जहां एक ओर केन्द्र सरकार और राज्य की  सरकार ने ओवरलोडिंग पर कड़ी कार्रवाई करने का दावा कर रही हैं, वहीं उतरौला तहसील क्षेत्र की जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी को बयान करती है। यहां हर प्रकार की गाड़ियां गन्ना लदा ट्रक, ट्राला,ट्रांस पोर्ट की गाड़ियां,गिट्टी, बालू,मौरंग की गाड़ियां सभी ओवर लोड होकर चल रही हैं। यह चिन्ता का विषय बन चुका है, कि आखिर कार कब तक आम लोग इन खतरों का सामना करते रहेंगे। सड़क सुरक्षा के नियमों की अनदेखी और प्रशासन की लापर वाही के चलते ओवर लोड ट्रकों की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। इससे न केवल याता यात व्यवस्था प्रभावित हो रही है,बल्कि यह जान-माल के नुकसान का भी गम्भीर खतरा पैदा कर रहा है,स्थानीय निवासी मोहम्मद असलम, देवता प्रसाद तिवारी, मोहम्मद आसिफ खां, अशोक कुमार टिकट वाले नन्द किशोर राधेश्याम, राजेंद्र कुमार,मोहम्मद नसीम आदि लोगों ने बताया कि “हम हर दिन ओवर लोड ट्रकों और ट्रालों के कारण जाम में फंसते रहते हैं। सड़कें टूट रही हैं और आए दिन दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। प्रशासन कुछ नहीं कर रहा।” इन लोगो का कहना हैं कि ओवर लोड ट्रकों के कारण न केवल याता यात की व्यवस्था बाधित होती है,बल्कि सड़कें भी खराब हो रही हैं, और आए दिन दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि हो रही है।ओवर लोड ट्रकों के कारण सड़कों पर दबाव बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन सड़कों को इतनी ज्यादा भार सहने के लिए डिज़ाइन नहीं किया गया है। इससे सड़कों में गड्ढे और दरारें पड़ने की समस्या उत्पन्न हो रही है।ओवर लोड ट्रक अपने वजन के साथ सड़कों को इस हद तक प्रभावित कर रहे हैं, कि जगह-जगह टूट-फूट कर सड़कें उजड़ने लगी हैं।ओवर लोडिंग की यह समस्या न केवल प्रशासनिक की लापरवाही का परिणाम है,बल्कि ट्रक मालिकों के द्वारा अधिक माल ढोने के लिए प्रयास भी करते हैं। ये ट्रक मालिक मोटा मुनाफा कमाने के चक्कर में कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। उनका मुख्य उद्देश्य यह है कि अधिक सेअधिक माल ढोकर लाभ कमा ने के चक्कर लगे रहते है।जिसके कारण सड़कों की स्थिति गंभीर होती जा रही है।आखिर कार सवाल यही उठता है कि कब तक इस समस्या को नजर अंदाज किया जाएगा। ओवर लोड ट्रकों के कारण न केवल सड़कें खराब हो रही हैं,बल्कि यह सार्व जनिक सुरक्षा के लिए भी एक बड़ा खतरा बन चुका है। प्रशासन को इस पर कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है,ताकि ओवर लोडिंग की समस्या को नियंत्रित किया जा सके और सड़कों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

          हिन्दी संवाद न्यूज से
         असगर अली की खबर
          उतरौला बलरामपुर। 

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