उपराष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री की उपस्थिति में जनपद
गोरखपुर में उ0प्र0 सैनिक स्कूल का लोकार्पण किया

शिक्षा वह माध्यम जो समाज में बदलाव लाती व समानता का अवसर
उत्पन्न करती, साथ ही असमानताओं पर कुठाराघात भी करती : उपराष्ट्रपति

वर्तमान परिदृश्य में वैचारिक दृढ़ता, मूल चिंतन प्रतिबद्धता तथा राष्ट्र
भावना के प्रसार की अत्यंत आवश्यकता, यह तीनों ही गुण प्रधानमंत्री जी में

यह सैनिक स्कूल भावी पीढ़ी के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगा,
मुख्यमंत्री जी का प्रतिबिम्ब हमेशा सैनिक स्कूल की परिच्छाया में दिखेगा

देश में विकास की गंगा बह रही, इसमें मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन
में वर्ष 2017 के पश्चात उ0प्र0 की उत्तम प्रदेश के रूप में गुणात्मक भागीदारी

प्रदेश में अनेक नए कार्य किए गए हैं, जिनकी चर्चा पूरे देश में

चित्तौड़गढ़ सैनिक स्कूल के पुरातन छात्र उपराष्ट्रपति जी
के कर-कमलों से इस सैनिक स्कूल का लोकार्पण : मुख्यमंत्री

यह सैनिक स्कूल भावी पीढ़ियों का भविष्य संवारने में महत्वपूर्ण
भूमिका निभायेगा, यह पूर्वांचल का पहला सैनिक स्कूल

सैनिक संस्थान से निकले छात्र-छात्राएं भविष्य में राष्ट्र
का निर्माण करेंगे एवं विकसित भारत का मार्ग प्रशस्त करेंगे

गोरखपुर सभी पर्यटन केन्द्रों के केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा

अत्याधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर, एक्सप्रेस-वे, सिक्स लेन, फोर लेन
के नवनिर्माण से गोरखपुर व उ0प्र0 की विशिष्ट पहचान बन रही

प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में नये कार्यक्रम आगे बढ़ा रही

01 लाख 34 हजार से अधिक बेसिक स्कूलों को ऑपरेशन कायाकल्प
के माध्यम से बुनियादी सुविधाओं से आच्छादित करने में सफलता प्राप्त

18 मण्डल मुख्यालयों पर 18 आवासीय विद्यालय गत सत्र में प्रारम्भ
किये गये, 57 अन्य जनपदों में भी इस कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा

पी0एम0 श्री के रूप में 1,707 विद्यालयों को बेहतरीन
सुविधाओं से सुसज्जित कर आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा

उपराष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री के साथ नवनिर्मित कक्षाओं, प्ले ग्राउण्ड,
तरणताल, आवासीय परिसर आदि का अवलोकन किया, एकलव्य
शूटिंग रेंज स्थल पर शूटिंग का अभ्यास किया, पौधरोपण किया

सैनिक स्कूल का निर्माण 176 करोड़ रु0 की लागत से 49 एकड़ भूमि में किया गया


लखनऊ : 07 सितम्बर, 2024


    उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की उपस्थिति में आज जनपद गोरखपुर के फर्टिलाइजर कैम्पस में 176 करोड़ रुपये की लागत से 49 एकड़ भूमि में बने उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल का लोकार्पण किया। उन्होंने इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षा वह माध्यम है, जो समाज में बदलाव लाती है व समानता का अवसर उत्पन्न करती है, साथ ही असमानताओं पर कुठाराघात भी करती है। यह सैनिक स्कूल भावी पीढ़ी के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगा। देश व प्रदेश के छात्र-छात्राओं के मन में यहां की पृष्ठभूमि व विरासत सदा विद्यमान रहेगी। मुख्यमंत्री जी का प्रतिबिम्ब हमेशा सैनिक स्कूल की परिच्छाया में दिखेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री जी के आमंत्रण के फलस्वरूप गोरखपुर की धरती पर चित्तौड़गढ़ सैनिक स्कूल के पुरातन छात्र की हैसियत से उद्घाटन समारोह में सम्मिलित होने का अवसर प्राप्त हुआ है।
उपराष्ट्रपति जी ने कहा कि यह सैनिक स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में परिवर्तन की नींव साबित होगी, क्योंकि शिक्षा के बिना समाज में परिवर्तन सम्भव नहीं है। समाज में फैली कुरीतियों पर शिक्षा के माध्यम से ही कुठाराघात किया जा सकता है। शिक्षा की लौ, जिस मंदिर, देश व प्रदेश में जलेगी, वहां अपनी रोशनी से कुरीतियों को दूर कर समाज को प्रकाशमय बनायेगी। वर्तमान परिदृश्य में वैचारिक दृढ़ता, मूल चिंतन प्रतिबद्धता तथा राष्ट्र भावना के प्रसार की अत्यंत आवश्यकता है। यह तीनों ही गुण देश के ओजस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी में है। जो गत दशक से देश को एक ऐसे रास्ते पर ले जा रहे हैं, जिससे पूरी दुनिया हतप्रभ है। दुनिया में भारत की आज अलग पहचान है।
देश में विकास की गंगा बह रही है। इसमें मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में वर्ष 2017 के पश्चात उत्तर प्रदेश की उत्तम प्रदेश के रूप में गुणात्मक भागीदारी है। यह राष्ट्र निर्माण में बहुत बड़ा योगदान है। प्रदेश में अनेक नए कार्य किए गए हैं, जिनकी चर्चा पूरे देश में है। मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रदेश में किये गये चमत्कारिक विकास कार्यां की गूंज प्रत्येक जगह सुनायी देती है। उन्होंने असम्भव कार्यां को सम्भव करके दिखाया है। पहले देश का सबसे बड़ा प्रदेश भय तथा अराजकता की चपेट में था। शासन की शिथिलता के कारण आम आदमी परेशान था। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश में कानून का राज कायम हुआ है। हम सभी को भी भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के महायज्ञ में अपनी आहुति देनी चाहिए।
उपराष्ट्रपति जी ने कहा कि राष्ट्र के प्रति यह सैनिक स्कूल हम सबको समर्पण, दया, प्रेम, अनुशासन, देश की एकता, अखण्डता को अक्षुण्ण बनाएं रखने का मार्ग प्रशस्त करेगा। यह देश के प्रत्येक राज्य को सैनिक स्कूल का निर्माण करने, देश की प्रगति में योगदान देने, राष्ट्रवाद की भावना का प्रसार करने तथा राष्ट्र एकता का संदेश चहुँओर दिशा में प्रसारित करने के लिए प्रेरणा प्रदान करेगा। भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए जो हवन हो रहा है, उसमें हम सभी को योगदान स्वरूप सहयोगात्मक आहुति देनी चाहिए, ताकि हमारा समाज व राष्ट्र विकसित बन सके। असफलता, सफलता का केन्द्र व कुंजी है। असफलता में सफलता की नींव विद्यमान रहती है। शिव शक्ति प्वाइंट पर चन्द्रयान-3 की सफलता की नींव चन्द्रयान-2 की असफलता में विद्यमान थी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने उपराष्ट्रपति जी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि 03 वर्ष की अल्प अवधि में बनकर तैयार हुआ यह सैनिक स्कूल भावी पीढ़ियों का भविष्य संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। 176 करोड़ रुपये की लागत से बना यह पूर्वांचल का पहला सैनिक स्कूल है। इसमें कक्षा 06 से 12 तक छात्र-छात्राओं को आवासीय शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। यह सैनिक स्कूल जीवन के कर्तव्यों का बोध कराने में सहायक सिद्ध होगा। सैनिक संस्थान से निकले छात्र-छात्राएं भविष्य में राष्ट्र का निर्माण करेंगे एवं विकसित भारत का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
देश में पहला सैनिक स्कूल तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ0 सम्पूर्णानंद जी ने वर्ष 1960 में लखनऊ में स्थापित किया था। तत्पश्चात 1961 में देश के तत्कालीन रक्षा मंत्री ने 05 नए सैनिक स्कूल भी प्रारंभ किये थे। हमारा सौभाग्य है कि वर्ष 1962 से वर्ष 1969 की अवधि में चित्तौड़गढ़ सैनिक स्कूल के पुरातन छात्र उपराष्ट्रपति जी के कर-कमलों द्वारा इस सैनिक स्कूल का लोकार्पण किया जा रहा है।
गोरखपुर पौराणिक व ऐतिहासिक कालखण्ड से ही महत्वपूर्ण जनपद रहा है। यह महायोगी गुरु गोरक्षनाथ की पावन साधना स्थली है। यह गीता प्रेस के माध्यम से देश-दुनिया में सनातन हिन्दू धर्म साहित्य के प्रचार-प्रसार का महत्वपूर्ण केन्द्र है। देश की आजादी के प्रथम स्वातंत्र्य समर के दौरान शहीद बन्धु सिंह के नेतृत्व में अनेक क्रान्तिकारियों ने विदेशी हुकूमत की जड़ों को हिलाने का काम किया था। भारत के ऐतिहासिक और पौराणिक दृष्टिकोण से गोरखपुर की पावन भूमि प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है। गोरखपुर सभी पर्यटन केन्द्रों के केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है, जो शिक्षा, व्यापार, चिकित्सा, उद्यमिता के क्षेत्र में अप्रत्याशित वृद्धि कर आस-पास के जनपदों की प्रेरणा के रूप में उभर कर आगे आकर सबका ध्यान आकर्षित कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस सैनिक स्कूल में छात्र-छात्राओं हेतु अलग-अलग कैम्पस के साथ-साथ देश के पहले सी0डी0एस0 जनरल बिपिन रावत के नाम पर ऑडिटोरियम का निर्माण किया गया है। कारगिल में शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा के नाम पर मल्टी परपज हॉल, एकलव्य शूटिंग रेंज एवं तरणताल का निर्माण भी किया गया है। उक्त परिसर में प्राचीन भारतीय सस्ंकृति एवं परम्परा के आधार पर प्रशासनिक भवन बनाया गया है। इसके अन्तर्गत 20 कक्षाएं, 04 प्रयोगशालाएं, डायनिंग हॉल, बहुउद्देशीय हॉल, कॉन्फ्रेन्स हॉल भी स्थित है। ऑडिटोरियम की क्षमता 1,014 सीटां की है। इसके अन्तर्गत ध्यान केन्द्र हेतु योग सेन्टर, इण्डोर शूटिंग रेंज, स्विमिंग पूल और सी0एस0डी0 कैन्टीन की सुविधाएं भी उपलब्ध है।
शहीद भगत सिंह, पं0 राम प्रसाद बिस्मिल, बन्धु सिंह और वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर विद्यार्थियों के लिए आवासीय सदन का निर्माण किया गया है। अन्नपूर्णा भवन में विद्यार्थियों के लिए प्रतिदिन स्वच्छ एवं स्वास्थ्यवर्धक विशेष भोजन की व्यवस्था भी की जायेगी। सैनिक स्कूल में विद्यार्थियों की मानसिक एवं शारीरिक क्षमता बढ़ाने के लिए निश्चित समय अन्तराल पर विविध खेलकूद की प्रतिस्पर्धाएं आयोजित की जायेंगी। इसके लिए विभिन्न खेलों के दृष्टिगत बास्केटबॉल कोर्ट, वॉलीबॉल कोर्ट, फुटबॉल ग्राउण्ड, टेनिस कोर्ट, बैडमिण्टन कोर्ट आदि का निर्माण किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज और एम्स, गोरखपुर प्रतिदिन नये कीर्तिमान स्थापित करते हुए चिकित्सीय सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। चीनी मिलों से गन्ना किसानों को अप्रत्याशित लाभ मिल रहा है। अत्याधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर, एक्सप्रेस-वे, सिक्स लेन, फोर लेन के नवनिर्माण से गोरखपुर व उत्तर प्रदेश की विशिष्ट पहचान बन रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, निवेश, उद्यमिता के क्षेत्र में गोरखपुर निरन्तर आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में नये कार्यक्रम आगे बढ़ाने की दिशा में अग्रसर है। प्रदेश में बेसिक शिक्षा द्वारा संचालित 01 लाख 56 हजार से अधिक स्कूल हैं। इन स्कूलों में वर्ष 2017 से पूर्व बुनियादी सुविधाओं का अभाव था। वर्ष 2017 के पश्चात अब तक 01 लाख 34 हजार से अधिक बेसिक शिक्षा के स्कूलों को ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से बुनियादी सुविधाओं से आच्छादित करने में सफलता प्राप्त की है। प्रदेश में निर्माण श्रमिकों के बच्चों तथा कोविड कालखण्ड में निराश्रित हुए बच्चों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त स्कूल तथा इन्टीग्रेटेड कॉम्प्लेक्स बनाये गये। जहां पहली से 12वीं कक्षा तथा उच्च शिक्षा के लिए अच्छे केन्द्र विकसित कर सकें। पहले चरण में 18 मण्डल मुख्यालयों पर ऐसे 18 आवासीय विद्यालय गत सत्र में प्रारम्भ किये गये हैं, 57 अन्य जनपदों में भी इस कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है। पी0एम0श्री के रूप में बेसिक तथा माध्यमिक शिक्षा के 1,707 विद्यालयों को बेहतरीन सुविधाओं से सुसज्जित कर आगे बढ़ाने का कार्य भी किया जा रहा है।
माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती गुलाब देवी ने अपने सम्बोधन में कहा कि 03 वर्ष की अल्प अवधि में बनकर तैयार हुआ यह सैनिक स्कूल भावी पीढ़ियों का भविष्य संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। देश की सुरक्षा और अनुशासन के प्रतीक के रूप में उभरकर राष्ट्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करेगा। यह सैनिक स्कूल छात्र-छात्राओं में अनुशासन व नैतिक उत्थान में सहयोगी होगा एवं राष्ट्रप्रेम की भावना से ओतप्रोत होकर देश की एकता का मार्ग प्रशस्त करेगा।
 इसके पूर्व, उपराष्ट्रपति जी ने मुख्यमंत्री जी के साथ नवनिर्मित कक्षाओं, प्ले ग्राउण्ड, तरणताल, आवासीय परिसर आदि का अवलोकन किया। तत्पश्चात एकलव्य शूटिंग रेंज स्थल पर शूटिंग का अभ्यास भी किया। पर्यावरण को स्वच्छ और सुन्दर बनाने के दृष्टिकोण से पौधरोपण कर प्रकृति को हरा-भरा रखने का संदेश दिया। मुख्यमंत्री जी द्वारा उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ एवं उनकी धर्मपत्नी डॉ0 सुदेश धनखड़ को अंग वस्त्र तथा टेराकोटा शिल्पकला से निर्मित श्री गणेश की प्रतिमा भेंट की गयी।
इस अवसर पर केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री श्री कमलेश पासवान, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संदीप सिंह, सांसद श्री रवि किशन शुक्ला, महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती साधना सिंह, विधायकगण श्री फतेह बहादुर सिंह, श्री विपिन सिंह, श्री प्रदीप शुक्ला, श्री सरवन निषाद, श्री महेन्द्र पाल सिंह, डॉ0 विमलेश पासवान, श्रीराम चौहान, विधान परिषद सदस्य डॉ0 धर्मेन्द्र सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह एवं माध्यमिक शिक्षा श्री दीपक कुमार, प्रधानाचार्य कर्नल राजेश सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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