेडीकल प्रचार्य डा. पीएन भिसे, एडीशनल मेडीकल सुप्रीडेंट डा. आरपी गुप्ता ने हड्डी विभाग की टीम को बधाई दी है।

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