कानपुर नगर // चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर में 24 और 25 अक्टूबर को दो दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का शुभारंभ गुरुवार को हो गया मेले का उद्घाटन ''मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद (उपकार) के महानिदेशक डॉ. संजय सिंह ने,, फीता काटकर किया।


कृषि तकनीकियों की जानकारी दे रहे वैज्ञानिकों से भी मिले।

डॉ. संजय सिंह ने मेले में लगे प्रत्येक स्टॉल स्थलों का भ्रमण किया, स्टालों पर प्रदर्शित कृषि तकनीकियों का गहन अवलोकन भी किया उन्होंने दूरस्थ जनपदों से आए कृषकों को संबोधित किया इसके पूर्व उन्होंने प्रदेश के प्रगतिशील कृषकों को भी सम्मानित किया।

विभिन्न प्रकार के उन्नत किस्मों के बीजों के लगाए गए स्टॉल भी लगाए गए।

डॉ. सिंह ने कहा कि सीएसए का हरित बहुत क्रांति में बड़ा योगदान रहा है किसान मेलों का किसानों की उन्नति में बड़ी भूमिका रहती है इस तरह के मेलों के आयोजन से किसान नई तकनीक से रूबरू होते हैं किसान मेला कृषि का बड़ा सबसे बड़ा महाकुंभ है, जो कि किसानों को उन्नतशील बनाने में मददगार साबित होता है।

फसलों की नई प्रजातियां विकसित की गई उनके भी बीज उपलब्ध रहे।

उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय द्वारा सरसों एवं अन्य फसलों की नई प्रजातियां विकसित की गई हैं, जो जलवायु अनुकूलन भी हैं, उन्होंने मक्का व आलू की खेती पर विशेष बल दिया, विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आनंद कुमार सिंह ने बताया कि देश की आर्थिक स्थिति में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है किसान जलवायु परिवर्तन के हिसाब से जलवायु अनुकूलन प्रजातियों को अपनाएं इससे कृषकों की आय में अवश्य वृद्धि होगी।


सभी जनपदों के कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक भी किसानों को उन्नत तकनीक और ज्यादा उपज देने वाली बैरायटियों के बारे में जानकारी किसानों को उपलब्ध कराई।

कृषि रसायनों के कम इस्तेमाल पर भी दिया जोर।

उन्होंने कृषि रसायनों के कम से कम प्रयोग पर भी बल दिया, इससे कृषि उत्पादन की गुणवत्ता बरकरार बनी रहे इस अवसर पर प्रसार निदेशालय द्वारा लिखित पुस्तकों का विमोचन भी किया गया कार्यक्रम में विश्वविद्यालय परिसर में स्थित प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को किट देकर पुरस्कृत कर उनका भी किया गया।


इस मेले में निदेशक प्रसार डॉ. आर के यादव, डॉ. वी के कनौजिया, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. सीएल मौर्य, डॉ. विजय कुमार यादव, डॉ. पीके उपाध्याय, डॉ. मुक्ता गर्ग, कृषक समिति के अध्यक्ष बाबू सिंह आदि उपस्थित रहे।


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