बेटी की शादी की तरह महाकुंभ में करें सहयोग : एके शर्मा
प्रयागराज में नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ने कि महाश्रमदान कार्यक्रम का शुभारंभ
झाड़ू लेकर सफाई मित्रों के साथ सड़क पर उतरे, दारागंज की गलियों में की सफाई
 कहा- 15 हजार करोड़ की परियोजनाओं में ऐसे काम हुए, जो पहले कभी नहीं हुए
प्रयागराज नगर निगम के स्वच्छता कार्यक्रम के छठवें दिन सफाई मित्रों को बांटी किट
उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री एके शर्मा ने कहा कि, महाकुंभ के लिए प्रयागराज सज रहा है। प्रयाग में ही कई शहर बस गए हैं। हर ओर सुंदर और दिव्य संगम क्षेत्र दिख रहा है। इसके लिए सभी नगरवासियों, हमारे कर्मचारियों को साधुवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि, घर की बेटी की शादी की तरह महाकुंभ में सभी सहयोग करें। इसे दिव्य और भव्य बनाने के साथ ही स्वच्छ बनाने की जिम्मेदारी भी हम सबकी है। नगर विकास मंत्री सोमवार 30 दिसंबर को महाश्रमदान कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने खुद दारागंज में कुनकुनश्रीशिवाला गली में अफसरों और सफाई मित्रों के साथ झाड़ू लगाई और सभी को स्वच्छता का संदेश दिया। 
प्रयागराज नगर निगम के 7 दिवसीय स्वच्छता कार्यक्रम के छठवें दिन दशाश्वमेघ घाट पर हुए आयोजन में नगर विकास मंत्री श्री एके शर्मा ने कहा कि, मैं प्रयाग से 1980 से जुड़ा हुआ हूं। ग्रेजुएशन करने के लिए आया था। तब से प्रयागराज को देखा। यहां कई कुंभ मेले में आया और शामिल हुआ हूं। अपने अनुभवों से कह सकता हूं कि आने वाले वर्ष में होने वाला महाकुंभ अद्वितीय, दिव्य और भव्य होने वाला है। ऐसा महाकुंभ आजतक किसी ने नहीं देखा होगा। इससे पहले नगर आयुक्त श्री चंद्र मोहन गर्ग जी ने मंत्री श्री एके शर्मा और मुख्य सचिव श्री अमृत अभिजात जी को पौधों के गमले भेंट कर उनका स्वागत किया। इसके बाद स्वच्छता पर नुक्कड़ नाटक किया गया। कार्यक्रम में महापौर श्री गणेश केसरवानी, संयुक्त मिशन निदेशक जल निगम श्री अमित सिंह, अपर नगर आयुक्त श्री दीपेंद्र यादव, सहायक नगर आयुक्त सुश्री दीपशिखा पांडेय, भाजपा प्रवक्ता सुश्री ऋचा सिंह सहित कई पार्षद, अधिकारीगण, सफाई कर्मचारी मौजूद थे।   
 महाकुंभ को अद्वितीय बनाने में सफाई मित्रों की बड़ी भूमिका, उनको नमन
नगर विकास मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि, इस महाकुंभ को सुंदर, अलौकिक और अद्वितीय बनाने में इसमें सबसे बड़ी भूमिका सफाई मित्रों की है। उनके चरणों मैं नमन करता हूं। आपके प्रयासों के बिना हमारे देश का माथा ऊंचा नहीं हो सकता है। अब इस महाकुंभ के जरिए आपके प्रयासों से दुनिया में प्रदेश और देश का का सिर ऊंचा होने वाला है। पिछले अर्द्धकुंभ में माननीय प्रधानमंत्री जी ने आपके चरण धोए थे। मैं भी आपको पूरे प्रशासन, सरकार, माननीय मुख्यमंत्री जी, माननीय प्रधानमंत्री जी की ओर से अपके चरणों में वंदन ओर साधुवाद करता था। पिछले दिनों जब प्रधानमंत्री जी आए थे तो उनके भाषण में एक तिहाई बातों में सफाई मित्रों की थी। 
सफाई काम में 9000 कर्मचारी लगाए जा रहे, 3200 पहुंचे
मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि, महाकुंभ में सफाई-व्यवस्था के लिए 3200 सफाई कर्मचारी नए आ गए हैं। कुल करीब 9000 कर्मचारी लगाए जा रहे हैं। पूरे प्रदेश से अधिकारियों की टीम और मशीनरी डाइवर्ट करके भी प्रयागराज में लगाई गई हैं, जिससे प्रयागराज नगर निगम के प्रयासों में अपना योगदान दे सके। यहां के महापौर जी, यहां के नगर आयुक्त बहुत ही निष्ठावान हैं। उनका प्रयास दिख भी रहा है। जब 40-45 करोड़ लोग देश-दुनिया से आने वाले हों तो सिर्फ इनका प्रयास काफी नहीं है। ऐसे में बाहर से भी लोगों को इनके सहयोग के लिए भेजा गया है।
8 हजार केंद्र, 7 हजार करोड़ की राज्य सरकार की परियोजनाएं
नगर विकास मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि, पिछले एक-ढेड़ साल के अंदर, महाकुंभ के दृष्टिगत लगभग 15 हजार करोड़ की परियोजनाओं ने आकार लिया है। यहां हजारों की संख्या में ऐसे काम किए गए हैं, जो प्रयाग में पहले कभी नहीं हुए। 2019 से कुंभ और अर्द्धकुंभ का साक्षी रहा हूं, लेकिन ऐसा दिव्य और भव्य कभी नहीं था। लगभग 8000 करोड़ की केंद्र सरकार की परियोजनाएं उसमें हैं। उसमें रेलवे है, नेशनल हाईवे है, एयरपोर्ट का काम है। उसी प्रकार राज्य सरकार की लगभग 7 हजार करोड़ की परियोजना है, जिसमें सड़कें, नालियां, घाट, गलियों का काम हुआ है। अब वो काम लगभग पूरे हो चुके हैं। बड़े-बड़े काम तो हो गए। सड़कें चौड़ी हो गई। क्रॉसिंग पर ट्रैफिक घंटों रुकता था, वहां ओवरब्रिज बन गए। फ्लाईओवर बन गए, एयरपोर्ट बन गया, पुल बन गए। 

जहां बड़े काम होते हैं, तो छोटे दुष्परिणाम भी होते हैं

मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि, अब अगर मैं कह रहा हूं कि सब काम हो चुका है, तो फिर मेरे आने की आवश्यकता क्या थी। आवश्यकता थी। जहां बड़े काम होते हैं, वहां उसके छोटे-छोटे दुष्परिणाम भी होते हैं। सड़क बनेगी तो बालू रखी होगी। बिल्डिंग बन रही होगी तो उसका मलबा पड़ा होगा, तो इस तरह के अनुभव सबके हैं। फिर कुछ रुकावटें आती हैं और दैनिक सफाई की जरूरत पड़ती है। इसलिए यह सफाई महायज्ञ बहुत जरूरी थी। अगर हम सफाई रखना चाहते हैं तो हमें कुछ भी उसकी आदत होनी चाहिए। इसके लिए सड़कों में, गलियों में झाड़ू लेकर उतरना चाहिए। मेरा स्वभाव है कि मैं अपने सफाई मित्रों के साथ इस तरह का काम करता रहता हूं। 
जितना बेटी के बाप को चिंता, उतनी चाचा को भी होती है
नगर विकास मंत्री श्री एके शर्मा ने कहा कि, घर में शादी होती है, तो लड़की का बाप होता है, उसको ज्यादा चिंता होती है। लेकिन लड़की के चाचा भी उतने ही चिंतित होते हैं। उनको भी समाज में प्रतिष्ठा का ख्याल होता है। यह नहीं कहता है कि ये सामने जो गंदगी पड़ी है, वह भाई-भतीजा आएंगे तो साफ करेंगे। जिसके सामने पड़ता है, वह ही उसे उठाने और साफ करने की कोशिश करता है। सामूहिक सफाई अभियान शुरू करने का यही आशय था कि हमारा जो कर्तव्य है,  जो हमारा भाग है, उसे निभाना है। यह पार्षद, अफसरों, सफाई मित्रों सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। अब एक-दूसरे पर टालने का समय खत्म हो गया है। बाहर का आदमी बाहर का होता है, लेकिन अंदर का व्यक्ति सब जानता है। इसलिए इस महाकुंभ को घर की शादी का प्रसंग मानते हुए इसमें सहयोग करें। इसके लिए पार्षद अपने वार्डों में मोहल्ला समिति बना लें। जो तय करे की सफाई के लिए क्या-क्या प्रयास करें कि गंदगी न हो। 
सड़क पर गंदगी फेंकने वालों पर कार्रवाई करें
मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि, सड़क किनारे जो चाय-समोसा बेचते हैं, उसका दोना-पत्तल क्यों सड़क पर फेंका जाना चाहिए। उसके लिए डस्टबीन लगाएं। जो दुकानदार ऐसा नहीं करते हैं, उन्हें प्रशासन दंडित करें। अब अगर कोई प्रयाग, तीर्थ क्षेत्र में गंदगी करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने में हम नहीं चूकेंगे। प्लास्टिक, पॉलिथीन का उपयोग न करें। यह हमारे, नालियों, गायों के लिए बड़ी समस्या बनता जा रहा है। घर की गृहणियां भी नगर की सफाई में अपना योगदान दें और कचरा बाहर न फेंके। गीला-सूखा कचरा अलग-अलग रखें। संगम में स्नान करने वाले इस बात का विशेष ध्यान रखें की नदी में फूल-माला न डालें। विशेष रूप से प्लास्टिक न ले जाएं। अब हमें पूरी दुनिया के सामने दिखाना है कि हम इसे कितना स्वच्छ और सुंदर रख सकते हैं। यूनेस्को ने हमारे इस महाकुंभ को विश्व विरासत में स्थान दिया है। इसके बाद हमारी और जिम्मेदारी बढ़ जाती है। यह हमारी सांस्कृतिक विरासत के साथ भारत की अर्थव्यवस्था, आईटी, एआई का भी प्रतीक होगा। यह जब ऐसे समय में महाकुंभ हो रहा है, जब हम गंदगी को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। इसके लिए आप सभी हमारा साथ देंगे, हमारा सहयोग करेंगे। 
मेयर बोले- मुस्कुराइये, आप प्रयागराज में हैं
महापौर श्री गणेश केसरवानी ने कहा कि, हमारे मंत्री ऐसे निर्मल मन के हैं कि खुद सफाई कर्मियों के पास जाकर मिलते हैं। हमारा प्रयास है कि महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के साथ ही स्वच्छ बनाएं। दिव्य और भव्य बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है, स्वच्छ बनाने की जिम्मेदारी हम सबकी है। उन्होंने कहा कि इस शहर में इतने विकास कार्य हुए हैं कि अब देखकर मन खुश हो जाता है। महापौर ने कहा कि, मुस्कुराइये कि आप प्रयागराज में हैं।

        हिन्दी संवाद न्यूज से
          रिपोर्टर वी. संघर्ष

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने