एम एल के पी जी कॉलेज बलरामपुर के समाजशास्त्र विभाग की ओर से संचालित 60 दिवसीय लिंग और समाज पर आधारित सर्टिफिकेट कोर्स हेतु गुरुवार को प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान चयनित अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्र वितरित कर सम्मानित भी किया गया।
        कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम अध्यक्ष प्राचार्य प्रो0 जे पी पाण्डेय व समन्वयक एवं विभागाध्यक्ष डॉ अनामिका सिंह ने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर के किया। उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए प्राचार्य प्रो0 पाण्डेय ने कहा कि एक सच्चे समृद्ध समाज का निर्माण एक ऐसे सामाजिक ढांचे की स्थापना पर निर्भर करता है जो व्यक्तियों को उनके लिंग की परवाह किए बिना विभिन्न जीवन शैली चुनने की अनुमति देता है। लिंग समाजीकरण प्राथमिक समाजीकरण का एक रूप है जो वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा बच्चे और शिशु अपने लिंग से जुड़े मानदंडों और व्यवहारों को सीखते हैं।
 समाजशास्त्र एवं समन्वयक डॉ अनामिका सिंह ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि लिंग संवेदनशीलता हमें इन भेदों को दूर करना और समझना सिखाती है। इसका उद्देश्य सभी के साथ निष्पक्ष व्यवहार करना है। लिंग के आधार पर किसी का न्याय न करना या उसके साथ अलग व्यवहार न करना लिंग संवेदनशीलता का अर्थ है। इसके तहत लिंग के आधार पर अनुचित व्यवहार या पूर्वाग्रह को रोकने की कोशिश करना महत्वपूर्ण है। आयोजन सचिव ओमप्रकाश सिंह ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ अर्चना शुक्ला ने किया।
       इस अवसर पर डॉ दिनेश त्रिपाठी  सहित कई लोग मौजूद रहे।

        हिन्दी संवाद न्यूज से
         रिपोर्टर वी. संघर्ष
            बलरामपुर। 

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