उतरौला बलरामपुर पुलिस की लापरवाही के चलते धार्मिक त्योहारों में जुएं का प्रचलन बड़ी तेजी से बढ़ता जा रहा है,और इसका जीता-जागता उदाहरण उतरौला बाजार के दुःख हरण नाथ मन्दिर पर स्थित राम लीला मैदान के पास देखा जा रहा है। रामलीला मैदान के समीप भारतीय विद्यालय इण्टर कालेज के पास खुलेआम चल रहे इन जुएं के अड्डों ने स्थानीय जनता और समाज सेवियों को चिंता में डाल दिया है।
जुआ खेलने वालों की भीड़ रोड से ही दिखाई दे रही है,जहां से राम लीला मैदान पर जाने का एक ही रास्ता है। यह दृश्य न केवल धार्मिक और सांस्कृ तिक आयोजन के माहौल को प्रभावित कर रहा है,बल्कि कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल खड़े कर रहे है। इस इलाके में पुलिस की ड्यूटी लगी होने के बावजूद, भी जुआरी बिना किसी डर के खुलेआम अपनी गति विधियों में लगे हुए हैं।
समाजसेवियों और स्थानीय मोहल्ले के निवासियों ने इन जुएं के अड्डों पर लगाम लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि धार्मिक आयोजन के दौरान इस तरह की गैर कानूनी गतिविधियां समाज के नैतिक मूल्यों और त्योहारों की पवित्रता को ठेस पहुंचा रही हैं। हाल ही में,इन जुएं के अड्डों पर मारपीट की घटना भी कई बार हो चुकी है, जिसमें कुछ लोग घायल हो गए थे, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई थी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जुएं के इन अड्डों को बन्द करवाना पुलिस की जिम्मेदारी है,लेकिन इसके बाव जूद इन अड्डों पर लगाम नहीं लग पा रही है। सवाल उठता है कि जब रामलीला मैदान के आस पास पुलिस की तैनाती होते हुए भी इन जुएं के अड्डों पर उनकी नजर नहीं पड़ती है, और अगर पड़ती भी है तो इसके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जाती।समाजसेवियों और मोहल्ले के वासियों ने प्रशासन से अपील की है कि वे जल्द से जल्द इस मामले में सख्त कदम उठाएं और इन जुएं के अड्डों को बन्द करवाकर इलाके की शांति और सांस्कृ तिक गरिमा को बनाए रखें। उनका मानना है कि इस तरह की अवैध गतिविधियों पर रोक लगाकर ही धार्मिक आयोजनों का वास्त विक उद्देश्य पूरा हो सकता है और समाज में सकारात्मक सन्देश जा सकता है।
हिन्दी संवाद न्यूज से
असगर अली की रिपोर्ट
उतरौला बलरामपुर।
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