प्रदेश स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता मे पहली बार देवी पाटन मंडल को मिला तीसरा स्थान।
जनपद मंडल के बाद प्रादेशिय स्तर पर बलरामपुर जनपद के मॉडर्न स्कूल और भारतीय विद्यालय इ. कॉलेज के बच्चों की मेहनत से प्रदेश मे स्थान मिल सका है। 
इस बड़ी उपलब्धि के लिए जिला क्रीडा सचिव मो सुहेल टीम मैनेजर अर्पण पाण्डेय, उमेश चन्द्र तिवारी, टीम कोच पंकज पाण्डेय, व मो नसीम व्यायाम शिक्षकों ने मुक्तकंठ से जिला विद्यालय निरीक्षक श्रीमती मृदुला आनंद की तारीफ करते हुए कहा है  की इस उपलब्धि का श्रेय डी आई ओ एस मैडम को जाता है। क्यूंकि हमसबको भरोसा था कि अब इस प्रतियोगिता मे देवीपाटन मंडल का प्रतिभाग मुश्किल है।

बताते चलें विगत 
5-से 7नवम्बर तक लखनऊ के चौक स्टेडियम मे  स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इण्डिया और मा शिक्षा विभाग के द्वारा आयोजित प्रदेश स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता 2024  मे पहली बार जनपद के बच्चों ने प्रदेश मे देवीपाटन मंडल को तीसरा स्थान दिलाया है। 
हलाकी यह सफर आसान नहीं था  यदि छोटे से छोटे कार्यो मे भी रूचि लेने वाले अधिकारी मौजूद हों तो न केवल दुरूह कार्य भी हल हो जाते हैँ बल्कि उनके साथ काम करने वाले कर्मचारी भी दोगुने जोश के साथ काम करते हैँ।विगत माह जनपदीय और मंडलीय चेस का आयोजन उतरौला के एच आर ए इंटर कॉलेज मे आयोजित हुआ था।जहाँ मण्डलीय टीम का चयन किया गया था इसमें केवल बलरामपुर जनपद के मॉडर्न, हाज़ी इस्माइल इ का, भारतीय वि इ का उतरौला, एच आर ए इ का के ही बच्चे चयनित हुए थे।
टीम तो बनी लेकिन स्कूल गेम्स फेडरेशनआफ इंडिया के खेलों के टाइम टेबल मे बदलाव के कारण लगातार अलग अलग जनपदीय मण्डलीय व परदेशिया खेल एक साथ ही पड़ते चले गए। ऐसे मे सबने यह मान लिया था की इस साल चेस प्रतियोगिता होना मुश्किल है अगर यह प्रतियोगिता होंगी भी तो जनपद के बच्चे नहीं जा सकेंगे।इसी बीच एकाएक प्रदेशिय चेस की तिथि आ गई वो भी मण्डलीय एथलेटिक्स और परदेशिया एथलेटिक्स खेलों के तारीखों के बीच मे।
जानकारी जिला विद्यालय निरीक्षक को हुई तो उन्होंने कहा प्रतिभाग होगा।
विषम परिस्थिति मे टीम ने न केवल प्रतिभाग किया बल्कि पहली बार प्रदेश मे तीसरा स्थान भी पाया।
इस उपलब्धि के लिएबच्चे और जिला सचिव कोच और टीम मैनेजर जिला विद्यालय निरीक्षक श्रीमती  मृदुला आनंद  का  ही योगदान अतुलनीय मान रहे हैँ । टीम प्रशिक्षक/मैनेजर पंकज पाण्डेय, उमेश चन्द्र तिवारी अर्पण पाण्डेय, मो नसीम ने बताया की निश्चित रूप से जिस परिस्थिति मे बलरामपुर की जिलाविद्यालय निरीक्षक श्रीमती  मृदुला आनंद मैडम जी का योगदान प्रतिभाग मे रहा है  यह कभी नहीं भूला जा सकेगा। 
चेस का मण्डल जीतने के बाद प्रदेश स्तरीय चेस प्रतियोगिता की तिथि निश्चित ही नहीं थी इसी दौरान दुसरे खेल मण्डलीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता का आयोजन बहराइच के स्पोर्ट्स स्टेडियम मे भी शुरु हो गयी इसके ठीक बाद 6 तारीख से वनारस मे प्रादेशीय एथलेटिक्स  भी होना था।अब बीच  मे लखनऊ मे परदेशिया चेस की तारीख भी आ गयी खेल शिक्षक और प्रतिभागी बच्चो को अब यह उम्मीद थी की  इस चेस प्रतियोगिता मे जनपद के बच्चे नहीं जा सकेंगे।
लेकिन जिला विद्यालय निरीक्षक मृदुला आनंद मैडम ने स्वयं पहल करते हुए अपने स्तर से पूरी व्यवस्था की और बोली बच्चे हर हाल मे खेलेंगे।
प्रदेश स्तरीय शतरंज मे अब सभी शिक्षक असमंजस मे की आखिर इतनी जल्दी पैसे की व्यवस्था और एथलेटिक्स मे जाना है कैसे हो पायेगा। लेकिन मैडम ने कहा की पैसो के अभाव मे कोई बच्चा ऐसा नहीं है की खेल मे भाग नहीं लेगा।बच्चे खेलने जायेंगे और पूरी सुविधा का ख्याल रहना चाहिए ज़ब आर्थिक व्यवस्था की बात आई तो मैडम ने खूद कमान संभाला और अर्थ व्यवस्था खुद से करते हुए बच्चों को भेजनें आ गयी। शुभकामनाये देत्ते हुए बोली  जीतकर आना। बार बार उनका हाल चाल लेना वास्तव मे एक बहुत बड़ी बात है जिले मे तमाम अधिकारी आये लेकिन ऐसा व्यवहार और बच्चो और शिक्षकों के प्रति स्नेह नहीं मिला। इसी का परिणाम रहा की हमारे बच्चो ने चेस प्रतियोगिता मे जीतते हुए पहली बार तृतीय स्थान पर रहे।

         हिन्दी संवाद न्यूज से
          रिपोर्टर वी. संघर्ष
            बलरामपुर। 

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