गंगा, यमुना और सरस्वती के तट पर 13 जनवरी से विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक मेला महाकुंभ-2025 आयोजित होने जा रहा है। इसमें लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना शासन स्तर पर की गई है। 2019 के कुंभ की तर्ज पर ही इस बार भी महाकुंभ मेला क्षेत्र में व्यापक स्तर पर “नेत्र कुंभ” की तैयारी है। यहां पर नेत्र रोगियों की जांच, चश्मा व ऑपरेशन सब फ्री में होगा।
इस संबंध में आज सोमवार को एल्गिन रोड स्थित वात्सल्य सभागार में प्रेस कांफ्रेंस कर आर्गनाइजिंग कमेटी के पदाधिकारियों ने पूरी जानकारी दी।
12 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा नेत्र कुंभ : के पी सिंह
आयोजन कमेटी के अध्यक्ष कवींद्र प्रताप सिंह ने बताया कि नेत्र महाकुंभ 12 जनवरी से मेला क्षेत्र में शुरू होगा, जो 26 फरवरी तक प्रतिदिन चलता रहेगा। इसमें नेत्र संबंधित समस्याओं से ग्रसित लोग आ सकते हैं और यहां पूरी व्यवस्था निशुल्क होगी।
सक्षम के राष्ट्रीय संगठन मंत्री चंद्रशेखर जी ने कहा कि पूरे भारत में लगभग 5 करोड़ विभिन्न प्रकार के दिव्यांगजन हैं। इन दिव्यांगजन में 1 करोड़ 25 लाख से अधिक दृष्टि से संबंधित दिव्यांग हैं। जागरूकता के अभाव में बड़ी संख्या में लोग आंख की रोशनी खो देते हैं। ऐसे लोगों की मदद के लिए यह नेत्र कुंभ आयोजित होने जा रहा है। इसमें सहयोग करने वाली संस्थाओं में 'सक्षम', 'द हंस फाउंडेशन', 'स्वामी विवेकानंद हेल्थ मिशन', 'श्री भाऊराव देवरस न्यास', 'श्री रज्जू भैया सेवा न्यास', 'नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन' श्री रणछोड़दास जी बापू चैरिटेबल हॉस्पिटल एवं 'सेवा भारती' आदि के सहयोग इतना बड़ा आयोजन होगा।
2019 के नेत्र कुंभ से भी बड़ा होगा यह नेत्र कुंभ: सर्वज्ञ राम
नेत्र कुंभ का आयोजन पहली बार वर्ष-2019 में प्रयागराज में ही लगे कुंभ में हुआ था। महासचिव सर्वज्ञराम मिश्र ने कहा, 2019 कुंभ में 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के नेत्र जांच करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इसमें 1,55000 से अधिक लोगों को निःशुल्क चश्मा वितरण किया गया। लगभग 23000 से अधिक लोगों की नेत्र कुंभ के बाद विभिन्न प्रकार के रोग संबंधित आंखों का ऑपरेशन भी किया गया। वर्ष 2021 में हरिद्वार के कुंभ में भी यह आयोजन हुआ था।
अभावग्रस्त लोगो को मिलेगी विशेष सुविधा : डॉ. कीर्तिका
वात्सल्य हॉस्पिटल ग्रुप की डायरेक्टर डॉ. कीर्तिका अग्रवाल इस आयोजन की मीडिया समन्वयक बनाई गई हैं। उन्होंने बताया कि “यह हमारा तीसरा आयोजन है। इस आयोजन में विशेष बात यह है कि नेत्र कुंभ के साथ-साथ व उसके बाद भी लगभग 50,000 से अधिक लोगों के नेत्र संबंधित विभिन्न प्रकार के निःशुल्क ऑपरेशन की सुविधा उनके स्थायी निवास स्थान के निकटतम नेत्र चिकित्सालय में करवाने की व्यवस्था की गई है।
हिन्दी संवाद न्यूज से
वी. संघर्ष
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