उतरौला बलरामपुर किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन महात्मा टिकैत संगठन के जिलाध्यक्ष मोहम्मद खलील शाह ने राष्ट्रपति को सम्बोधित एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी उतरौला अवधेश कुमार को सौंपा। दिए गए पत्र में कहा है कि पिछले तेरह महीने चला किसान आंदोलन जो तीन कृषि कानून को केन्द्र सरकार ने वापस लिया था। बाकी एम एस पी को कानूनी गारंटी देने एवं स्वामी नाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने के साथ बिजली ऐमनमिंट बिल2020 को वापस लेने तथा अन्य मांगों का आश्वासन प्रधानमंत्री ने 2020-21 में दिया था लेकिन चार साल बीतने के बाद भी किसानों के मांग को पूरा नहीं किया गया हैं। जिसको लेकर 13 फरवरी 2024 से किसान आन्दोलन पर बैठे दल्लेवाल 31 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं लेकिन सरकार के द्वारा कोई तवज्जो नहीं दिया जा रहा है अगर अतिशीघ्र मांग को पूरा किया जाए। किसानों का गन्ना मूल्य का भुगतान 2023-24 बकाया है। जिससे किसान भुखमरी के कगार पर हैं। अतिशीघ्र गन्ना मूल्य का भुगतान कराया जाए। चीनी मिल के द्वारा धर्म कांटा का तौल नहीं मानते हैं ये किसानों के साथ मन मानी कर रहे हैं किसानों के साथ न्याय करते हुए इसे लागू कराया जाए। इस मौके पर बच्छराज वर्मा,बड़े लाल पाण्डेय, अशोक कुमार दूबे, हरि द्वार यादव,राम उजागर वर्मा,बुध्दि सागर यादव, सत्य राम यादव,सालि क राम,शिव कुमार, राम दास, राजेन्द्र प्रसाद यादव, दुःखी प्रसाद वर्मा, विनय कुमार पाण्डेय, सुकरू प्रसाद सहित दर्जनों किसान यूनियन के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
हिन्दी संवाद न्यूज से
असगर अली की खबर
उतरौला बलरामपुर।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know