उतरौला बलरामपुर गन्ना किसानों को समय पर पर्ची न मिलने के कारण गेहूं की बुवाई प्रभावित हो रही है, जिससे किसान भारी आक्रोश में हैं। गन्ना काटने और चीनी मिलों तक पहुंचाने के लिए जरूरी पर्चियां देर से मिलने के कारण किसा न अपने खेत खाली नहीं कर पा रहे हैं। इसके चलते रबी फसल की बुवाई का उपयुक्त समय, नवम्बर और दिसम्बर, व्यर्थ जा रहा है। किसानों का कहना है कि पर्ची समय पर न मिलने के कारण गन्ने की फसल खेतों में खड़ी है। इससे न केवल गेहूं की बुवाई में देरी हो रही है, बल्कि अगली फसल के लिए संसाधन जुटाना भी मुश्किल हो रहा है। किसान लम्बे समय से पर्ची वितरण करने की प्रक्रिया में सुधार कराने की मांग कर रहे हैं। ग्राम मन्त राम के किसान केशरी प्रसाद,कामता,राधे श्याम डोलई, सोमई, बेकारू, चन्द्र भान, उदय भान, श्याम लाल, रंगी लाल, शेष राम और राम देव ने बताया कि चीनी मिलों की धीमी प्रक्रिया के कारणउनकी फसलें समय पर नहीं उठ रही हैं। उन्होंने मांग की है कि प्रशासन पर्ची वितरण प्रक्रिया को तेज करे,और चीनी मिलों को समय पर गन्ना उठान सुनिश्चित करने के निर्देश दे। किसानों ने बताया कि गेहूं की बुवा ई में देरी का सीधा असर उत्पादन पर पड़ सकता है। फसल कम होगी, तो उनकी आय भी घटेगी। इससे आगा मी फसलों के लिए खाद बीज और अन्य संसा धन जुटाना और भी मुश्किल हो जाएगा।
इस समस्या पर जिला गन्ना अधिकारी ने कहा कि चीनी मिलों से बात चीत कर जल्द से जल्द समाधान निकाला जाए गा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया, कि पर्ची वितरण प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी, और किसानों को समय पर पर्चियां उपलब्ध कराई जाएंगी। किसानों ने प्रशासन से अपील की है कि गन्ना उठान प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित किया जाए ताकि रबी फसल की बुवाई का सही समय न निकले। इसके अलावा, उन्होंने पर्ची वितरण में तकनीकी सुधार और पारदर्शिता की मांग भी की। गन्ना पर्ची वितरण में देरी किसानों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। यदि समय रहते इस समस्या का समा धान नहीं किया गया, तो गेहूं उत्पादन में कमी और किसानों की आर्थि क स्थिति पर गंभीर असर पड़ सकता है। प्रशासन और चीनी मिलों के बीच बेहतर समन्वय की जरूरत है, ताकि किसान समय पर अपनी फसलें तैयार कर सकें।
हिन्दी संवाद न्यूज से
असगर अली की खबर
उतरौला बलरामपुर।
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