उपराष्ट्रपति ने वाराणसी में देव दीपावली के अवसर पर नमो घाट का लोकार्पण किया
 
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल, मुख्यमंत्री तथा केन्द्रीय
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री कार्यक्रम में सम्मिलित हुए

उपराष्ट्रपति व उनकी पत्नी, राज्यपाल, मुख्यमंत्री तथा केन्द्रीय मंत्री ने नमो घाट पर दीप प्रज्जवलित कर देव दीपावली का शुभारम्भ किया, आतिशबाजी, घाटों
की देव दीपावली, गंगा आरती तथा प्रोजेक्शन शो का अवलोकन किया

प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री जी की
तपस्या से उ0प्र0 बदलाव की ओर अग्रसर हो रहा : उप राष्ट्रपति

प्रधानमंत्री जी पूरे राष्ट्र में संरक्षण, सृजन, दूरदर्शिता और सराहनीय
विकास के लिए समर्पित, उ0प्र0 में यही कार्य मुख्यमंत्री जी कर रहे

देव दीपावली एक ऐसा पर्व, जब देवता स्वयं दीप प्रज्वलन करते

विगत 10 वर्षों में हम सभी ने बदलते भारत को देखा,
काशीवासियों ने इसका अनुभव सबसे ज्यादा किया : मुख्यमंत्री

काशी तीनों लोकों में न्यारी, अपनी पुरातन परम्पराओं की विरासत को
संरक्षित करते हुए नए कलेवर के रूप में सभी के सामने, काशी
सर्वांगीण विकास का नया मॉडल बन रही

प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से आज काशी की देव दीपावली वैश्विक मंच पर छा रही

काशी में इंफ्रास्ट्रक्चर सहित अनगिनत कार्य हुए, स्वच्छ और सुंदर घाट, यहां के धाम, चौड़ी तथा फोर व सिक्स लेन की सड़कें, ट्रेन की बेहतर कनेक्टिविटी
और इंटरनेशनल एयरपोर्ट काशी की नई पहचान बन रहे

नमो घाट को देश के सबसे बड़े घाट के रूप में संबोधित किया जा रहा
 
नाविकों के जीवन में सुधार के लिए 700 से अधिक नावों में सी0एन0जी0 इंजन लगाए गए, फ्लोटिंग सी0एन0जी0 स्टेशन स्थापित करते हुए
उन्हें सी0एन0जी0 की सुविधा दी जा रही

प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में काशी का स्वरूप बदल रहा, यहां विरासत और
विकास एक साथ कदम मिलाकर चल रहे : केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री
 
लखनऊ : 15 नवम्बर, 2024

     उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने कहा कि भारत बदल रहा है। जो कभी सोचा नहीं गया था, वह आज संभव हो रहा है। भारत दुनिया में बड़ी ताकत के रूप में अग्रसर है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की तपस्या से उत्तर प्रदेश बदलाव की ओर अग्रसर हो रहा है। इसे देखकर दुनिया अचंभित है। भारतीय गणतंत्र के सबसे बड़े प्रांत के मुख्यमंत्री के रूप में योगी जी लगन व निष्ठा से उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश के रूप में सर्वोच्च प्रदेश बनाने की ओर तीव्र गति से ले जा रहे हैं।
उपराष्ट्रपति जी वाराणसी में आज देव दीपावली के अवसर पर नमो घाट का लोकार्पण करने के उपरान्त इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी तथा केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी भी सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री जी ने उप राष्ट्रपति जी को अंग वस्त्र तथा स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर अमेरिका तथा ऑस्ट्रेलिया सहित स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
उपराष्ट्रपति जी व उनकी पत्नी, राज्यपाल जी, मुख्यमंत्री जी तथा केन्द्रीय मंत्री ने नमो घाट पर दीप प्रज्जवलित कर देव दीपावली का शुभारम्भ किया। उन्होंने क्रूज पर बैठकर आतिशबाजी, घाटों की देव दीपावली, गंगा आरती तथा चेतसिंह घाट पर प्रोजेक्शन शो का अवलोकन किया।
उप राष्ट्रपति जी ने कहा कि जल, थल, आकाश अथवा अंतरिक्ष में भारत की बुलंदियों को दुनिया सराह रही है। प्रधानमंत्री जी पूरे राष्ट्र में संरक्षण, सृजन, दूरदर्शिता और सराहनीय विकास के लिए समर्पित हैं। भारत के सबसे बड़े प्रान्त उत्तर प्रदेश में यही कार्य तपस्वी मुख्यमंत्री जी कर रहे हैं। भारत की 5,000 वर्षों से अधिक की सांस्कृतिक विरासत दुनिया में अनूठी है। आज काशी आकर वे बहुत अभिभूत हैं। देव दीपावली के अवसर पर उनके द्वारा नमो घाट का लोकार्पण होना एक बड़े दायित्व का बोध कराता है। यह दुनिया का सबसे बड़ा घाट है।
उपराष्ट्रपति जी ने कहा कि यह अद्भुत संयोग है कि आज ही सिख धर्म के संस्थापक तथा प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी का 555वां प्रकाश पर्व है। आज ही भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती भी है। आज का दिन पूरे देश में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
उपराष्ट्रपति जी ने कहा कि ‘मिट्टी जहां की पारस है, उस शहर का नाम बनारस है’। सभी लोग मोक्ष प्राप्त करना चाहते हैं और काशी मोक्ष की नगरी है। यहां भगवान विश्वनाथ ने आराधना की है और यहां उनकी आराधना होती है। काशी में परम्परा की ज्योति अविरल प्रज्वलित होती रहती है। श्री रामचरितमानस की जन्मस्थली काशी है। यहां तुलसीदास जी ने मानव जीवन के महानतम दर्शन को महाकाव्य के रूप में हमारे सामने प्रस्तुत किया।
उपराष्ट्रपति जी ने कहा कि देव दीपावली एक ऐसा पर्व है जब देवता स्वयं दीप प्रज्वलन करते हैं। आज काशी में अध्यात्म और विकास का समन्वय दिखाई देता है। काशी वह शहर है, जिसने भारत को महान बनाया है। यह विश्व की सांस्कृतिक राजधानी है। कॉरिडोर बनने से श्री काशी विश्वनाथ धाम का कायाकल्प हो गया है। काशी जैसा कल्चरल सेण्टर कहीं नहीं है।
उप राष्ट्रपति जी ने कहा कि सनातन धर्म हमें एक तथा मजबूत रहने का संदेश देता है। सभी को सनातन के संरक्षण एवं संवर्धन का संकल्प लेना चाहिए। कोई भी हित, देश हित से ऊपर नहीं है। स्वदेशी को जीवन में अपनाए जाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इससे भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, विदेशी मुद्रा बचेगी तथा लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। सौहार्दपूर्ण वातावरण एवं माहौल को बनाए रखना ही हमारी पूंजी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने उपराष्ट्रपति, राज्यपाल तथा केन्द्रीय मंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि आज देव दीपावली है। प्रथम सिख गुरु नानक देव जी का पावन प्रकाश पर्व भी आज ही मनाया जा रहा है। आज भारत के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और धरती आबा के रूप में विख्यात भगवान बिरसा मुण्डा की पावन जयन्ती है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से 15 नवम्बर की तिथि जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाई जा रही है। मुख्यमंत्री जी ने सभी को कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली सहित सभी पर्वों की बधाई दी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि काशी तीनों लोकों में न्यारी है। बाबा विश्वनाथ का पावन धाम, मां गंगा की अविरल धारा और यहां के पवित्र तीर्थ, काशी को देश और दुनिया की एक अद्भुत और आध्यात्मिक धार्मिक नगरी के रूप में प्रस्तुत करते हैं। यह प्रसन्नता का विषय है कि आज काशी में देव दीपावली के पावन पर्व के साक्षी बनने के लिए उपराष्ट्रपति जी, राज्यपाल जी और केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री यहां आए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 10 वर्षों में हम सभी ने बदलते भारत को देखा है। काशीवासियों ने इसका अनुभव सबसे ज्यादा किया है, जिन्होंने नए भारत के बदलते स्वरूप में नई काशी का दर्शन किया है। काशी अपनी पुरातन परम्पराओं की विरासत को संरक्षित करते हुए नए कलेवर के रूप में सभी के सामने हैं। श्री काशी विश्वनाथ धाम, यहां के पवित्र तीर्थ स्थल तथा मां गंगा की पवित्र धारा को देखकर लोग परिवर्तन का अनुभव कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि काशी सर्वांगीण विकास का नया मॉडल बन रही है। आज काशी में सब कुछ है। काशी का नमो घाट देव दीपावली के आनन्द को कई गुना बढ़ा रहा है। देव दीपावली देवताओं की दीपावली मानी जाती है। प्राचीन काल से ही लोग इसके साथ जुड़ते रहे हैं। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से आज काशी की देव दीपावली वैश्विक मंच पर छा रही है। देर रात्रि में यहां पर होने वाले कार्यक्रमों का आनंद दुनिया लेगी। इसके माध्यम से लोगों को काशी में एक नयापन नजर आएगा। इसी में आज नमो घाट की एक नई कड़ी जुड़ रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज से 10 वर्ष पूर्व, काशी में गंगा जी का जल आचमन तो दूर, स्नान के लायक भी नहीं था। प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका था। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से नमामि गंगे परियोजना के अन्तर्गत मां गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए किए गए कार्यों से अब गंगा जी में स्नान के साथ-साथ, इसके जल का आचमन भी कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 05 वर्ष पूर्व तक श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में एक साथ 50 श्रद्धालु दर्शन नहीं कर पाते थे। अब श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में एक साथ 50 हजार श्रद्धालु भी आसानी से दर्शन कर सकते हैं। सावन के महीने में तथा प्रमुख पर्व और त्योहारों में यह संख्या लाखों में पहुंचती है। अब बाबा विश्वनाथ के दर्शन सरल व सुगम हुए हैं तथा लोगों का आध्यात्मिक अनुभव भी अच्छा हुआ है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में काशी को अपनी विरासत के साथ ही, विकास की नई धारा के साथ जोड़ते हुए, आज एक नए कलेवर के रूप में वैश्विक मंच पर स्थापित करने का काम भी हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि काशी में इंफ्रास्ट्रक्चर सहित अनगिनत कार्य हुए हैं। देश का पहला वॉटर-वे काशी से ही हल्दिया तक जा रहा है। नमो घाट से कुछ दूरी पर राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या 01 प्रारम्भ होता है। काशी में सड़कों का चौड़ीकरण हुआ है। पहले काशी अपने घाटों की गंदगी तथा संकरी गलियों के कारण जानी जाती थी। लेकिन आज काशी के स्वच्छ और सुंदर घाट, यहां के धाम, चौड़ी तथा फोर व सिक्स लेन की सड़कें, ट्रेन की बेहतर कनेक्टिविटी और इंटरनेशनल एयरपोर्ट काशी की नई पहचान बन रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नमो घाट को देश के सबसे बड़े घाट के रूप में  संबोधित किया जा रहा है। काशीवासी और देश के आमजन इस घाट को नरेंद्र मोदी घाट के नाम से पुकारते हैं। प्रधानमंत्री जी के विजन को जमीनी धरातल पर उतार कर नमो घाट का भव्य स्वरूप बना है। यह सबसे बड़ा घाट ही नहीं है, बल्कि यह स्नान घाट भी है, इसी घाट पर यह कार्यक्रम भी आयोजित हो रहा है।
घाट के बनने के पूर्व, यह पूरा क्षेत्र कच्चा था, यहां गंदगी थी और अंधेरा रहता था। लोग यहां आने से डरते थे, लेकिन अब यह सबसे सुंदर और सबसे लंबे घाट के रूप में विकसित हुआ है। इसमें कार्यक्रम भी होंगे। जी20 समिट के अनेक कार्यक्रम यहां आयोजित हुए, काशी तमिल संगमम का कार्यक्रम भी गत वर्ष यहीं पर हुआ था। यहां पर नाविकों के जीवन में सुधार के लिए 700 से अधिक नावों में सी0एन0जी0 इंजन लगाए गए हैं। फ्लोटिंग सी0एन0जी0 स्टेशन स्थापित करते हुए उन्हें सी0एन0जी0 की सुविधा दी जा रही है।
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत की प्राचीन सभ्यता में काशी का एक विशेष स्थान है। यह संस्कृति व सभ्यता की संगम स्थली है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में काशी का स्वरूप बदल रहा है। यहां विरासत और विकास एक साथ कदम मिलाकर चल रहे हैं। नमो घाट की स्थापना भी काशी के विकास का हिस्सा है। नमो घाट पर बने नमस्ते मुद्रा के निर्माण में 350 टन स्टील व 50 टन अष्ट धातु का प्रयोग हुआ है। नमो घाट को मॉडल के रूप में विकसित किया गया है। नमो घाट पर सी0एन0जी0 स्टेशन के साथ ही प्रधानमंत्री जी के निर्देश पर काशी में गंगा नदी में फ्लोटिंग सी0एन0जी0 स्टेशन एवं फ्लोटिंग मोबाइल चार्जिंग स्टेशन भी बनाया गया है।
इस अवसर पर उप राष्ट्रपति जी की पत्नी श्रीमती सुदेश धनखड़, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जयसवाल, आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने