बलरामपुर।
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा संचालित भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के जन जागरुकता के लिए गायत्री परिवार जनपद बलरामपुर द्वारा एम एल के पीजी कॉलेज के सभागार में एक प्रचारात्मक व उद्देश्य परक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी की शुरुआत भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के जिला संयोजक श्री गुलाब चन्द भारती, शक्तिपीठ के व्यवस्थापक व ट्रस्टी श्री सतीश चन्द्र मिश्रा, गायत्री परिवार वरिष्ठ सदस्य श्री दिलीप कुमार श्रीवास्तव ,एम एल के पीजी कॉलेज प्राचार्य प्रो जे पी पाण्डेय तथा एम एल के पीजी कॉलेज मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ स्वदेश भट्ट द्वारा दीप प्रज्वलन व मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पाचन करके हुआ। श्री शिवकुमार सिंह जी ने भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा तथा गायत्री मंत्र की महत्ता पर प्रकाश डाला। श्री दिलीप कुमार श्रीवास्तव जी ने भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के उद्देश्य को छात्रों को बताया। विशेष उद्बोधन भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा जिला संयोजक जी ने भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा की संक्षिप्त परिचय व इसकी आवश्यकता पर जोर दिया, उन्होंने बताया अपनी भारतीय संस्कृति व विरासत को बचाएं व जीवंत रखने के उद्देश्य के लिए यह परीक्षा शान्तिकुंज हरिद्वार द्वारा पूरे विश्व भर में आयोजित होती। कार्यक्रम के अंत में श्री सतीश चन्द्र मिश्रा जी ने बताया कि यह परीक्षा आगामी 19 अक्टूबर 2024 को आयोजित होगी तथा सभी विद्यार्थियों को इस परीक्षा में अधिक से अधिक भागीदारी करनी है। गोष्ठी का संचालन डॉ स्वदेश भट्ट जी ने करते हूं अखिल विश्व गायत्री परिवार संस्था का संक्षिप्त परिचय छात्रों के समक्ष प्रस्तुत किया। अंत में विद्यालय के प्राचार्य प्रो जे पी पाण्डेय जी ने इस परीक्षा में बढ़ चढ़ कर भागीदारी करने के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया तथा शुभकामना दिया। कार्यक्रम के समापन में गायत्री परिवार के सदस्यों ने प्राचार्य महोदय व मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष व शिक्षक बन्धुओं को मंत्र दुपट्टा व साहित्य भेंटकर स्वागत सम्मान किया। गोष्ठी का समापन शान्तिपाठ के साथ हुआ। इस गोष्ठी में मनोविज्ञान के अध्यापक बन्धु सहित विभिन्न विभाग के छात्र छात्राएं उपस्थित रहीं।
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