उतरौला बलरामपुर - ठण्डक का मौसम दिल की सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में हार्ट अटैक के मामले को लेकर काफी वृद्धि देखी जा रही है,खासकर उन लोगों के बीच जो पहले से दिल की बीमारी से गृहसित हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, उतरौला के अधीक्षक डाक्टर सीo पीo सिंह ने बताया कि ठण्ड से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि हो जाती है, जिससे दिल पर दबाव पड़ने से हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ सकता हैं।
डॉक्टर सीo पीo सिंह ने बताया कि पहले यह समस्या सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित थी, लेकिन अब हर युवा भी इस खतरे से जूझ रहे हैं। उनके मुताबिक, हार्ट अटैक के मामलों में वृद्धि के पीछे कुछ मुख्य कारण हैं कि अनियमित खान पान, तनाव, और धूम्रपान से कोलेस्ट्रॉल व ब्लड प्रेशर में वृद्धि होती है, जो दिल की सेहत को नुकसान पहुंचाती है। युवा वर्ग में बॉडी बनाने की आदत और जिम में गलत तरीके से की जाने वाली एक्सरसाइज के कारण दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इसके अलावा, बॉडी बनाने के लिए सप्लीमेंट्स का अत्याधिक सेवन भी स्वास्थ्य के लिए खतर नाक हो सकता है। आजकल की जीवन शैली में शारीरिक श्रम की कमी हो जाती है। घंटों एक जगह बैठे रहना और गतिहीन जीवन शैली से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। शारीरिक फिटनेस पर ध्यान देने के बावजूद भी मानसिक तनाव को अनदेखी करना भी खतरनाक साबित हो सकता है। मानसिक तनाव से दिल की धड़कन असामान्य हो सकती है, जिससे हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ सकता है। डॉक्टर. सीo पीo सिंह ने ठण्ड के मौसम में हार्ट अटैक से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय बताए हैं, जिन्हें अपना कर व्यक्ति इस खतरे से बच सकता है। रात को जल्दी सोने और सुबह जल्दी उठने की आदत डालें। इससे शरीर को पर्याप्त में आराम मिलता है, जो दिल की सेहत के लिए फायदेमन्द है। संतुलित आहार में ताजे फल, सब्जियां, और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। वसा और तले-भुने खाद्य पदार्थों से बचें। नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि करें। कम से कम पांच किलो मीटर पैदल चलने की आदत डालें और योगाभ्यास भी करें। ये दोनों आदतें दिल के लिए बेहद लाभदायक हैं। शराब और धूम्रपान से कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप में वृद्धि होती है, जो दिल की सेहत के लिए खतरे का संकेत देता हैं। नियमित रूप से कोलेस्ट्रॉल, ब्लडप्रेशर और ब्लडशुगर की जांच कराएं। इससे दिल की बीमारियों का समय रहते पता चल सकता है। मानसिक तनाव को कम करने के लिए ध्यान, प्राणायाम और मेडिटेशन का सहारा लें। ठण्ड में खास कर बुजुर्गों और युवाओं को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। ठण्ड के मौसम में रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्तचाप में वृद्धि हो सकती है। बुजुर्गों को अपनी दवाइयों और डॉक्टर की सलाह के अनुसार नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवानी चाहिए। वहीं, युवाओं को अपनी जीवन शैली में सुधार कर मानसिक और शारीरिक दोनों रूपों से स्वस्थ रहने की कोशिश करनी चाहिए।
डॉक्टर सिंह ने बताया कि हार्ट अटैक से बचाव के लिए जन जागरूकता बेहद ही महत्वपूर्ण है। स्वस्थ्य जीवन शैली को अपनाकर और समय पर स्वास्थ्य जांच कराकर इस समस्या से बचा जा सकता है। ठण्ड के मौसम में विशेष सावधानी बरतकर तथा अपने आप को ठण्ड से बचाकर वह गर्म कपड़े जैसे स्वेटर, जैकेट, मफलर आदि का प्रयोग करके दिल को स्वस्थ रखा जा सकता है। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे अपनी जीवन शैली में सुधार लाकर इस गम्भीर समस्या से बचने का प्रयास करें। ठण्ड के मौसम में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों को लेकर जन साधारण में जागरू कता फैलाना जरूरी है। यदि लोग अपनी जीवन शैली में सुधार लाते हैं और नियमित रुप से स्वास्थ्य जांच करवाते हैं, तो हार्ट अटैक जैसी समस्याओं से बच सकता है।
हिन्दी संवाद न्यूज से
असगर अली की खबर
उतरौला बलरामपुर।
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