मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय युवा दिवस पर प्रान्तीय रक्षक दल के जवानों से संवाद एवं राज्य स्तरीय विवेकानन्द युवा पुरस्कार वितरण समारोह में अपने विचार व्यक्त किए

मुख्यमंत्री ने जनपद हाथरस, गोण्डा एवं हरदोई में निर्मित ग्रामीण स्टेडियमों का लोकार्पण किया

प्रान्तीय रक्षक दल के मृतक जवानों के चयनित आश्रितों को चयन पत्र वितरित किया, ए0आई0 इनेबल्ड युवा सारथी पोर्टल का शुभारम्भ किया

राज्य स्तरीय विवेकानन्द यूथ अवॉर्ड विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये

नये वित्तीय वर्ष में पी0आर0डी0 के जवानों का ड्यूटी भत्ता 395 रु0 प्रतिदिन से बढ़ाकर 500 रु0 प्रतिदिन किए जाने की घोषणा

स्वामी विवेकानन्द जी ने भारत की प्राचीन आध्यात्मिक संस्कृति को वैश्विक मंच तक पहुंचाने में एक बड़ी भूमिका का निर्वहन किया : मुख्यमंत्री

’चुनौती जितनी बड़ी होती, जीत उतनी ही शानदार होती’ स्वामी विवेकानन्द जी का यह कथन युवाओं के लिए आज भी मार्गदर्शन का कार्य कर रहा

प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से देश में आज युवाओं से सम्बन्धित अनेक आयोजन हो रहे

अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत पर गौरव की अनुभूति कीजिए, लेकिन आधुनिक ज्ञान व विज्ञान से स्वयं को वंचित न करें

राष्ट्रीय युवा उत्सव में सात में से तीन स्वर्ण पदक प्रदेश की टीम ने जीते
 
वर्ष 2047 तक विकसित भारत के निर्माण में हमारा क्या योगदान हो सकता, यह युवा तय करेगा,

सौभाग्य से भारत दुनिया का सबसे युवा देश, प्रदेश में भारत का सबसे अधिक युवा निवास करता

नशा, नाश का कारण, युवक मंगल दल और महिला मंगल दल स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर नशे के खिलाफ अभियान चलायें

हमारा देश प्रधानमंत्री जी के संकल्पों तथा विजन के अनुरूप 2047 से पूर्व दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरेगा, इस दिशा में हम सभी का सामूहिक प्रयास होना चाहिए

प्रधानमंत्री जी ने टीबी को वर्ष 2025 तक पूर्ण रूप से समाप्त करने का लक्ष्य रखा, इस कार्य में युवक तथा महिला मंगल दल द्वारा सहयोग किया जाना चाहिए

 

लखनऊ : 12 जनवरी, 2025


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी ने भारत की प्राचीन आध्यात्मिक संस्कृति को वैश्विक मंच तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका का निर्वहन किया था। उन्होंने प्रत्येक देशवासी के मन में भारत और भारतीयता के प्रति गौरव की अनुभूति कराने का कार्य किया था। स्वामी विवेकानन्द जी की प्रेरणा देश की आजादी के आन्दोलन में और उसके पश्चात भी प्रत्येक युवा व भारतवासी के लिए आदर्श है। वर्ष 1893 के शिकागो सम्मेलन के माध्यम से उन्होंने दुनिया को अवगत कराया कि भारत क्या है। भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत क्या है। देश के युवाओं को उन्होंने भारत की विरासत के साथ-साथ आधुनिक विकास के साथ बेहतर समन्वय बनाने के लिए भी नई प्रेरणा दी।
मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में राष्ट्रीय युवा दिवस पर प्रान्तीय रक्षक दल के जवानों से संवाद एवं राज्य स्तरीय विवेकानन्द युवा पुरस्कार वितरण समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने स्वामी विवेकानन्द के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री जी ने जनपद हाथरस, गोण्डा एवं हरदोई में निर्मित ग्रामीण स्टेडियमों का लोकार्पण किया। प्रान्तीय रक्षक दल के मृतक जवानों के चयनित आश्रितों को चयन पत्र वितरित किए तथा ए0आई0 इनेबल्ड ‘युवा सारथी’ पोर्टल का शुभारम्भ किया।
मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम में राज्य स्तरीय विवेकानन्द यूथ अवॉर्ड विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये। इनमें युवक मंगल दल श्रेणी के अन्तर्गत युवक मंगल दल उदयपुर, जनपद वाराणसी, हाटाखास, जनपद सिद्धार्थनगर, ब्राहिमपुर कुसमा, जनपद अम्बेडकरनगर महिला मंगल दल श्रेणी के अन्तर्गत महिला मंगल दल सुरहती जनपद जालौन, स्वार जनपद रामपुर, कनकहा जनपद लखनऊ को पुरस्कृत किया। उन्होंने व्यक्तिगत श्रेणी में अर्शदीप सिंह (जनपद झांसी), अमन (जनपद बागपत), अर्पिता सिंह (जनपद गोरखपुर), अजीत कुमार सोनी (जनपद चन्दौली), सुन्दरम तिवारी (जनपद प्रतापगढ़) सत्यदेव आर्य (जनपद बरेली), सिद्धार्थ राय (जनपद गाजीपुर), स्वेच्छा श्रीवास्तव (जनपद गोरखपुर), अक्षय शुक्ला (जनपद उन्नाव), आर्यन गौड़ (जनपद बुलन्दशहर) को पुरस्कृत किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज पूरा देश भारत के एक अत्यन्त आध्यात्मिक और क्रांतिकारी गुरु स्वामी विवेकानन्द जी का स्मरण कर रहा है। पूरा देश 12 जनवरी की तिथि  को स्वामी विवेकानन्द की जयन्ती के रूप में आयोजित करता है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से देश में युवाओं से सम्बन्धित अनेक आयोजन हो रहे हैं। इन आयोजनों प्रधानमंत्री जी तथा विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सहभागिता व सहयोग देश के युवाओं को प्राप्त हो रहा है।
स्वामी विवेकानन्द ने कहा था कि ’चुनौती जितनी बड़ी होती है, जीत उतनी ही शानदार होती है।’ उनका यह कथन युवाओं के लिए आज भी मार्गदर्शन का कार्य कर रहा है। जब देश गुलाम था तो यह युवा संन्यासी देशवासियों का आह्वान कर रहा था कि चुनौतियों से भागिए मत उसका डटकर मुकाबला करिये। अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत पर गौरव की अनुभूति कीजिए, लेकिन आधुनिक ज्ञान व विज्ञान से स्वयं को वंचित नहीं करना है। उनके मध्य बेहतर समन्वय होना चाहिए। भारत की ऋषि परम्परा ने भारत की ज्ञान-विज्ञान की परम्परा को उन ऊंचाइयों तक पहुंचाया था जो विज्ञान से ऊंची पायदान पर खड़े होकर विश्व को नेतृत्व दे सकता है ।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राष्ट्रीय युवा उत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में आयोजित हुए विभिन्न कार्यक्रमों में उत्तर प्रदेश के 63 युवाओं की टीम भागीदार बनने के लिए गई थी। इस दल को मैंने स्वयं मुख्यमंत्री आवास से रवाना किया था। इस आयोजन में सात में से तीन स्वर्ण पदक प्रदेश की टीम ने जीते हैं। प्रदेश का युवा आज अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहा है। यह वही युवा हैं जिनके सामने कभी पहचान का संकट था। युवाओं के बिना किसी भी सभ्य समाज और राष्ट्र का कोई भविष्य नहीं हो सकता। प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि आने वाला समय हमारा होगा। वर्ष 2047 तक विकसित भारत के निर्माण में हमारा क्या योगदान हो सकता है। यह युवा तय करेगा। सौभाग्य से भारत दुनिया का सबसे युवा देश है, जिसकी 56 प्रतिशत आबादी वर्किंग है।
प्रदेश इस मामले में सौभाग्यशाली है कि भारत का सबसे अधिक युवा यहां निवास करता है। प्रदेश की कुल आबादी में 56 से 60 फ़ीसदी युवा हैं। यह आबादी कामकाजी तबका है। हर व्यक्ति किसी न किसी काम-धंधे व रोजी-रोजगार से लगा हुआ है। किसी न किसी अभियान से जु़ड़ा है। जो प्रदेश के विकास के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज यहां अनेक प्रकार के कार्यक्रम प्रारम्भ किए गए हैं। राज्य स्तरीय स्वामी विवेकानन्द यूथ अवॉर्ड के अन्तर्गत युवाओं को पुरस्कृत किया गया है। ए0आई0 इनेबल्ड ‘युवा साथी’ पोर्टल का शुभारम्भ किया गया है। यह पोर्टल युवाओं के लिए लाभदायक साबित होगा। वास्तव में योजनायें पहले भी थीं लेकिन लोगों को उनका लाभ नहीं मिल पाता था। खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में खेल के मैदानों व स्टेडियमों का निर्माण किया जा रहा है। कुछ स्टेडियमों के उद्घाटन के लिए मैं स्वयं गया था। 80,000 से अधिक युवक मंगल दल और महिला मंगल दल को स्पोर्ट्स किट्स उपलब्ध कराई गई हैं। ग्रामीण खेल लीग की शुरुआत हुई है। युवा ऊर्जा के लिए प्लेटफार्म प्रदान किया गया है ताकि वह सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ सकें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नशा, नाश का कारण बनता है। जिस देश का युवा नशे की चपेट में आ जाए, तो उस देश का कोई भविष्य नहीं हो सकता। नशे से दूरी बनाने के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करना आवश्यक है। सभी प्रकार के नशे को समाप्त करना है। नशा करवाने वाले गिरोह को नेस्तनाबूत करने के लिए पूरी शक्ति के साथ कार्य करना है। युवक मंगल दल और महिला मंगल दल का दायित्व है कि वह स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर अपने स्तर पर भी नशे के खिलाफ अभियान चलायें। सकारात्मक ऊर्जा के प्रसार के लिए गांव-गांव में खेल के मैदान को प्रोत्साहित करना व खेलकूद की गतिविधियों का आगे बढ़ाना आवश्यक है। युवाओं को वॉलीबॉल, फुटबॉल, क्रिकेट, कुश्ती आदि खेलों से जोड़ा जाना चाहिए। यह मनोरंजन के साथ-साथ शरीर को फिट रखने का कार्य भी करेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कितना रोचक होगा जब गांवों में महिला और पुरुष खिलाड़ी आपस में रस्साकसी करें। यह प्रदर्शन भी होना चाहिए। क्या बुराई है यदि युवा गांव में टीम बनाकर कबड्डी, खो-खो तथा फुटबॉल जैसे खेल खेलें। इसके बाद गांव की एक टीम बनाकर दूसरे गांव के साथ कॉम्पिटिशन करें। फिर दोनों गांवों की न्याय पंचायत स्तर पर एक टीम बने, वह ब्लॉक स्तर पर कॉम्पिटिशन में भाग ले। ब्लॉक स्तर की टीम अन्य टीमों के साथ जुड़ते हुए जनपद स्तर और जनपद स्तर की टीम कमिश्नरी स्तर पर, कमिश्नरी स्तर की टीम प्रदेश स्तर पर प्रतिस्पर्धा में भाग लेती है, तो भारत को अन्तरराष्ट्रीय मंच पर ओलम्पिक, एशियाई खेलों, कॉमनवेल्थ गेम्स या अन्य इण्टरनेशनल चैम्पियनशिप में पदक प्राप्त करने से कौन सा देश वंचित कर सकता है। भारत पदक अवश्य प्राप्त करेगा, लेकिन इसकी शुरुआत गांवों से होनी चाहिए। युवक मंगल दल और महिला मंगल दल इसमें बड़ी भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि युवक व महिला मंगल दल गांवों में स्वच्छता के कार्यक्रम चलायें। खेलकूद की गतिविधियों को बढ़ावा दें। जल संरक्षण के कार्यक्रम में भाग लें। यदि यह कार्य पूरी ईमानदारी तथा प्राथमिकता के साथ करेंगे तो कोई संदेह नहीं कि हमारा देश प्रधानमंत्री जी के संकल्पों तथा विजन के अनुरूप वर्ष 2047 से पूर्व दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरेगा। इस दिशा में हम सभी का सामूहिक प्रयास होना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रान्तीय रक्षक दल का भी अपना एक इतिहास है। इसका गठन वर्ष 1948 में हुआ। प्रान्तीय रक्षक दल के दायित्वों में शान्ति व सुरक्षा व्यवस्था, विकास एवं जन जागरूकता आदि में सहयोग सम्मिलित हैं। वर्तमान में विभागीय पोर्टल पर 35,000 पी0आर0डी0 जवान पंजीकृत हैं। वर्तमान में 19,500 पी0आर0डी0 जवान विभागीय बजट से दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। 6,942 जवान प्रदेश सरकार के विभिन्न उपक्रमों तथा 300 से अधिक जवान भारत सरकार के विभागों तथा उपक्रमों आदि से जुड़े हुए हैं। यदि इन जवानों को अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया जाए, तो अनेक जगहों पर इनकी महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। सरकार उन्हें सुविधाएं देने के लिए तैयार है। भूकम्प व बाढ़ आदि आपदाओं के समय आपदा मित्र के रूप में इनका उपयोग करें। प्रत्येक जनपद में व्यवस्था बनाई जा रही है कि विभिन्न आपदाओं व दुर्घटनाओं के समय आपदा मित्र फर्स्ट रेस्पॉन्ड करें।  
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सड़क दुर्घटना या अग्निकांड के समय हमें क्या करना चाहिए। यदि इन्हें इनसे सम्बन्धित जानकारी प्रदान कर दी जाए, तो यह जवान अत्यन्त उपयोगी साबित हो सकते हैं। ट्रैफिक के नियमों का पालन कराने में भी इनकी भूमिका हो सकती है। वर्तमान में ट्रैफिक व्यवस्था के संचालन हेतु 10 हजार जवानों की आवश्यकता है। वर्ष 2019 में पी0आर0डी0 जवानों का ड्यूटी भत्ता 250 रुपये प्रतिदिन से बढ़ाकर 375 रुपये प्रतिदिन तथा वर्ष 2022 में इस धनराशि को 375 रुपये प्रतिदिन से बढ़कर 395 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया। पी0आर0डी0 के इन 35 हजार जवानों की सेवाओं को देखते हुए नये वित्तीय वर्ष में इनका ड्यूटी भत्ता 395 रुपये प्रतिदिन से बढ़ाकर 500 रुपये प्रतिदिन किए जाने की घोषणा की जाती है। जवानों के मन में विश्वास उत्पन्न करने तथा उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा प्रदान करने के लिए यह घोषणा की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यदि कोई जवान ड्यूटी के दौरान कार्य करते हुए मृत हो जाता है, तो उस जवान के परिवार के युवा को योग्यता के आधार पर आश्रित के रूप में सेवा देने की व्यवस्था की गई है। आज यहां मृतक पी0आर0डी0 जवानों के चयनित आश्रितों को चयन पत्र वितरित किया गया है। इनमें बस्ती के मोहम्मद अमीर व सुश्री कमला देवी, कानपुर नगर के श्री माधव अवस्थी, अमरोहा के श्री भूपेन्द्र, प्रतापगढ़ कीं सुश्री सानिया सोनकर, महाराजगंज के श्री श्यामेंद्र कुमार गुप्ता, फतेहपुर के श्री चंद्रशेखर सम्मिलित हैं।
 मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि यह प्रांतीय रक्षक दल के जवान पूरी प्रतिबद्धता और ईमानदारी से स्वयं को साबित करेंगे। अपनी कार्य पद्धति से अनूठी छाप छोड़ने का काम करेंगे। कार्य पद्धति ही आपकी पहचान बनाती है। यदि आप यह सभी कार्य करते हैं तो सरकार समय-समय पर इसी प्रकार आपके ड्यूटी भत्ता को बढ़ाने का काम करेगी। यदि आपके साथ समाज की सहानुभूति होगी तो कोई भी सरकार आपके भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकती। हमें आमजन का विश्वास अर्जित करने के लिए तत्पर रहना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश में ट्यूबरक्लोसिस के खिलाफ अभियान चल रहा है। प्रधानमंत्री जी ने टीबी को वर्ष 2025 तक पूर्ण रूप से समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। इस अभियान में मरीजों को चिन्हित करना, उनको दवा उपलब्ध कराना तथा निःशुल्क उपचार की व्यवस्था करना सम्मिलित है। ऐसे परिवारों के भरण-पोषण के लिए धनराशि की व्यवस्था की गयी है। इन परिवारों को इस अभियान से जोड़कर बहुत बड़ा कार्य किया जा सकता है। इस कार्य में युवक तथा महिला मंगल दल द्वारा सहयोग किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल के कार्यों पर आधारित लघु फिल्म प्रदर्शित की गयी।
खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गिरीश चन्द्र यादव ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर विधायक श्री अमरेश कुमार, लखनऊ की महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल, प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण श्री मनीष चौहान, सचिव खेल एवं युवा कल्याण श्री सुहास एल0वाई0 सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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