उत्तर प्रदेश के आगरा में चल रहे जनकपुरी महोत्सव में रविवार को 500 रुपये के नकली नोट खपा रहा युवक पकड़ा गया। मंगलवार को खुफिया एजेंसियों के अफसरों ने युवक से पूछताछ की। आरोपी ने बताया कि उसे मथुरा के विनोद ने 10 हजार रुपये में 20 हजार के नकली नोट खपाने के लिए दिए थे। अब एजेंसियों को विनोद की तलाश है। आरोपी को जेल भेजा गया है।
लक्ष्मी नगर जगदीशपुरा का आकाश शनिवार रात को जनकपुरी में झूले वालों और कई दुकानदारों को नकली नोट देकर गया था। झूले वालों ने रविवार को रुपये गिने तो दो हजार से अधिक नकली नोट निकले। इस पर उन्होंने सभी झूलेवालों को सतर्क कर दिया था।
रविवार रात आकाश दोबारा नकली नोट खपाने के लिए जनकपुरी पहुंचा तो लोगों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने आरोपी से 500-500 रुपये के 33 नकली नोट बरामद किए। बाकी साढ़े तीन हजार रुपये वह जनकपुरी में चला चुका था।
मंगलवार सुबह इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी), एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड (एटीएस) और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने घंटों पूछताछ की। आकाश ने बताया कि वह मथुरा में एयरटेल फाइबर में इंस्टालेशन का काम करता है। उसके साथ मथुरा का विनोद भी काम करता है। विनोद ने मेले में नकली नोट चलाने का आइडिया दिया था।
कहा कि भीड़ अधिक होने के चलते वहां दुकान लगाने वाले नोट पर अधिक ध्यान नहीं देते हैं। विनोद ने ही उसे 10 हजार लेकर 20 हजार के नकली नोट दिए थे। आकाश ने बताया कि विनोद काफी पहले से यह काम कर रहा है। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया आरोपी को जेल भेज दिया गया।
आकाश ने पुलिस और खुफिया एजेंसियों को गुमराह करने का प्रयास किया। बताया कि उसने गूगल पर नकली नोट वालों का नंबर तलाश किया था। पुलिस ने मोबाइल की हिस्ट्री चेक की तो उसका झूठ पकड़ा गया। इसके बाद आरोपी ने बताया कि उससे दिल्ली के एक युवक ने संपर्क किया था।
उससे 10 हजार में 10 हजार नकली नोट देने की बात तय हुई थी। वहां नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास एक कूड़ेदान में पॉलिथीन में नकली नोट डाल गया था। एजेंसियों ने जब सख्ती की तो उसने विनोद का नाम लिया। आरोपी आकाश के परिवार में मां के अलावा पत्नी दो बच्चे हैं।
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