रायबरेली- अमावा 100 दिवसीय संघन टीबी खोज अभियान के अंतर्गत पीएम श्री नवोदय विद्यालय बावन बल्ला बुजुर्ग स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने पहुंचकर छात्रों की की स्क्रीनिंग की, साथ ही साथ बच्चों को टीबी के उपचार व लक्षण की जानकारी दी। विद्यालय के प्राचार्य बागिस ने कहा,"टीबी अब असाध्य बीमारी नहीं, अब इसका इलाज सरलहै।" इस मौके पर
स्वास्थ्य कर्मचारियों व बच्चों ने ली "टीबी हारेगा-देश जीतेगा" अभियान की शपथ
और संकल्प लेकर कहा- "2025 तक भारत बनाना है टीबी हारेगा, देश जीतेगा, रायबरेली जीतेगा।" मुख्य चिकित्सा अधिकारी रायबरेली, डॉ. नवीन चंद्रा के दिशा-निर्देशन पर व प्रभारी जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अरुण वर्मा के नेतृत्व में कर्मचारियों द्वारा जगह-जगह कार्यशाला आयोजित की जा रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन के तहत "टीबी हारेगा देश जीतेगा" अभियान से भारत के सपने को साकार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। इसको लेकर जिले में समुदाय स्तर पर व्यापक अभियान चलाया जा रहा है
इस मौके पर जिला प्रोग्राम कोऑर्डिनेट अभय मिश्रा, पीपीएम कोऑर्डिनेटर मनीष श्रीवास्तव, टीबीएचबी विक्रांत गुप्ता आदि मौजूद रहे। कोऑर्डिनेटर अभय मिश्रा ने कहा विद्यालय परिसर में‘‘टीबीमें "टीबी हारेगा देश जीतेगा" अभियान
को लेकर आयोजित बैठक संबोधित करते हुए बोले कि इस बैठक में मुख्य रूप से सभी सुपरवाइजर और कम्युनिटी हेल्थ अधिकारियों के द्वारा जगह-जगह पर जाकर इस अभियान को सफल बनाया जाएगा। और कहा आम जनमानस तक पहुंचकरटीबी उन्मूलन अभियान को जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता है।
वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक करुणा शंकर मिश्र ने कहा कि टीबी उन्मूलन के अभियान को जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता है और आम जनमानस को इसमें अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी, तभी हम इस रोग को मिटा पाएंगे। उन्होंने कहा टीबी अब असाध्य बीमारी नहीं है, अब इसका इलाज सरल है तथा समय पर इलाज करवाने से रोगी पूर्णतया स्वस्थ हो जाता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह इस बीमारी को छुपाए नहीं और लक्षण होने पर तुरंत अपनी जांच करवाएं। टीबी का इलाज व जांच हर एक स्वास्थ्य केंद्र पर निःशुल्क है। उन्होंने बताया कि 100 दिवसीय संघन टीबी खोज अभियान में “टीबी"टीबी हारेगा-देश जीतेगा" अभियान के तहत पूरे ब्लॉक में जन जागरण की अलग-अलग गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। उन्होंने इसके बारे में सभी आए हुए बच्चों व अध्यापकों के साथ विस्तृत में चर्चा की।
स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ बच्चों का अध्यापकों ने ली "टीबी हारेगा-देश जीतेगा" अभियान की शपथ।
इस अवसर पर विद्यालय में उपस्थित बच्चे व अध्यापक के साथ वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक वरुण देव शर्मा ने कहा कि पूरे जीवन काल में अपने परिवार, अपने सहकर्मी और पड़ोसी को क्षय रोग के लिए जागरूक करेंगे, लोगों को खांसने के सही तरीके का पालन करने के लिए प्रेरित करेंगे। टीबी रोग की रोकथाम संबंधी जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूरे अभियान भर ब्लॉक स्तर पर अपने दायित्व का निर्वहन करेंगे। मौके पर मौजूद आयुष्मान आरोग्य मंदिर के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी देवानंद ने बच्चों की स्क्रीनिंग की एवं सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी अंजलि ने बालिकाओं की स्क्रीनिंग की। करीब 210 बालक और बालिकाओं की स्क्रीनिंग की गई। लैब पर्यवेक्षक सुनीत श्रीवास्तव ने बताया कि जो अभियान चलाया जाएगा। उनके द्वारा लोगों को टीबी रोग के लिए जागरूक करने के साथ-साथ इस बीमारी के प्रति सतर्क रहने के लिए जागरूक किया जाएगा।
स्वास्थ्य पर्यवेक्षक करुणा शंकर मिश्र ने कहा कि इस बीमारी के कारणों को लोगों तक पहुंचाना, जिससे वे जागरूक हों, दूसरा टीबी की बीमारी के चपेट में आएलोगों की पहचान कर उन्हें इलाज दिलाना और तीसरा वर्तमान में जो टीबी के मरीज पूरे ब्लॉक भर में हैं,उन्हें उच्चतम स्तर की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाना हम सभी का लक्ष्य है। ‘‘टीबी हारेगा-देश जीतेगा" का नारा 2025 तक जिला को टीबी की बीमारी से मुक्ति दिलाएगा। इस मौके पर विद्यालय अध्यापक अवनीश सिंह ने आए हुए कर्मचारियों का आभार और धन्यवाद ज्ञापित किया।
पर्यवेक्षक वरुण देव शर्मा ने बताया कि 2018 से भारत सरकार टीबी के मरीजों के लिए निक्षय पोषण योजना चला रही है, जिसके तहत डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के तहत उन्हें आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसमें अब 1000रुपये इलाज के दौरान प्रति माह सरकार द्वारा दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष 24 मार्च को विश्व क्षयरोग दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का ध्येय लोगों को क्षय रोग अर्थात तपैदिक नामक बीमारी के विषय में जागरूक करना और क्षय रोग की रोकथाम के लिए कदम उठाना है।
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