मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में महाकुम्भ-2025 की
तैयारियों के दृष्टिगत मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित किया
केन्द्र और राज्य सरकार के विभागों के मध्य और राज्य सरकार
के अलग-अलग विभागों के मध्य बेहतरीन समन्वय से महाकुम्भ
पर्व की तैयारियां युद्धस्तर पर आगे बढ़ रही : मुख्यमंत्री
अब तक 20 हजार से अधिक संतो, संगठनों और संस्थाओं
का रजिस्ट्रेशन करते हुए, उन्हें भूमि आवंटन से जोड़ा गया
पहली बार पाण्टून ब्रिज की संख्या 22 से बढ़ाकर
30 की जा रही, 20 पाण्टून ब्रिज अब तक बनकर तैयार
अब तक 330 किलोमीटर की चेकर्ड प्लेटें बिछाई जा चुकी, लगभग ढाई सौ साइनेजेज लगाए जा चुके, प्रयागराज शहर में 661 स्थानों पर साइनेजेज की स्थापना की गई
महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को अविरल और निर्मल माँ गंगा के
दर्शन हों, इसके लिए सिंचाई विभाग द्वारा प्रयास किए जा रहे
महाकुम्भ में 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति के लिए
400 के0वी0ए0 के 77 सब स्टेशन स्थापित हो चुके
100 बेड का एक अस्थायी हॉस्पिटल तैयार, 20 हजार श्रद्धालुओं
के लिए टेण्ट सिटी के निर्माण का कार्य भी युद्धस्तर पर चल रहा
एन0डी0आर0एफ0 और एस0डी0आर0एफ0 के साथ-साथ आपदा मित्र भी
महाकुम्भ मेले में श्रद्धालुजन के सहयोग के लिए अपनी सेवाएं प्रदान करते हुए दिखेंगे
मुख्यमंत्री ने प्रयागराज महाकुम्भ की ब्राण्डिंग के लिए मीडिया का आह्वान किया
लखनऊ : 23 दिसम्बर, 2024
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि सनातन गौरव महाकुम्भ की तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं। डबल इंजन सरकार ने भूमि और अन्य प्रकार की सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था की है। अब तक 20 हजार से अधिक संतो, संगठनों और संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन करते हुए, उन्हें भूमि आवंटन से जोड़ा गया है। इसमें सभी 13 अखाड़े, दण्डीबाड़ा, आचार्य बाड़ा के साथ-साथ प्रयागवाल सभा को भूमि आवंटन की कार्यवाही वर्तमान में चल रही है। खाक चौक सहित शेष अन्य को भूमि आवंटन किया जा चुका है। यह प्रयास किया जा रहा है कि नई संस्थाओं को हर हाल में 05 जनवरी, 2025 तक भूमि आवंटन हो जाए।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद प्रयागराज में महाकुम्भ-2025 के कार्यों की समीक्षा के अवसर पर मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वह यहां अब तक हुए कार्यों की प्रगति की समीक्षा करने आए हैं। पहली बार पाण्टून ब्रिज की संख्या 22 से बढ़ाकर 30 की जा रही है। इसमें से 20 पाण्टून ब्रिज अब तक बनकर तैयार हो चुके हैं। यह प्रयास किया जा रहा है कि 30 दिसम्बर, 2024 तक सभी पाण्टून ब्रिज बनकर तैयार हो जाए। यहां कुल 651 किलोमीटर की चेकर्ड प्लेटें बिछाई जानी हैं। इसके लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। अब तक 330 किलोमीटर की चेकर्ड प्लेटें बिछाई जा चुकी है। अब तक लगभग ढाई सौ साइनेजेज लगाए जा चुके हैं। प्रयागराज शहर में भी 661 स्थानों पर साइनेजेज की स्थापना की गई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को अविरल और निर्मल माँ गंगा के दर्शन हों, इसके लिए सिंचाई विभाग द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। पर्याप्त मात्रा में संगम पर जल उपलब्ध होता रहे, इसके भी प्रयास किए जा रहे हैं। मां गंगा और मां यमुना की कृपा से अन्य वर्षो की तुलना में इस वर्ष संगम पर पर्याप्त जलराशि उपलब्ध है। जल शुद्ध है तथा स्नान और आचमन दोनों के लायक है। कहीं भी सीवर, इंडस्ट्री का एफ्लूएंट या शहर का ड्रेनेज नदी में ना गिरने पाए, इसके लिए जगह-जगह एस0टी0पी0 क्रियाशील हैं। साथ ही, बायोरेमेडीएशन तथा जिओ ट्यूब के माध्यम से अशुद्ध जल का शुद्धिकरण सुनिश्चित किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महाकुम्भ में 24 घण्टे विद्युत आपूर्ति के लिए पावर कॉरपोरेशन द्वारा 400 के0वी0ए0 के 85 सब स्टेशन स्थापित किये जाने हैं। इनमें से 77 सब स्टेशन स्थापित हो चुके हैं। 250 के0वी0ए0 के 14 सब स्टेशन में से 12 सब स्टेशन स्थापित हो चुके हैं। 100 के0वी0ए0 के 128 सब स्टेशन में से 94 स्थापित हो चुके हैं। यहां पर 1,160 किलोमीटर की एल0टी0 लाइन, 160 किलोमीटर की एच0टी0 लाइन और 48 हजार एल0ई0डी0 स्ट्रीट लाइट्स स्थापित की जा चुकी हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहली बार प्रयागराज में मां गंगा पर रिवर फ्रण्ट और पक्के घाट बने हैं। अब लोगों को यहां पर मां गंगा का रिवर फ्रण्ट भी देखने को मिलेगा। अरैल में भी एक घाट बनाया जा रहा है। प्रयास किया जा रहा है कि 30 दिसम्बर, 2024 तक हर हाल में यह भी बनकर तैयार हो जाए। महाकुम्भ के दृष्टिगत जो भी स्थायी तथा अस्थायी कार्य होने हैं, उन पर युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। जेटी का निर्माण भी युद्धस्तर पर चल रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 100 बेड का एक अस्थायी हॉस्पिटल तैयार कर दिया गया है। अलग-अलग स्थानों पर 25-25 बेड के अस्पताल बनाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां पर फर्स्ट एड बॉक्स स्थापित करने की कार्यवाही भी प्रारम्भ की गई है। महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को संगम के दर्शन हांगे तथा पहली बार प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं को कॉरिडोर के माध्यम से भी प्रयागराज की झांकी देखने को मिलेगी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के करकमलों से अक्षयवट कॉरिडोर का उद्घाटन हो चुका है। पहली बार श्रद्धालुओं को लेटे हुए हनुमान जी मंदिर का कॉरिडोर भी देखने का अवसर प्राप्त होगा। इसके साथ ही, सरस्वती कूप कॉरिडोर, पातालपुरी कॉरिडोर, महर्षि भारद्वाज कॉरिडोर, श्रृंग्वेरपुर में भगवान श्रीराम और निषाद राज कॉरिडोर विकसित हुए हैं। द्वादश माधव और अन्य महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों के सौंदर्यीकरण और उनके फसाड लाइटिंग के कार्य पूर्ण हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नगर निगम ने यहां पर द्वादश ज्योतिर्लिंग की बहुत अच्छी रेप्लिका बनाई है। त्रिवेणी पुष्प पूर्व राज्यपाल श्री केशरी नाथ त्रिपाठी जी की परिकल्पना थी। प्रदेश के पर्यटन विभाग और परमार्थ आश्रम द्वारा मिलकर त्रिवेणी पुष्प को भव्य रूप में तैयार किया जा रहा है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा 20 हजार श्रद्धालुओं के लिए टेण्ट सिटी के निर्माण का कार्य भी युद्धस्तर पर चल रहा है। इसके अलावा, प्रयागराज आने वाले अन्य विशिष्टजन और अतिथियों के लिए भी अलग-अलग स्थानों पर लगभग 05 से 06 हजार टेण्टेज की सुविधा रहेगी। इसके लिए युद्धस्तर पर कार्य चल रहे हैं। समयबद्ध तरीके से इन्हें पूरा कर लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रयागराज में केन्द्र और राज्य सरकार के विभागों के मध्य और राज्य सरकार के अलग-अलग विभागों के मध्य बेहतरीन समन्वय से महाकुम्भ पर्व की तैयारियां युद्धस्तर पर आगे बढ़ रही है। सुरक्षा की भी पुख्ता व्यवस्था की गई है। प्रयागराज महाकुम्भ मेले में पहली बार आपदा मित्रों की तैनाती भी होगी। एन0डी0आर0एफ0 और एस0डी0आर0एफ0 के साथ-साथ आपदा मित्र भी महाकुम्भ मेले में श्रद्धालुजन के सहयोग के लिए अपनी सेवाएं प्रदान करते हुए दिखेंगे। यहां पर सभी संस्थाओं का सहयोग लिया जा रहा है। प्रयागराज के सामने फिर से आतिथ्य सेवा का एक अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करने का एक अवसर है। मुख्यमंत्री जी ने प्रयागराज महाकुम्भ की ब्राण्डिंग के लिए मीडिया का आह्वान भी किया।
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