राम और भरत के गले मिलते ही दोनों की आंखों से निकली प्रेम की अश्रुधारा
-नवीन मंडी समिति से भरत मिलाप चौराहा भगवतीगंज तक निकाली गई श्री राम भरत मिलाप शोभायात्रा
-राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के मिलन का लीला देख श्रद्धालुओं के आंखें हुई नम
-शोभायात्रा में शामिल झांकियों को देखने के लिए उमड़ी हजारों श्रद्धालुओं की भीड़। बलरामपुर, 14 अक्टूबर। सांस्कृतिक, सामाजिक और धार्मिक रूप में अपनी अलग पहचान बनाने वाले भगवतीगंज बाजार में रामलीला व भरत मिलाप कार्यक्रम का आयोजन 82 वर्षो से लगातार जारी है। विजय दशमी के एक दिन बाद यहां पर श्री राम भरत मिलाप शोभायात्रा निकाली गई। यात्रा के दौरान विभिन्न प्रकार की झाकियों को देखने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा पड़ा।
भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शनिवार की देर रात श्री श्री 108 रामलीला संकीर्तन समिति भगवतीगंज के द्वारा मंडी समिति से विशाल शोभा यात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में सेना के जवान, चंद्रयान, भारत माता, हवन करते श्रृषि मुनि, कदम्ब पेड़ के नीचे माता यशोदा व बाल कृष्ण, गरूण पर विराजे भगवान विष्णु, कालिया नाग पर नृत्य करते भगवान कृष्ण, कैलाश पर्वत पर विराजमान भोलेनाथ, कमल पर विराजमान ब्रम्हा जी, वीणा लिए माता सरस्वती, हनुमान जी व राम लक्ष्मण जानकी सहित तमाम झाकियां मौजूद रहीं। राम भरत मिलाप की शोभायात्रा बलरामपुर चीनीमिल, मालगोदाम तिराहा, स्टेशन चौराहा, रामलीला मैदान होते हुए भरत मिलाप चौराहे पर पहुंची। यहां पर सजे पंडाल में भरत श्रीराम की प्रतीक्षा करते नजर आये। भरत मिलाप लीला के दौरान भाई श्री राम और भरत जब आपस में गले मिलते हैं तो दोनों की आंखों से प्रेम की अश्रुधारा बहने लगती है। लंका विजय कर अयोध्या लौटे प्रभु श्री राम उनके अनुज लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के मिलन का लीला देख श्रद्धालुओं के आंखें नम हो गई। भरत ने अपने बड़े भाई श्रीराम को वचन दिया था कि यदि वे 14 वर्ष पूर्ण होने के बाद सूर्यास्त होने के ठीक बाद अयोध्या वापस नहीं लौटे तो वे अपने प्राण त्याग देंगें। चारों भाइयों की आपस में मिलन होते ही उपस्थित श्रद्धालुओं के द्वारा जय श्री राम, जय जय भरत भैया की जयकारा लगाते कार्यक्रम के अंत में राम दरबार की आरती की गई। कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस व पीएसी के जवान मुस्तैद रहे। शोभा यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा जगह-जगह यात्रा को रोककर आरती उतारी गई। कुछ मिनट के इस ऐतिहासिक लम्हे को देखने के लिए सड़कों व घर की छतों पर हजारों की संख्या में भीड़ लगी हुई थी। कार्यक्रम को सकुशल सम्पन्न कराने में श्री बालाजी परिवार सहित अध्यक्ष विजय कुमार अग्रवाल, दुलीचंद गोयल, महेश अग्रवाल, सुरेन्द्र अग्रवाल, सुनील कुमार गुप्ता, राजेश केसरवानी, रवि कुमार गुप्ता, राज कुमार अग्रवाल, राकेश चन्द्र केसरवानी, सुभाष अग्रवाल, राजेन्द्र माहेश्वरी, प्रीतम सिंधी, प्रमोद चौधरी, ओम प्रकाश गुप्ता, सुशील कुमार गुप्ता, नंदलाल, राधेश्याम गुप्ता, भानू साहू, शरद गुप्ता सहित तमाम लोगों का विशेष योगदान रहा।
हिन्दी संवाद न्यूज से
रिपोर्टर वी. संघर्ष
9452137917
बलरामपुर।
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