गुरु नानक जयंती पर बलरामपुर में रक्तदान शिविर: जीवन बचाने का संदेश
गुरु नानक जयंती के पवित्र अवसर पर बलरामपुर के गुरुद्वारा परिसर में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन गुरु सिंह सभा, बलरामपुर ने किया, जिसमें समाज में रक्तदान के महत्व को बढ़ावा देने और जरूरतमंद मरीजों को सहायता प्रदान करने का संदेश दिया गया।
हिमांशु दीक्षित का प्रेरणादायक योगदान
इस अवसर पर हिमांशु दीक्षित ने अपना 52वां रक्तदान किया। यह उनके लिए गर्व और संतोष का विशेष क्षण था। बलरामपुर नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. धीरेंद्र प्रताप सिंह 'धीरू' और डीपी सिंह जी ने हिमांशु के इस सराहनीय कार्य के लिए उन्हें सम्मानित किया।
हिमांशु का अनुभव:
सम्मान प्राप्त करने के बाद हिमांशु ने कहा, "यह मेरे जीवन का एक अनमोल पल है। रक्तदान न केवल दूसरों की मदद का माध्यम है, बल्कि यह मेरे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।"
रक्तदान के महत्व पर प्रकाश
रक्तदान को एक महादान कहा जाता है, क्योंकि यह जरूरतमंद मरीजों की जान बचाने का सबसे सरल और प्रभावी तरीका है।
हर तीन सेकंड में किसी न किसी को रक्त की आवश्यकता होती है।
एक यूनिट रक्त तीन लोगों की जान बचा सकता है।
रक्तदान से रक्तदाता को हृदय रोगों का खतरा कम होता है और शरीर में नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद मिलती है।
आयोजन समिति और योगदानकर्ता
इस आयोजन की सफलता में गुरु सिंह सभा के पदाधिकारियों और स्वयंसेवकों का विशेष योगदान रहा।
अध्यक्ष: स. परमजीत सिंह
सचिव: स. अमरजीत सिंह
कोषाध्यक्ष: स. कुलदीप सिंह
शिक्षा चेयरपर्सन: स. प्रीतपाल सिंह
डॉ. आकांक्षा, हिमांशु तिवारी, अशोक पांडे और सोनाम की टीम ने शिविर को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। शिविर में करीब 80 लोगों ने रक्तदान किया, जिसमें युवाओं ने विशेष उत्साह दिखाया।
समापन और संदेश
कार्यक्रम के समापन पर डॉ. धीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा, "रक्तदान एक ऐसा कार्य है, जिससे न केवल दूसरों की जिंदगी बचाई जा सकती है, बल्कि यह समाज में मानवता का संदेश भी फैलाता है।" उन्होंने सभी नागरिकों से नियमित रूप से रक्तदान करने की अपील की।
रक्तदाताओं को उनके योगदान के लिए प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस आयोजन ने समाज में यह संदेश दिया कि एक छोटा सा कदम भी बड़ा बदलाव ला सकता है।
"रक्तदान महादान है – आइए, दूसरों के जीवन को रोशन करें।"
हिन्दी संवाद न्यूज से
रिपोर्टर वी. संघर्ष
बलरामपुर।
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