नई दिल्ली : हिंदू विरोधी आम आदमी पार्टी सरकार ने दीपावली पर्व पर पटाखों पर प्रतिबंध लगाकर केंद्र सरकार के विस्फोटक अधिनियम 2008 का उल्लंघन नहीं किया है क्या? क्या एक दिन पटाखे फोड़ने से ही राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर एकदम बढ़ जाएगा? क्या पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का एकमात्र उद्देश्य हिंदुओं को अपना सबसे बड़ा त्यौहार हर्षोल्लास से मनाने से रोकना ही है।
सर्व विदित है कि 14 साल वनवास काटने के बाद भगवान श्री राम अयोध्या वापस आए थे तभी से दीपावली का पावन पर्व मनाया जाता आ रहा है लेकिन अयोध्या में भगवान राम 500 वर्षों बाद अपने घर लौटे हैं राजधानी दिल्ली के लोग इस बार बंपर दिवाली मनाना चाहते हैं।
दीपावली के पावन पर्व पर राजधानी दिल्ली क्षेत्र में पटाखों की बिक्री, भंडारण एवं फोड़ने पर दिल्ली सरकार द्वारा लगाई गई रोक के विरुद्ध आज भारतीय जनता पार्टी, यूनाइटेड हिंदू फ्रंट और राष्ट्रवादी शिव सेवा ने प्रचंड प्रदर्शन करके रोक की अधिसूचना वापस लेने की जोरदार मांग की। महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को इस संदर्भ में एक ज्ञापन भी प्रस्तुत किया गया जिसकी प्रतिलिपि माननीय प्रधानमंत्री, गृह मंत्री ,सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, दिल्ली के उपराज्यपाल दिल्ली के मुख्यमंत्री और पुलिस आयुक्त को भी प्रेषित की गई। हिंदुओं के पवित्र त्यौहार में रुकावट डालने का प्रयास करने वाले दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय का पुतला भी फूंका गया।
वरिष्ठ भाजपा नेता, यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री जय भगवान गोयल ने ज्वलंत प्रश्न उठाते हुए कहा कि केवल हिंदू त्योहारों को ही निशाना क्यों बनाया जाता है ? सदियों से हिंदू दीपावली के पवित्र पर्व पर अपने बच्चों के साथ पटाखे फोड़ कर हर्षोल्लास से यह पावन त्यौहार मनाते आए हैं। विगत कुछ अरसे से हिंदुस्तान और हिंदुओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी न किसी बहाने से नीचा दिखाने का काम किया जा रहा है। इसे संयोग नहीं माना जा सकता कि देश के विभिन्न प्रांतो में हिंदू धार्मिक यात्राओं एवं आयोजनों पर एक साथ हमले हों, पत्थरबाजी की जाए। यह हिंदुस्तान और हिंदुत्व के विरुद्ध गहरा अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र है। हिंदुओं को अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए राष्ट्र और धर्म सर्वोपरि मानकर ऐसी साजिश रचने वालों से सावधान रहना होगा। उन्होंने कहा कि ऐसी ही साजिश का हिस्सा अब दीपावली पर्व को बनाया जा रहा है जिसके लिए प्रदूषण का बहाना बनाया जा रहा है। राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण सरकार की नाकामी के कारण हो रहा है क्योंकि आप सरकार लोगों को गुमराह करने के अतिरिक्त कोई भी कारगर कदम नहीं उठा रही है।
श्री गोयल ने कहा कि हमारे त्योहार हमेशा से मानव और पूरी सृष्टि के लिए हितकर रहे हैं। दीपावली के दिनों में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी भयंकर बीमारियां मच्छरों से फैलते हैं लेकिन आतिशबाजी और पटाखे फोड़ने से यह मच्छर धुएं से मर जाते हैं। ऐसे ही दीपावली पर जलाए जाने वाले घी व तेल के दीप वातावरण को शुद्ध और सुगंधित करते हैं। श्री गोयल के अनुसार 23 अक्टूबर 2018 को सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के तहत नियुक्त नीरी संस्था के दिशा निर्देशों द्वारा ही बनाए गए ग्रीन पटाखे बाजार में बिक रहे थे जिनसे प्रदूषण 90 प्रतिशत तक खत्म हुआ। इसे सर्वोच्च न्यायालय ने भी माना है। इसी के साथ ही 11 अप्रैल 2019 के आदेश में सर्वोच्च न्यायालय ने स्पष्ट कहा था कि दीपावली त्यौहार मनाने के लिए पटाखे इस त्यौहार का एक आवश्यक हिस्सा है, हम पटाखो पर रोक नहीं लगा सकते।
श्री गोयल ने दिल्ली सरकार से पटाखों पर रोक की अधिसूचना तत्काल वापस लेने की मांग की ताकि साल भर से इस त्यौहार पर कमाई करने का इंतजार करने वाले गरीब निराश नहीं रहें। उन्होंने कहा कि इस रोक से हजारों छोटे- बड़े व्यापारी करोड़ों रुपए का नुकसान तो सहेंगे ,साथ में छोटे-छोटे दुकानदार भी मायूस होकर रह जाएंगे। प्रदूषण के नाम पर हिंदुओं की भावनाओं पर कुठाराघात रोजाना कमाने वाले मजदूर को रोजगार से वंचित करने और पूरी दिल्ली को ठप कर देने की दिल्ली सरकार की मंशा पूरी नहीं होने दी जानी चाहिएद्य इस कारण ही आज दिल्ली सरकार के विरुद्ध प्रचंड प्रदर्शन करके पर्यावरण मंत्री गोपाल राय का पुतला दहन किया गया है।
इस अवसर पर सर्वश्री मनदीप गोयल, रमाकांत शर्मा, अवध कुमार, महंत दिगंबरनाथ बाबा श्याम गिरी जी महाराज, महंत राजगुरूदेव, प्रेमचंद गुप्ता, सांवर तायल, विनोद गुप्ता, श्रीकांत यादव, संजय राजपूत, अजय कुमार, बजरंग बहादुर, ओमवती, गौरी साहू, सुनीता, विपिन ठाकुर, मुकेश गुप्ता, दिनेश सजवान, अंतिम दुबे आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।
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