उतरौला बलरामपुर नगर में स्थित दुःख हरण नाथ पर राम लीला कमेटी के द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी राम लीला कार्यक्रम का मंचन बड़े ही धूम धाम और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। यह आयोजन के स्थानाधिपति मयंक गिरि के संरक्षण में 03 अक्टूबर 2024 से 14 अक्टूबर 2024 तक आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम का शुभारम्भ 03 अक्टूबर 2024, दिन गुरुवार को शाम लगभग 7:00 बजे से हुआ है। राम लीला मंचन के मुख्य अतिथि विधायक राम प्रताप वर्मा और विशिष्ट अतिथि नगर पालिका परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि अनूप चन्द गुप्ता के द्वारा हवन पूजन कार्यक्रम का आगाज़ किया।
इस अवसर पर दुःख हरण नाथ मन्दिर राम लीला कमेटी के सदस्यों के साथ-साथ सैकड़ों दर्शनार्थियों भी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम के पहले दिन "नारद मोह" प्रसंग का मंचन किया गया, जिसमें देवश्री नारद की अहंकार और मोह में फंसने की कथा का अद्भुत और प्रभाव शाली चित्रण प्रस्तुत किया गया।कथा के अनुसार, देवश्री नारद,जो अपने तप और योग के बल पर गर्वित हो जाते हैं,भगवान विष्णु की माया में फंसकर मोह ग्रस्त हो जाते हैं। नारद अपनी तपस्या के बल पर तीनों लोकों में विजय प्राप्त कर लेते हैं,लेकिन उनके मन में अहंकार और मोह का संचार हो जाता है। भगवान विष्णु उनकी परीक्षा लेने के लिए अपनी माया का प्रयोग करते हैं,और नारद एक सुन्दर राजकुमारी पर मोहित हो जाते हैं। जब नारद राजकुमारी से विवाह करने का प्रयास करते हैं,तब भगवान विष्णु स्वयं उस राज कुमारी से विवाह कर लेते हैं। इस पर नारद क्रोधित होकर विष्णु को शाप देने का प्रयास करते हैं, लेकिन अन्त में यह समझते हैं कि यह सब उनकी माया और मोह के कारण हुआ था। भगवान विष्णु उन्हें यह समझाते हैं कि मनुष्य को अपने तप या शक्ति पर अहं कार नहीं करना चाहिए, क्योंकि माया और मोह में फंसना स्वाभाविक होता है। इस कार्यक्रम के दौरान कलाकारों के प्रभावशाली संवाद और अभिनय ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रावण के भव्य चरित्र और अन्य पात्रों के जीवंत प्रदर्शन ने मंचन को और भी आकर्षक बना दिया। दर्शकों ने उत्साह पूर्वककलाकारों का स्वागत किया और रामलीला के इस अद्भुत मंचन का आनन्द लिया। इस प्रकार दुःख हरण नाथ मन्दिर राम लीला कमेटी के इस प्रयास से रामलीला का यह आयोजन क्षेत्र में धार्मिकता और संस्कृतिक का संदेश फैलाने में सफल हो रहा है। आने वाले दिनों में भी अन्य प्रसंगों का मंचन किया जाएगा, जिसमें दर्शकों को धार्मि कता और भक्ति के संदेश से भरपूर अनुभव होगा।
हिन्दी संवाद न्यूज से
असगर अली की रिपोर्ट
उतरौला बलरामपुर।
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