मुख्यमंत्री ने वाराणसी में सम्पूर्णानन्द संस्कृत
विश्वविद्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया
 
मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय परिसर स्थित
234 वर्ष पुराने मुख्य भवन का अवलोकन किया

दुर्लभ पाण्डुलिपियों का अवलोकन किया

मुख्यमंत्री ने भारतीय नक्षत्र विद्या, खगोल विद्या तथा ऋषियों
द्वारा किए गए कार्यों पर संग्रहालय बनाये जाने के निर्देश दिये

 गंगानाथ झा छात्रावास में साइकिल स्टैण्ड एवं वाहन स्टैण्ड बनाये जाने,
 स्वच्छता, जर्जर तारों को बदलने सहित अन्य जरूरी कार्य कराने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर एवं
श्री काल भैरव मन्दिर में दर्शन-पूजन किया

लखनऊ : 01 सितम्बर, 2024


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद वाराणसी भ्रमण के अवसर पर सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय का आकस्मिक निरीक्षण कर वहां के विकास कार्यां सहित अन्य गतिविधियों, विभिन्न संकायों, लाइब्रेरी एवं छात्रावासों का गहनता से अवलोकन किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में संरक्षित पौराणिक पाण्डुलिपियों का भी अवलोकन किया। मुख्यमंत्री जी को विश्वविद्यालय के पठन-पाठन सहित अन्य गतिविधियों के सम्बन्ध में विस्तार से अवगत कराया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि भारतीय ज्ञान परम्परा के अति प्राचीन केन्द्र सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक मुख्य भवन में वैदिक वांग्मय के क्रमिक विकास पर 3-डी संग्रहालय का निर्माण किया जाएगा। जिसमें 16 संस्कारों, 64 कलाओं एवं 18 विद्या स्थान को विस्तृत रूप दिया जाएगा। संग्रहालय में ऋषि तुल्य आचार्यों के शोध एवं भारतीय नक्षत्र विद्या के दर्शन होंगे। साथ ही, राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, चौकाघाट को पुनः इस संस्था के संकाय के रूप में परिवर्तित करने के प्रस्ताव को भी स्वीकार कर लिया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने विश्वविद्यालय के कुलपति के प्रस्ताव पर परिसर स्थित 234 वर्ष पुराने मुख्य भवन का अवलोकन किया। उन्होंने भारतीय नक्षत्र विद्या, खगोल विद्या तथा ऋषियों द्वारा किए गए कार्यों पर म्यूजियम बनाये जाने तथा शास्त्रार्थ को इसी भवन में कराये जाने के भी निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री जी ने विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक सरस्वती भवन में संरक्षित ‘रास पंचाध्यायी’, श्रीमद्भगवद्गीता एवं दुर्गासप्तशती सहित अन्य दुर्लभ पाण्डुलिपियों का अवलोकन किया। उन्होंने भारतीय संस्कृति की इन धरोहरों को संरक्षित करने के अभियान को निरन्तर जारी रखने के लिए विश्वविद्यालय के प्रयास की सराहना की।
मुख्यमंत्री जी ने विस्तार भवन में भारत सरकार के सहयोग से राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन के माध्यम से पाण्डुलिपियों के संरक्षण कार्यों का भी अवलोकन किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के शोध छात्रावास एवं गंगानाथ झा छात्रावास का निरीक्षण किया। गंगानाथ झा छात्रावास का गहनता से निरीक्षण कर वहां पर साइकिल स्टैण्ड एवं वाहन स्टैण्ड बनाये जाने, स्वच्छता, जर्जर तारों को बदलने सहित अन्य जरूरी कार्यों को कराए जाने के निर्देश दिए। कुलपति द्वारा मुख्यमंत्री जी को परिसर के सभी विभागों के साइन बोर्ड को संस्कृत भाषा में करने तथा सीवर, ड्रेनेज एवं जर्जर सड़कों को व्यवस्थित कराये जाने के सम्बन्ध में जानकारी दी गई।
इसके उपरान्त, मुख्यमंत्री जी ने श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर एवं श्री काल भैरव मन्दिर में दर्शन-पूजन भी किया।
इस अवसर पर स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल, आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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