श्रीमद् भागवत कथा आयोजन समिति ने श्रीमद् भवगद गीता को राष्ट्रीय धर्मग्रन्थ घोषित करने की भारत सरकार के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से माँग की । समिति के संस्थापक व धर्म सलाहकार पंडित अमित भारद्वाज ने ई-मेल व एक्स (ट्विटर) के माध्यम से भेजे गये पत्र में विवरण प्रस्तुत करते हुये कहा है कि गीता एक सार्वभौेमिक व सैद्धान्तिक ग्रन्थ है । इसके सिद्धान्त किसी धर्म विशेष, सम्प्रदाय विशेष, जाति विशेष, क्षेत्र विशेष के लिये नहीं वरन् जनकल्याण व समस्त जनमानस का मार्गदर्शन करने के लिये हैं । पत्र में उन्होंने कहा कि भारत के अलावा विदेशों में इस की प्रासंगिकता को दृष्टिगत रखते हुये शोघ कार्य भी हो रहे है ।
अतः ऐसे धर्मग्रन्थ को राष्ट्रीय धर्मग्रन्थ घोषित किया जायें । ऐसा करने से भारत का विदेशों में मान बढ़ेगा तथा भारत में इसकी उपयोगिता व प्रासंगिकता में वृद्धि होगी एवं जनमानस इसके सिद्धान्तों का लाभ ले सकेंगा । इस प्रकार कर्म के सिद्धान्त को प्रतिपादित करने वाला भगवान श्रीकृष्ण का वाणी रूपी अमृतमयी प्रसाद का लाभ प्राप्त होगा ।
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