उतरौला बलरामपुर जश्ने ईद मिलादुन्नबी यानी बारह रबीउल अव्वल का पर्व बड़े ही धूमधाम वअकीदत मंदों के साथ निकाला गया। नगर से लेकर ग्रामीण अंचलों के विभिन्न मदरसो से जूलूस निकलकर अपने मुख्य मार्गों से होता हुआ श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौराहे पर पहुंच कर सुन्नी जामा मस्जिद प्रिंसिपल मौलाना मेराजुद्दीन खां नईमी ने तकरीर की और सुन्नी जामा मस्जिद के पेश इमाम अख्तर रजा कादरी ने अपने मुल्क की सलामती की दुआ मांगी। जूलूस से पूर्व हाशमी हेल्थ केयर सेन्टर बरदही बाजार में डॉक्टर शाइस्ता जबीं ने व डाक्टर हाशमी ने अपने सहयोगियों के साथ आए हुए जायरीनों को मिठाई वितरण किया। जुलूस निकालने से पहले एक तकरीरी प्रोग्राम किया गया। उसके बाद जुलूस का आमद हुआ। जुलूस अपने मुख्य मार्ग से होते हुए मोटे शाह बाबा दरगाह, गोंडा मोड़, पिपलेश्वर मन्दिर, हनुमान गढ़ी, ज्वाला महारानी मन्दिर, जामा मस्जिद, कस्बा चौकी, हाटन रोड,चांद मस्जिद से होता हुआ श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौराहे पर पहुंच कर। जहां पर सुन्नी जामा मस्जिद के प्रिंसिपल मेराजुद्दीन खां नईमी का जोरदार तकरीर हुआ और पेश इमाम अख्तर रजा कादरी ने अपने मुल्क के अमनों अमन के लिए दुआ के बाद यह कार्यक्रम संपन्न हुआ।जुलूस के दौरान हजारों की संख्या में बच्चे, बूढ़े, नौजवान तथा महिलाएं भी शामिल रही।जुलूसे मोहम्मदी में जहां अकीदत मंद "हुजूर की आमद मरहबा, सरकार की आमद मरहबा"के नारे बुलन्द कर रहे थे वहीं जुलूस में शामिल अकीदत मंदों के लिए जगह जगह जल प्याऊ के स्टाल, मिठाई, फल, बिस्कुट कोल्ड ड्रिंक बिरयानी समाज सेवियों के द्वारा वितरण किया जा रहा था। जामा मस्जिद के पास उतरौला विकास समिति के अध्यक्ष विनय कुमार की ओर से पानी की बोतलें,सरबत व खजूर की व्यवस्था की गई थी।इस मौके पर कोषाध्यक्ष प्रभारी महासचिव मोहम्मद इजहार खां, महासचिव नूरूउल्लाह खां, अखलाक अहमद खां भी शामिल रहे। अल जम अतुल गौसिया अरबी कॉलेज के पास अखलाक अहमद के तरफ से फल वितरित किया गया।सुरक्षा की दृष्टि से जगह जगह पुलिस के जवान तैनात रहे।सी ओ राघवेंद्र सिंह व प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार दूबे नगर का बराबर भ्रमण करते हुए पल पल का जायजा लेते रहे।जलूस में जामा मस्जिद पर मोइन सिद्दीकी,यतिम ख़ाना के सदर हसीब शेख, सचिव लाल बाबू जुबेर भाई, मलिक एजाज,अबरार अहमद डाक्टर सल्लू राइनी,मोहम्मद हनीफ खां सहित हजारों संख्या में अकीदतमंद शामिल रहे।
हिन्दी संवाद न्यूज़ से
असगर अली की रिपोर्ट
उतरौला बलरामपुर।
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