मथुरा जनपद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 100 स्मार्ट सिटी बनाने की योजना को मथुरा के अधिकारी निरंतर पलीता लगाते रहे है, मथुरा वृंदावन के विधायक श्री कांत शर्मा के प्रथम कार्यकाल मै मथुरा स्मार्ट सिटी योजना में शामिल हुई जिसका सभी जनपद वासियों ने आभार प्रकट किया और दूसरे विधानसभा चुनाव में भी लाख विरोध के बाबजूद भारी बहुमत से विजयी बनाया मथुरा वृंदावन की जनता का दुर्भाग रहा कि राजनीत के चलते श्रीकांत शर्मा की मंत्री मंडल से छुट्टी कर दी गई।
स्मार्ट सिटी योजना और मथुरा वृंदावन तीर्थ विकास के नाम पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा को भरपूर बजट दिया पर मथुरा मैं बैठे निकम्मे अधिकारियों के कारण मथुरा आज भी विकास के कार्यों के लिए तरस गई, ढोल बजाने के नाम पर तो मथुरा मैं बहुत विकास कार्य गिनाए जाते रहे है पर हकीकत इससे बिल्कुल उलट है मथुरा की जनता आज भी विकास कार्यों के लिए आस लगाए बैठी है, मथुरा वृंदावन को तीर्थ नगरी होने के कारण योगी आदित्यनाथ ने तीर्थ स्थल भी घोषित किया पर अधिकारियों ने मथुरा को तीर्थ स्थल ना घोषित कर पर्यटक स्थल के रूप मै परिवर्तित कर दिया लाखों करोड़ की योजना मथुरा के लिए पास कराई गई पर वास्तविक रूप में मथुरा की हकीकत इसके विपरित दिखाई देती है ना जाम की समस्या से मुक्ति मिली ना जल भराव से छुटकारा ना ही यहां कि सड़कों की दशा बदली गई।
श्री कृष्ण की नगरी मैं हर दिन हजारों श्रद्धालु भगवान श्री कृष्ण की जन्म भूमि पर दर्शन करने के लिए आते रहते है जो मथुरा के गोविंद नगर मार्ग से ही ज्यादा मंदिर दर्शन करने जाते है बड़े बड़े वीआईपी भी उसी मार्ग से पहुंचते है कई दिनों से श्री कृष्ण जन्म भूमि मंदिर के निकट का यह मार्ग क्षतिग्रस्त पड़ा हुआ है मथुरा के किसी नेता, अधिकारी का इस ओर ध्यान नहीं है, इस प्रकार टूटी जज्जर सड़कों से होकर देश के तमाम राज्यों से आने वाली जनता उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के बारे मैं सोचेगी कि प्रदेश में हिंदूवादी सरकार चल रही है और मंदिर की सड़कें वेकर पढ़ी है।
मथुरा की सांसद बाहरी होने के कारण सिर्फ मथुरा मैं अपना मनोरंजन करने आती है, मथुरा वृंदावन विधायक श्री कांत शर्मा इस उलझन मै फसे पढ़े है कि अगली बार मथुरा से टिकट मिलेगी भी या नही।
मथुरा वृंदावन नगर निगम के महापौर को मथुरा की जनता से कुछ लेना देना नही है वो सिर्फ अपनी मस्ती मै मस्त है अभी बारिश के मौसम मै मथुरा की जनता देख ही चुकी है उनके घर जाने वाला मुख्य मार्ग ही थोड़ी वारिश मै तीन दिन बंद रहा उससे ही उनको कुछ फर्क नही पड़ा तो गोविंद नगर की टूटी सड़क से उन पर क्या असर पड़ेगा।
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