बलरामपुर - अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान, संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में शक्तिपीठ देवी पाटन मंदिर परिसर में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई का जन्म शताब्दी समारोह मनाया गया।
इस समारोह में मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रविशंकर सिंह ने मुख्य वक्ता के रूप में अटल जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। प्रोफेसर रविशंकर सिंह ने कहा की अटल बिहारी वाजपेई बहु आयामी व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने कहा की 1957 में बलरामपुर की जनता ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और पहली बार उन्हें देश की संसद में भेजा। बाद में अटल जी भारत ही नहीं वैश्विक राजनीति में ध्रुवतारा की तरह चमकते रहे। उनके व्यक्तित्व को शब्दों में बांध पाना संभव नहीं। इस अवसर पर संगोष्ठी, निबंध और प्रिंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें स्कूली छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया।कुलपति प्रोफेसर रविशंकर सिंह ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ला मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अटल जी के सहयोगी रहे राम बनारस शुक्ला ने की। इस अवसर पर राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के निदेशक डॉक्टर राकेश सिंह, अटल जी के पौत्री अंजली मिश्रा सहित क्षेत्र के तमाम गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रामकृपाल शुक्ल ने किया।
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