राम नगरी अयोध्या में निवेश के अवसर बढ़ाने के लिए इको टूरिज्म विकास बोर्ड तथा एसोसिएटेड चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया की कल संयुक्त बैठक होगी
इमर्जिंग अयोध्या की बैठक में अयोध्या को वैश्विक आकर्षण का केन्द्र बनाने के लिए सभी संभावनाओं पर विचार मंथन होगा-जयवीर सिंह
लखनऊ: 20 सितम्बर, 2024
राम नगरी अयोध्या को अध्यात्मिक पर्यटन की दृष्टि से ग्लोबल हब बनाने के लिए कल 21 सितम्बर, 2024 को उ0प्र0 इको टूरिज्म विकास बोर्ड तथा एसोसिएटेड चैम्बर्स ऑफ कामर्स एण्ड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में बैठक आहूत की गई है। इस बैठक में अयोध्या में निवेश की संभावनाओं को तलाशने से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा होगी। राज्य सरकार अयोध्या मंे पर्यटन को बढ़ावा देने तथा भविष्य में बढ़ते पर्यटन की संभावनाओं का दोहन करने के लिए नयी शुरूआत की है। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अयोध्या में वर्ष 2024 की पहली छमाही मंे 11 करोड़ पर्यटकों ने भ्रमण किया।
यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं/पर्यटकों अयोध्या की लोकप्रियता बढ़ने के साथ ही स्थानीय अर्थव्यवस्था भी फल-फूल रही है। स्थानीय निवासियों के लिए नए अवसर पैदा हो रहे हैं। पर्यटकों की आगमन बढ़ने के साथ आवास, भोजन और स्थानीय सेवाओं की मांग में वृद्धि हुई है, जिससे रोजगार और उद्यमिता को बढ़ावा मिला है। उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक पर्यटन क्रांति ने अयोध्या को मुकुट रत्न के रूप में स्थापित किया है। यूपी टूरिज्म ने विश्व के सामने राज्य की अविश्वसनीय क्षमता प्रदर्शित की है। निरंतर निवेश और नवाचार के साथ अयोध्या दुनिया के प्रमुख आध्यात्मिक स्थलों में से एक बनने की ओर अग्रसर है।
श्री जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म विकास बोर्ड और एसोचौम के अधिकारियों के बीच इमर्जिंग अयोध्या बैठक में पर्यटन स्थलों, भविष्य की योजनाओं, निवेश तथा वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने आदि पर मंथन होगा। मीटिंग में अयोध्या को प्रमुख पर्यटन स्थल और निवेश केंद्र के रूप में बढ़ावा देने पर चर्चा होगी। इमर्जिंग अयोध्या में पर्यटन केंद्रित रियल एस्टेट परियोजनाओं और अवसरों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा, बेहतर कनेक्टिविटी और परिवहन के बुनियादी ढांचे के निर्माण की रणनीति, बुनियादी ढांचे को सुविधाजनक बनाने की रणनीति (अपशिष्ट, जल, सीवेज, हरित ऊर्जा प्रबंधन), अगली पीढ़ी के पर्यटन के लिए डिजिटल तकनीक का लाभ उठाने सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि बैठक में पर्यटन आधारित निवेश के लिए वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने, पर्यटन में आतिथ्य और प्रबंधन सहित अन्य रुझान, डेवलपर्स, निवेशकों और सरकारी एजेंसियों के बीच सहयोग को सुविधाजनक बनाना, पर्यटन अवसंरचना विकास के लिए नीतिगत पहल पर चर्चा के साथ अयोध्या की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत वाले शहर के रूप में प्रतिष्ठा बढ़ाने आदि पर गहन विचार विमर्श होगा।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि राज्य में पर्यटकों के लिए बेहतर आतिथ्य सत्कार उपलब्ध कराने एवं पर्यटन के बहुमुखी विकास के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जिसके फलस्वरूप घरेलू पर्यटन के मामले में राज्य देश में पहले स्थान पर है। पर्यटन विभाग विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसके लिए धार्मिक एवं ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों के पसंद के अनुसार बुनियादी सुविधाओं का विकास एवं विस्तार किया जा रहा है। उम्मीद है, ईको टूरिज्म विकास बोर्ड और एसोचौम अधिकारियों के सहयोग से इमर्जिंग अयोध्या का आयोजन सकारात्मक परिणाम लाएगा। इस बैठक में अयोध्या के मंडलायुक्त श्री गौरव दयाल, मेयर गिरीश त्रिपाठी, प्रखर मिश्रा निदेशक पर्यटन, अश्वनी कुमार पाण्डेय उपाध्यक्ष अयोध्या विकास प्राधिकरण तथा एसोचौम के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।
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