सोमवार को दुःखहरण नाथ मन्दिर के परिसर में श्री राम चरित्र मानस कथा के तीसरे दिन का आयोजन बड़े ही धूमधाम के साथ किया जा रहा है। महन्थ मयंक गिरि महाराज,जिला पंचायत सदस्य राम दयाल यादव,और मुख्य यजमान सुरेश आर्य ने दीप प्रज्ज्वलित कर कथा का शुभारम्भ किया। अयोध्या धाम के नया घाट वशिष्ठ भवन से पधारे सन्त सर्वेश जी महाराज ने इस धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत राम भजन से की, जिससे समस्त श्रोताओं का मन भक्तिमय में डूब गया।सन्त सर्वेश जी महाराज ने अपने सुम धुर वचनों से श्रोताओं को माता पार्वती के जन्म और शिव-पार्वती के विवाह की दिव्य कथा सुनाई। उन्होंने महाराज हिमाचल और महारानी मैना देवी के यहां जन्मी माता पार्वती के जीवन का वर्णन भी किया। इसके बाद उन्होंने कामदेव की कथा भी सुनाई, जिसमें इन्द्र देव के द्वारा भगवान शंकर का ध्यान भंग करने के लिए काम देव को भेजा गया। काम देव,अपनी पत्नी रति और पुत्र बसन्त के साथ भोलेनाथ के ध्यान को भंग करने के लिए फूलों के बाण चलाते हैं। तीसरे बाण के प्रभाव से भगवान शंकर क्रोधित होकर अपने तीसरे नेत्र से कामदेव को भस्म कर देते हैं। इसके बाद, रति के द्वारा विनती करने पर शंकर भगवान उसे आश्वासन देते हैं कि कामदेव का पुर्नजन्म भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण के पुत्र प्रद्युम्न के रूप में होगा।शिव-पार्वती के विवाह की कथा सुनाते हुए सन्त महाराज ने शिव की बारात और विवाह का सुन्दर वर्णन किया। कथा के बीच में, सन्त ने श्रोताओं से आग्रह किया कि वे अपने नगर को स्वच्छ रखें और स्वच्छता अभियान में सक्रिय भागी दारी निभाएं। साथ ही,दहेज प्रथा के विरुद्ध अपने विचार रखते हुए उन्होंने कहा कि न तो दहेज लेना चाहिए और न ही देना चाहिए।
श्री राम चरित्र मानस कथा के तीसरे दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। मुख्य अतिथियों में दुःखहरण नाथ मन्दिर के पुजारी त्रिपुरारी गिरि उर्फ शानू  जी,आदर्श नगर पालिका परिषद उतरौला नगर अध्यक्ष प्रतिनिधि अनूप चन्द गुप्ता,अर्पित गुप्ता, मनोज कसेरा, रूपेश गुप्ता,आलोक गुप्ता, नरेंद्र पटवा, संतोष कुमार, श्रवण सोनी, दीपक चौधरी, बब्लू गुप्ता, विशाल गुप्ता, नितिन पंडित, शिवम कौशल, आर्यन गुप्ता सहित तमाम गणमान्य व्यक्ति लोग मौजूद रहे।

         हिन्दी संवाद न्यूज से
        असगर अली की खबर
         उतरौला बलरामपुर। 

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