उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि प्रयागराज महाकुम्भ 2025 अब तक के सभी कुम्भ पर्वों से अधिक दिव्य और भव्य होगा। इस महाकुम्भ में आस्था और आधुनिकता का समागम होगा और यह समागम प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में कैसे खुशहाली ला सकता है, इसका उदाहरण भी बनेगा। उन्होंने कहा कि लाखों लोग इस महासमागम और व्यवस्था के साथ जुड़े हुए हैं। यह प्रयागराज के साथ-साथ पूरे देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करेगा। अकेले प्रयागराज महाकुम्भ से अर्थव्यवस्था में 02 लाख करोड़ रुपये की ग्रोथ होने का अनुमान है।
मुख्यमंत्री जी ने महाकुम्भ नगर में डिजिटल मीडिया सेण्टर का लोकार्पण के उपरान्त मीडिया प्रतिनिधियों से संवाद करते हुए कहा कि महाकुम्भ सांस्कृतिक एकता का ऐसा महायज्ञ है, जो पूर्व से पश्चिम तथा उत्तर से दक्षिण न केवल भारतवर्ष को, अपितु सम्पूर्ण विश्व को एक नीड़ (घोंसले) में लाकर स्थापित कर देता है। यजुर्वेद का सन्दर्भ देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यजुर्वेद में कहा गया है ‘यत्र विश्वं भवत्येक नीडम्’ अर्थात जहाँ सम्पूर्ण विश्व एक घोंसले में आ जाता है। महाकुम्भ उसी परिकल्पना का उत्कृष्ट उदाहरण है। यूनेस्को ने कुम्भ को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की मान्यता प्रदान की है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले की सरकारों ने आस्था का सम्मान नहीं किया। हमने आस्था का सम्मान किया और आस्था कैसे अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाती है, प्रयागराज इसका उदाहरण बनने जा रहा है। उन्होंने देश भर के पत्रकारों से अपील की कि राज्य सरकार ने इस महाआयोजन को एक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और आधुनिक महासमागम के रूप में प्रस्तुत करने की जो योजना बनायी है, उसे अपनी रिपोर्टिंग के माध्यम से पूरी दुनिया में प्रसारित करना होगा, ताकि न केवल प्रयागराज बल्कि उत्तर प्रदेश को दुनिया के बेहतरीन डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित किया जा सके। यह मान्यता प्रयागराज को पहले ही मिल जानी चाहिए थी, लेकिन आपकी रिपोर्टिंग आज प्रयागराज को उसका हक दिलाने में मददगार होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पत्रकार बन्धुओं की आवश्यकता और अपेक्षाओं का ध्यान रखते हुए सूचना विभाग द्वारा यह सर्वसुविधायुक्त मीडिया सेण्टर स्थापित किया गया है। खबरें फाइल करनी हों या इण्टरव्यू और पॉडकास्ट, एडिटिंग हो या सन्दर्भ ग्रंथों की आवश्यकता, आप सभी की हर जरूरत को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। कुम्भ-2019 को आपने आस्था के अद्भुत संगम के रूप में देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत किया था। इस बार भी विश्व मानवता के कल्याण का मार्ग यहां से प्रशस्त हो, इसके लिए यह मीडिया सेण्टर आपको समर्पित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 12 वर्ष के बाद महाकुम्भ का आयोजन हो रहा है और उसमें भी 144 वर्ष का वह शुभ मुहुर्त आया, जो सचमुच आज की पीढ़ी के लिए सौभाग्य की बात है। यह उनके लिए भी गौरव का क्षण है, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस आयोजन से जुड़े हैं। सनातन गर्व के प्रतीक महाकुम्भ पर्व का आयोजन करने का अवसर मिलना डबल इंजन सरकार का सौभाग्य है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 13 दिसम्बर को प्रधानमंत्री जी ने 5,500 करोड़ रुपये की स्थायी परियोजनाओं का लोकार्पण किया। यह स्थायी विकास के कार्य हैं, जो प्रयागराज को नई पहचान देने वाले हैं। 05 कॉरिडोर, अक्षयवट का भव्य कॉरिडोर, भारद्वाज आश्रम कॉरीडोर, हनुमान मन्दिर कॉरिडोर, प्रभु श्रीराम और उनके सखा निषादराज की मिलन स्थली श्रृंगवेरपुर कॉरिडोर और सरस्वती कूप कॉरिडोर का प्रधानमंत्री जी ने लोकार्पण किया है। ब्रह्मा जी का यज्ञस्थल दशाश्वमेध घाट व मन्दिर, नागवासुकी मन्दिर या द्वादशमाधव के मन्दिरों का जीर्णोद्धार, प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं के अनुभव को अविस्मरणीय बना देगा। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु वर्षों से पक्के घाट की प्रतीक्षा कर रहे थे, इस बार 12 किलोमीटर पक्के घाट बनाकर इस चिरप्रतीक्षित कार्य को पूरा कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रयागराज में वर्ष 2019 के कुम्भ के दौरान भी इन्फ्रास्ट्रक्चर का कार्य हुआ था। इस बार उससे भी दोगुना कार्य किया गया है। महाकुम्भ के माध्यम से प्रयागराज का कायाकल्प हो रहा है। उन्होंने मेला प्राधिकरण की प्रशंसा करते हुए कहा कि कुम्भ का आयोजन गंगा जी और यमुना जी के तट पर ही सम्पन्न होता है और आयोजन के लिए हम लोगों के पास दिसम्बर तक का समय होता है। अत्यधिक वर्षा के कारण हमें सिर्फ ढाई माह का समय मिला और उस दौरान तटों व नदी को व्यवस्थित करना, वहां कैम्प लगाने, अस्थायी आश्रम स्थापित करके सुविधाएं प्रदान करना सुनिश्चित किया गया। इस मास्टर प्लान और ले-आउट प्लान को जमीनी धरातल पर उतारने का कार्य, इन ढाई महीने के अन्दर मेला प्राधिकरण ने सम्पन्न कराया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुम्भ-2019 के पहले कुछ लोग भारत की आस्था, उसके सम्मान की कोई कीमत नहीं समझते थे। उन लोगों ने कुम्भ को गन्दगी, अव्यवस्था और भगदड़ का पर्याय बनाया था। उनके लिए यह सबक होना चाहिए। कुम्भ इस बार आस्था और आधुनिकता के महासमागम के साथ दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक आयोजन से जुड़ने जा रहा है। दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आबादी इस महाआयोजन की साक्षी बनेगी। 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु यहां आएंगे। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में वर्ष 2019 का कुम्भ स्वच्छता का प्रतिमान बना था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज त्रिवेणी संगम को भी शुद्ध जल उपलब्ध हो रहा था। वर्ष 2025 में और बेहतर व्यवस्था देखने को मिल रही है। वर्ष 2019 में यहां पर कुल 1.15 हजार टॉयलेट बन पाए थे, इस बार ये 1.5 लाख से अधिक बन चुके हैं। ऐसे ही सेक्टर की संख्या बढ़ाई गई। प्रयास किया गया है कि संगम में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं को कोई समस्या न हो। इसके लिए 550 शटल बसें और इलेक्ट्रिक बसें भी उपलब्ध करायी गई हैं। महाकुम्भ स्वच्छ और सुरक्षित भी रहे इसकी भी पुख्ता व्यवस्था की गई है। 56 थाने बनाए गए हैं। एक एक गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। एण्टी ड्रोन सिस्टम यहां स्थापित हो चुका है। पर्याप्त संख्या में सी0सी0टी0वी0 कैमरों का कवरेज दिया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मेला क्षेत्र में 13 अखाड़े स्थापित हो चुके हैं। दंडीबाड़ा, खाकचौक, आचार्यबाड़ा व्यवस्थित रूप से संचालित हैं। प्रयागवाल भी अपनी व्यवस्था को आगे बढ़ा रहा है। इस दौरान 25 से 30 लाख कल्पवासी भी अगले एक महीने तक प्रयागराज में रहेंगे। वे भी यहां एक-दो दिन में पर्याप्त संख्या में प्रवेश कर जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस बार 06 प्रमुख स्नान में से 03 परम्परागत शाही स्नानों को पूज्य संतों ने अमृत स्नान के रूप में मान्यता दी है। हमारा अनुमान है कि मौनी अमावस्या के दिन 08 से 10 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज आएंगे। बसंत पंचमी में भी हमारा अनुमान है कि 5-6 करोड़ श्रद्धालु स्नान करने आएंगे। मकर संक्रांति के अवसर पर भी भारी संख्या में श्रद्धालु आने वाले हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने 3,000 से अधिक स्पेशल ट्रेनें दी हैं। यहां पर पहले से एयर कनेक्टिविटी के लिए 14 नई फ्लाइट्स जोड़ी गई हैं। 8,000 से अधिक परिवहन की बसें श्रद्धालुओं को लाने के लिए लगाई गई हैं। 09 रेलवे स्टेशन हैं, जहां श्रद्धालुओं के लिए वेटिंग स्टेशन बनाए गए हैं, जिसमें एक लाख लोगों के रुकने की व्यवस्था रहेगी। मोबाइल टिकट भी हर स्टेशन पर उपलब्ध होंगे। डिजिटल डिस्प्ले के माध्यम से सभी परिवहन स्थलों पर गाड़ियों के आने जाने की सूचना मिलेगी।
डिजिटल मीडिया सेण्टर का लोकार्पण करने से पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा स्थापित मीडिया सेण्टर में उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं का अवलोकन किया और सराहना भी की। उन्होंने कहा कि डिजिटल मीडिया सेण्टर में सूचनाओं को संकलित करने, उन्हें प्रसारित करने के लिए वर्ल्ड क्लास की सुविधाएं उपलब्ध करायी गई हैं। यह सेण्टर 45 दिन तक चलने वाले महाकुम्भ की महागाथा को पूरी दुनिया में प्रसारित करने के लिए एक उत्कृष्ट केन्द्र बनेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि डिजिटल मीडिया सेण्टर महाकुम्भ के लिए पूरी दुनिया से आ रहे श्रद्धालुओं के लिए सूचनाओं का प्रमुख माध्यम होगा। इसके माध्यम से डबल इंजन की सरकार द्वारा महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधाओं, व्यवस्थाओं और सुरक्षा से सम्बन्धित जानकारी लोगों तक पहुंचेगी और महाकुम्भ की एक सकारात्मक छवि उभरकर सामने आएगी। यह सेण्टर इलेक्ट्रॉनिक, प्रिण्ट और डिजिटल मीडिया जगत के संवाददाताओं और छायाकारों के लिए भी सुविधाजनक होगा। मुख्यमंत्री जी ने मीडिया सेण्टर में स्थापित डिजिटल सेल्फी प्वाइण्ट पर सेल्फी भी ली।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्रदेव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक श्री प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, सूचना निदेशक श्री शिशिर तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
ज्ञातव्य है कि डिजिटल मीडिया सेण्टर में हाई रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल कैमरे स्थापित किए गए हैं। इन कैमरों के माध्यम से दर्शक महाकुम्भ के आयोजन का वास्तविक अनुभव ले सकेंगे। इसके अतिरिक्त, मीडिया सेण्टर में एक विशेष पॉडकास्ट रूम भी बनाया गया है। यहां विशेषज्ञ विभिन्न मीडिया माध्यमों से महाकुम्भ के महत्व, आयोजन की प्रक्रिया और पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दों पर जानकारी साझा कर सकेंगे।
डिजिटल मीडिया सेण्टर में एक अत्याधुनिक कॉन्फ्रेन्स रूम भी है, जिसमें मुख्यमंत्री जी, मंत्रिगण एवं अन्य विशिष्टजन मीडिया प्रतिनिधियों के जरिए लोगों तक अपनी बात पहुंचा सकेंगे। इसके अलावा, पी0सी0आर0 रूम में दो बड़ी और दो छोटी स्क्रीन स्थापित की गई हैं, जो लाइव फीडिंग के माध्यम से महाकुम्भ की कवरेज करेंगी। पी0सी0आर0 रूम के माध्यम से प्रेस कॉन्फ्रेन्स, स्टूडियो और पॉडकास्ट की लाइव फीडिंग भी यूट्यूब, वॉट्सएप, फेसबुक, इन्स्टाग्राम और एक्स के माध्यम से उपलब्ध करायी जाएगी।
इस मीडिया सेण्टर में ब्रॉडकास्ट कैमरा और अपलिंकिंग की विशेष व्यवस्था की गई है, ताकि लाइव प्रसारण का कार्य बिना किसी तकनीकी समस्या के आसानी से किया जा सके। साथ ही, 50-50 लाख रुपये के लेंस वाले कैमरे भी लगाए गए हैं, जो महाकुम्भ के हर दृश्य को उच्च गुणवत्ता में रिकॉर्ड करेंगे। मीडिया सेण्टर में वी0आई0पी0 लाउंज, डबल बेड वाले आरामदायक रूम और 56 लोगों के एक साथ बैठने की क्षमता वाला विशेष कैफेटेरिया भी होगा। इसके अलावा, प्रेस ब्रीफिंग के लिए 400 लोगों के एक साथ बैठने की सुविधा और वर्क स्टेशन पर 65 से ज्यादा कम्प्यूटर की व्यवस्था भी की गई है।
मीडिया सेण्टर में एण्ट्री और एग्जिट के लिए चार बड़े दरवाजे बनाए गए हैं और सिक्योरिटी की भी विशेष व्यवस्था की गई है, ताकि सभी मीडिया कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। एण्ट्री करते ही एक सूचना डेस्क बनाई गई है, जहां सभी जरूरी जानकारी उपलब्ध रहेगी।
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