51 वीं यू पी बटालियन एन सी सी बलरामपुर के तत्वावधान में सिरसिया श्रावस्ती के बनवारी देवी अशोक कुमार स्मारक महाविद्यालय में चल रहे आल इंडिया ट्रैकिंग कैम्प प्रथम के चौथे दिन बुधवार को सड़क व स्वास्थ्य सुरक्षा मंत्र के साथ कैम्प का शुभारंभ हुआ। इस दौरान कैडेटों ने बाबा विभूतिनाथ के दर्शन के साथ ही रजियताल का भी भ्रमण किया।
       बुधवार की सुबह कैम्प कमांडेंट कर्नल अरविंद प्रताप सिंह पटवाल के निर्देशन में सुहेलवा, राप्ती, श्रावस्ती, थारू और देवीपाटन ग्रुप  के केडेट्स अपने एन सी सी अधिकारी, पीआई स्टाफ के साथ अपने निर्धारित मार्गों पर ट्रैकिंग के लिए प्रस्थान किये। सुहेलवा ग्रुप ने बाबा विभूतिनाथ मंदिर पर पहुँचकर भोलेनाथ की पूजा अर्चना की। वहां के पुजारी ने कैडेटों को बाबा विभूतिनाथ की पौराणिकता से परिचित करते हुए बताया कि मान्यता के अनुसार विभूतिनाथ मंदिर में शिवलिंग की स्थापना पांडव पुत्र भीम ने अपने वनवास के अंतिम चरण में की थी। और यहीं से अज्ञात वास के लिए चले गए थे। यह भी बताया कि विभूतिनाथ के उत्तर स्थित यक्ष सरोवर जिसे अब रजिया ताल कहा जाता है। यहीं पर युधिष्ठिर और यक्ष का शास्त्रार्थ हुआ था। जिससे प्रसन्न होकर यक्ष ने सभी भाईयों को जीवनदान दिया था। और पांडव पुत्रों को अज्ञात वास के लिए विराट नगरी का पता बताया था। जिसके बाद पता चलने पर दुर्योधन और कर्ण पांडवों को खोजते हुए द्वेतवन में आए थे। और विभूतिनाथ मंदिर के आस पास रमणीक स्थान देख कर कुछ समय रुक कर तपस्या भी की थी। और पानी की किल्लत को देखते हुए कर्ण ने भगवान शिव से पानी के लिए प्रार्थना की थी। इससे प्रसन्न होकर भगवान शिव ने मंदिर के पास दो जलस्रोत उत्पन्न किए। वहीं दूसरे सत्र में कैडेटों से स्वास्थ्य सुरक्षा पर चर्चा के लिए श्रावस्ती के मुख्यचिकित्साधिकारी उपस्थित हुए। उन्होंने कैडेटों को स्वास्थ रहने के लिए कई उपाय बताने के साथ ही स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की सलाह दी।
     इस अवसर पर विभिन्न निदेशालय के एन सी सी अधिकारी व पीआई स्टाफ मौजूद रहे।

       हिन्दी संवाद न्यूज से
        रिपोर्टर वी संघर्ष

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