मुख्यमंत्री जनपद वाराणसी में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में सम्मिलित हुए

मुख्यमंत्री ने विवाहित जोड़ों को विवाह प्रमाण पत्र तथा उपहार प्रदान किए

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना दहेज तथा बाल विवाह जैसी कुरीतियों को दूर करने का सार्थक प्रयास : मुख्यमंत्री

प्रधानमंत्री जी द्वारा देश की बागडोर सम्भालने के बाद जिस नए भारत का
निर्माण हुआ, उसमें महिलाओं के लिए भी सम्मानजनक स्थान बनाया

प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से वर्ष 2017 में राज्य में सामूहिक विवाह योजना प्रारम्भ,
इसके तहत सरकार द्वारा प्रति जोड़े के विवाह के लिए 51,000 रु0 व्यय किए जाते

प्रदेश में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में अब तक 04 लाख से अधिक बेटियों का विवाह सम्पन्न

देश में आज बेटियां प्रत्येक क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करके अपनी क्षमता सिद्ध कर रहीं
 
हर घर में शौचालय का निर्माण, प्रधानमंत्री आवास योजना और
मुख्यमंत्री आवास योजना में आवास की सुविधाएं नारी की गरिमा का प्रतीक

धुएं से मुक्ति के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत निःशुल्क
रसोई गैस कनेक्शन महिलाओं की शारीरिक सुरक्षा की दृष्टि से एक बड़ा कदम

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से देश में 10 करोड़ तथा प्रदेश में लगभग 02 करोड़ परिवार लाभान्वित

आयुष्मान भारत योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक के हर व्यक्ति को
प्रतिवर्ष 05 लाख रु0 का स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध कराया जा रहा

मुख्यमंत्री ने नेशनल इण्टर कॉलेज, पिण्डरा के प्रांगण में प्रसिद्ध
समाजसेवी श्री विभूति नारायण सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया


लखनऊ : 07 दिसम्बर, 2024

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि हम सब मिलकर सामूहिक रूप से समाज की कुरीतियों पर जोरदार प्रहार कर सकते हैं। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना दहेज तथा बाल विवाह जैसी कुरीतियों को दूर करने का सार्थक प्रयास है।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद वाराणसी की पिण्डरा तहसील स्थित नेशनल इण्टर कॉलेज में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर 401 जोड़ां का विवाह सम्पन्न हुआ। मुख्यमंत्री जी ने विवाहित जोड़ों को विवाह प्रमाण पत्र तथा उपहार प्रदान किए। उन्होंने नवदम्पत्तियों पर पुष्प वर्षा कर उन्हें आशीर्वाद भी दिया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दहेज रूपी दानव अनेक परिवारों के सामने संकट खड़ा करता है। बहुत सी बेटियां, जिनके अभिभावक दहेज नहीं दे पाते हैं, वह अविवाहित रहती हैं। ऐसे भी समाचार सुनने में आते हैं कि दहेज न देने के कारण वैवाहिक कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए। नवविवाहित जोड़ों ने बाल विवाह और दहेज मुक्त विवाह के खिलाफ आवाज उठायी है। इन जोड़ों ने दहेजमुक्त वैवाहिक बन्धन से जुड़कर अपने पितृऋण और मातृऋण से उऋण होने का कार्य किया है।
      मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा देश की बागडोर सम्भालने के बाद जिस नए भारत का निर्माण हुआ, उसमें उन्होंने महिलाओं के लिए भी सम्मानजनक स्थान बनाया। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार का संकल्प है कि हर हाल में बेटी और उसके सम्मान की रक्षा हो। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ सहित अनेक कार्यक्रमों द्वारा प्रधानमंत्री जी ने बेटियों एवं महिलाओं का सम्मान व गरिमा बढ़ाने के प्रयास प्रारम्भ किए। परिणास्वरूप देश में आज बेटियां प्रत्येक क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करके अपनी क्षमता सिद्ध कर रही हैं। हर हाल में बेटियों को शिक्षा और संरक्षण मिलना चाहिए। बेटियां जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में नेतृत्व दे सकती हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हर घर में शौचालय का निर्माण, प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना में आवास की सुविधाएं नारी की गरिमा का प्रतीक बनी हैं। धुएं से मुक्ति के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन महिलाओं की शारीरिक सुरक्षा की दृष्टि से एक बड़ा कदम था। देश में 10 करोड़ परिवारों को यह सुविधा निःशुल्क उपलब्ध कराई गई है। प्रदेश में लगभग 02 करोड़ परिवार इस योजना से लाभान्वित हुए हैं। प्रधानमंत्री जी ने महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 03 करोड़ लखपति दीदी के निर्माण का बड़ा लक्ष्य तय किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक के हर व्यक्ति को चाहे वह महिला हो या पुरुष, किसी भी आय वर्ग का हो, किसी भी जाति, मत और मजहब का हो, प्रतिवर्ष 05 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश सरकार लगभग 01 करोड़ लोगों को निराश्रित महिला, दिव्यांगजन तथा वृद्धावस्था पेंशन के रूप में प्रतिवर्ष 12,000 रुपये उपलब्ध करा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से वर्ष 2017 में राज्य में सामूहिक विवाह योजना को प्रारम्भ किया गया था। इसके तहत सरकार द्वारा प्रति जोड़े के विवाह के लिए 51,000 रुपये व्यय किए जाते हैं। इसमें से 35,000 रुपये वधू के खाते में जमा कराए जाते हैं। 10,000 रुपये से वर और वधू के लिए आवश्यक कपड़े और अन्य घरेलू सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। 6,000 रुपये विवाह के आयोजन में खर्च किए जाते हैं, जिससे सभी कार्यक्रम भव्यता से सम्पन्न हो सकें। प्रदेश में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के माध्यम से अब तक 04 लाख से अधिक बेटियों के विवाह कार्यक्रम सम्पन्न हो चुके हैं।
       मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यदि इन बेटियों के अभिभावक अपने-अपने घरों में बेटियों की शादी करते, तो हम सभी सम्मिलित नहीं हो पाते। यह सौभाग्य की बात है कि सामूहिक विवाह के कार्यक्रम में निमंत्रण पत्र वितरण करने का कार्य वरिष्ठ अधिकारीगण कर रहे हैं और इस कार्यक्रम में भागीदार बनने के लिए वह स्वयं (मुख्यमंत्री जी) और अन्य जनप्रतिनिधिगण आए हैं। यह दिन आपके जीवन के लिए ऐतिहासिक है और सदैव स्मरणीय बना रहेगा।
कार्यक्रम को विधायक पिण्डरा डॉ0 अवधेश सिंह ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने नेशनल इण्टर कॉलेज, पिण्डरा के प्रांगण में प्रसिद्ध समाजसेवी श्री विभूति नारायण सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया।
-------

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने