मथुरा/वृंदावन। विश्व बैंक सहायतित 'उत्तर प्रदेश प्रो-पुअर पर्यटन विकास परियोजना' के अंतर्गत रविवार को गीता शोध संस्थान एवं रासलीला अकादमी, वृन्दावन में 105 पोशाक आर्टिसन (लाभार्थियों) को तथा दस वेस्ट फ्लॉवर प्रोडक्ट आर्टिसन (ग्रुप) को किट वितरित की गयीं।
किट वितरण समारोह में विधान परिषद ओमप्रकाश सिंह, जिला पर्यटन व संस्कृति परिषद के सदस्य ठाकुर राजेन्द्र सिंह एडवोकेट, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी इम्तियाज अली, गीता गीता शोध संस्थान के निदेशक डॉ दिनेश खन्ना और कोआर्डिनेटर चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार ने अपने संबोधन में महिलाओं को पोशाक बनाने और मंदिरों में चढे फूलों से अगरबत्ती आदि बनाने में कुशलता हासिल कर आत्म निर्भर बनने का आह्वान किया।
इस अवसर पर मुख्य अथिति ओमप्रकाश सिंह ने उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि इन टूलकिट का उपयोग आजीविका संवर्धन में किया जाय। परियोजना में बनाये गए आर्टिसन सेन्टर का लाभ आने उत्पादों की बिक्री के लिए उठाना चाहिए। सभी आर्टिसन लाभार्थियों को परियोजना के अंतर्गत पूर्व में प्रशिक्षित किया जा चुका है।
इस अवसर पर मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण की ओर से एई सुनील अग्रवाल, जेई विमल कोहली, टीएसयू समन्यवक राकेश गुप्ता, पूर्व परियोजना प्रबंधक डॉ जी एस पांडेय, गीता शोध संस्थान वृंदावन के कोआर्डिनेटर चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार आदि ने किट वितरण कीं।
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*यूज्ड फूलों से बनेगा इत्र, गुलाल धूप-बत्ती, भगवान की पोशाक भी बनाएंगी महिलाएं*
मथुरा। विश्व बैंक सहायतित प्रो पुअर योजना में पोशाक बनाने वाले लाभार्थियों को सिलाई मशीन, कैंची, किट, धागे, स्टूल आदि दिए गये। ये महिलाएं भगवान के पोशाक तैयार कर बिक्री कर सकेंगी। महिलाओं के दस स्वयं सहायता समूह को वेस्ट फ्लावर से प्रोडक्शन का काम सौंपा गया है। जो मशीनें दी गयीं, उनसे यूज्ड फ्लावर से धूप-बत्ती, अगरबत्ती, इत्र, गुलाल तैयार कर ये ग्रुप बाजार में बेच सकेंगी। ये कार्य रतनछत्री वृन्दावन में होगा। गौरा नगर, बिहारीपुरा व जैंत की 105 महिलाएं पोशाक तैयार करेगी।
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