हजरत मोहम्मद साहब की एक लौती पुत्री फ़ातिमा ज़ेहरा की शहादत के सिलसिले में एक मजलिसे अज़ा का आयोजन स्व० तौकीर हुसैन साहब के इमाम बाड़े में एक मजलिस हुई जिसकी खेताबत मौलाना सिब्ते हैदर साहब किब्ला ने की।
मजलिस को संबोधित करते हुऐ उन्होंने कहा कि रसूले करीम की इकलौती बेटी जनाबे फ़ातिमा जेहरा सिद्दीक़ा के हक को बयान किया उन्होंने यह भी कहा कि हजरत मोहम्मद साहब के दुनिया से गुजरने के बाद उनकी एकलौती पुत्री फ़ातिमा ज़ेहरा पर उस समय के जालिमों द्वारा के द्वारा अत्याचार और फ़िर उनकी शहा दत का प्रमुखता से वर्णन किया,तो पुरा वातावरण गमगीन हो गया। लोगो ने अश्क बहाए।मजलिस के बाद अंजुमन कमरेबनी हाशिम के द्वारा एक जुलूस बरामद किया गया। जुलूस कस्बा चौकी के सामने से हो कर मुख्य मार्गो से होता हुआ नेहरू क्रास होकर गांधी पार्क के सामने गली से गुजर कर स्व० मीर नाजिम हुसैन के इमाम बाड़े में जाकर सम्पन्न हुआ। जिसमे अंजुमन के साहिबे बयाज अली हसन, जाफर अली जाफरी, आदि के द्वारा नोहा पढ़ा गया, और सदस्यों मास्टर शारिब, मुस्ययब जाफरी, आदिल हुसैन, समीर रिजवी, अम्मार रिजवी, इफ्फू जाफरी, अली रिजवी, अशरफ रिजवी, शहेनशाह, जॉन आब्दी, ऑन रिजवी, लकी जाफरी, जिशान हैदर जाफरी, शव्वाल रिजवी, माही एडोकेट, डाक्टर आरिफ नेहाल रिजवी, अल्हम्द दानिश,एहेसन जाफरी, राशिद रिजवी, समन हैदर, अनीसुल हसन,
ने सिनाजनी करके शहजादी फ़ातिमा जेहरा का पुरसा पेश किया। इस अवसर पर मौलाना सिब्ते हैदर साहब, मौलाना मोहम्मद अली साहब, मौलाना फिदा हुसैन साहब, जकरिया रिजवी, बाबू रिजवी, सलमान रिजवी, जॉन जाफरी, शम्स मुस्तफा हैदर रिजवी, मोहसिन रिजवी, सबील रिजवी, आदि लोग शामिल रहे। पुलिस प्रशासन भी अपने जगह पर मुस्तैद दिखाई दिया।
हिन्दी संवाद न्यूज से
असगर अली की खबर
उतरौला बलरामपुर।
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