उतरौला बलरामपुर नगर में स्थित प्रमुख शिक्षण संस्थान टाइनी टाट्स सीनियर सेकेण्डरी स्कूल में दीपोत्सव का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह पूर्वक और उमंग के साथ अपना अपना हिस्सा लिया।
इस कार्यक्रम की शुरुआत बालिकाओं के द्वारा बनाई गई आकर्षक रंगोली और गणेश- लक्ष्मी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन की गई। इस दीप प्रज्वलन से विद्यालय में पूरे वाता वरण में एक पवित्रता और उमंग का संचार हुआ। विद्यालय को विधालय के बच्चों ने दीयों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजा दिया। हर कोने में दीपों की रौशनी और रंगोली की सजावट ने विद्यालय परिसर को एक उत्सव मय रूप दिया। बच्चों ने पारम्परिक परिधान को पहनकर दीपावली से जुड़े गीत,और नाट्य प्रस्तुतियों में भी हिस्सा लिया, जिससे दर्शकों का मन मोह लिया। बच्चों ने पर्यावरण- संवर्धन और स्वदेशी अपनाने व संदेश के साथ 'दीपावली महत्त्व' पर नाटिका भी प्रस्तुत की। इस अवसर पर विद्यालय के डायरेक्टर सैफ अली ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि "दीपावली का त्योहार हमें अच्छाई पर बुराई की जीत का सन्देश देता है। हमें इस पर्व को स्वच्छता और स्वदेशी को अपनाते हुए मनाना चाहिए, ताकि समाज और राष्ट्र को एक नई दिशा मिल सके। विद्यालय की सह- डायरेक्टर इंसा सैफ अली ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा,"दीपावली सिर्फ उत्सव नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की एक पहचान है। यह हमें एकता, और प्रेम भाई चारे का संदेश देती है। हमें इस पर्व को इस तरह मनाना चाहिए कि हमारे पर्यावरण और आसपास के लोगों पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़े। उन्होंने सभी बच्चों को पर्या वरण का ध्यान रखते हुए मिट्टी के दीयों का उपयोग करने की सलाह दी।प्रधानाचार्य मनीष कुमार सिंह ने बच्चों को दीपावली के धार्मिक और सांस्कृ तिक महत्व को समझने की प्रेरणा देते हुए कहा कि"दीपावली न केवल रोशनी का त्योहार है, बल्कि यह हमें अपने भीतर की अच्छाई को भी प्रज्वलित करने का अवसर देता है।" अध्या पक राशिद रिजवी ने बच्चों को पर्यावरण के अनुकूल दीपावली मनाने का संदेश दिया और उनसे कम से कम पटाखों का उपयोग करने की अपील भी की। उन्होंने यह भी कहा कि"प्रकृति के साथ संतुलन बनाकर दीपावली मनाना हमारे कर्तव्य में शामिल है, जिससे हम आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ वातावरण दे सकें। अध्यापक अनिल कुमार गुप्ता ने बच्चों को स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कहा, "हमें स्वदेशी वस्त्रों, मिट्टी के दीयों और अन्य भारतीय उत्पादों की प्राथमिकता देकर आत्म निर्भरता का मार्ग अपनाना चाहिए। इस
कार्यक्रम में विद्यालय के सभी शिक्षकगण, जैसे भुवनेश्वर तिवारी, कामेश्वर दत्त तिवारी, महेश कुमार गुप्ता, राशिद अब्बास, भूपेंद्र सिंह, फ़ज़ल जाफरी, रेखा जायसवाल,और माधुरी सोनी,के साथ साथ बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। इस दीपोत्सव के कार्यक्रम में विद्यालय के एकता, और प्रेम, सांस्कृतिक गर्व की भावना को बढ़ावा देता है,जिससे सभी उपस्थि त जनों ने दीपावली का उत्साह में उमंग भर गया।

           हिन्दी संवाद न्यूज से
          असगर अली की रिपोर्ट
            उतरौला बलरामपुर। 

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