शासकीय एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वन को लेकर डीएम का निरीक्षण, लगातार जारी। 
डीएम ने ब्लाक, सीएचसी, पशु चिकित्सालय, पंचायत भवन, प्राइमरी स्कूल, पेयजल टंकी तथा ग्राम में कराये विकास कार्यों का किया निरीक्षण। 
लापरवाही बरतने एवं कराये गये विकास कार्यों का ब्यौरा एवं दस्तावेज न दिखाने पर डीएम ने की बड़ी कार्यवाही, पंचायत सचिव निलम्बित तथा बीडीओ को कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश। 

जल जीवन मिशन के तहत निर्माणाधीन पेयजल टंकी एवं पंचायत भवन धमौली में कराये जा रहे कार्यों की तकनीकी जांच के आदेश। 
शासकीय योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन, कल्याणकारी योजनाएं पात्रों तक पहुंचें तथा सरकारी दफ्तरों में अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति के साथ-साथ जनसामान्य को योजनाओं का लाभ मिले, इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा लगातार निरीक्षण किये जा रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने विकासखण्ड कार्यालय श्रीदत्तगंज, पशुचिकित्सालय श्रीदत्तगंज, सामुदाियक स्वास्थ्य केन्द्र श्रीदत्तगंज, प्राथमिक विद्यालय व आंगनवाड़ी केन्द्र ग्राम धमौली, जलजीवन मिशन के तहत निर्माणाधीन पेयजल टंकी, पंचायत भवन ग्राम पंचायत धमौली तथा ग्राम पंचायत धमौली में कराये गये विकास कार्यों का निरीक्षण किया। वहीं शासकीय कार्यों में लापरवाही, निर्देश के बावजूद कराये गये कार्यों का ब्यौरा एवं अभिलेख प्रस्तुत न करने पर पंचायत सचिव ग्राम पंचायत धमौली रंजीत कुमार को निलम्बित करने, खण्ड विकास अधिकारी श्रीदत्तगंज को कारण बताओ नोटिस जारी करने तथा ग्राम पंचायत धमौली में विगत 02 वर्षों में ग्राम धमौली मे कराये गये विकास कार्यों की जांच के आदेश दिए हैं।
       निरीक्षण के लिए जिलाधिकारी सबसे पहले ब्लॉक कार्यालय श्रीदत्तगंज पहुंचे। वहां पर उन्होंने प्रेरणा कैन्टीन, मनरेगा सेल, राष्ट्रीय आजीविका मिशन, क्षेत्र पंचायत सेल आदि का निरीक्षण किया। प्रेरणा कैन्टीन के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी को बताया गया कि तीन माह पहले ट्रेनिंग हुई थी, जिसका पैसा अभी तक नहीं मिला है। इस पर जिलाधिकारी ने डीसी एनआरएलएम को निर्देशित किया कि 20 सितम्बर तक भुगतान कराकर उन्हें अवगत कराएं। मनरेगा सेल एवं क्षेत्र पंचायत के निरीक्षण में निर्देशित किया कि जो भी राशियां पड़ी हुई हैं उनका नियमानुसार व्यय कर लिया जाय। ग्रामीण आजीविका मिशन पटल के निरीक्षण में ब्लाक मिशन मैनेजर जिलाधिकारी को मिशन से सम्बन्धित कोई जानकारी नहीं दे पाये। इस पर जिलाधिकारी ने बीएमएम की सेवाएं समाप्त करने के लिए नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। ब्लॉक परिसर में जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए नाली सोकपिट बनवाकर रिपोर्ट देने के निर्देश बीडीओ को दिए हैं। 

ब्लॉक का निरीक्षण करने के बाद जिलाधिकारी ने पशु चिकित्सालय का निरीक्षण किया। वहां पर फार्मासिस्ट गैरहाजिर मिले तथा उपस्थित चिकित्सक जिलाधिकारी को कोई जानकारी नहीं दे सके। जिलाधिकारी ने वहां पर दवाओं का स्टॉक रजिस्टर, उपचारित मवेशियों का विवरण आदि की जानकारी ली। इसके बाद जिलाधिकारी सीधे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र श्रीदत्तगंज पहंुचे। वहां पर जिलाधिकारी ने अस्पताल में आए मरीजों से बात की तथा उन्हें दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में उनसे पूछा। जिलाधिकारी ने इलाज के लिए आये मरीज सहदेव से इलाज के बारे में पूछा जिस पर उसके द्वारा बताया गया कि उसे निःशुल्क इलाज मिल रहा है। अस्पताल में जिलाधिकारी ने कोल्ड चेन, पैथालोजी, इमरजेन्सी वार्ड, दवाओं के स्टोर, आयुष्मान कार्ड कक्ष, एन्टी स्नैक वेनम एवं एन्टी रैबीज वेनम की उपलब्धता, वाटर कूलर, तीमारदारों के बैठने के लिए बेन्चेज आदि का निरीक्षण किया। निरीक्षण में आवश्यक 190 दवाओं के सापेक्ष 183 दवाएं स्टॉक में मिलीं। जिलाधिकारी ने दवाओं का इन्डेन्ट न करने पर सीएचसी अधीक्षक को कड़ी फटकार लगाई तथा समय से दवाओं का इन्डेन्ट करने के निर्देश दिए। तीमारदारों के लिए बेन्चों की संख्या बढ़ाने एवं मरीजों को शासन की मंशानुसार स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने में किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरतने की नसीहत दी। 
सीएचसी का निरीक्षण करने के बाद जिलाधिकारी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में अनुसार ग्राम धमौली पहुंचे। वहां पर उन्होंने प्राथमिक विद्यालय धमौली में पढ़ रहे बच्चों के बीच जाकर उनसे बात की शिक्षा की गुणवत्ता जांचने के लिए बच्चों से पाठ पढ़वाया। विद्यालय परिसर गंदा, नल टूटा हुआ तथा शिक्षा की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं पाई गई। विद्यालय परिसर में डम्प की गई सरिया व जर्जर भवन को देखकर नाराज जिलाधिकारी ने प्रधानाध्यापक, पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान को कड़ी फटकार लगाई तथा तत्काल विद्यालय कैम्पस से सरिया हटवाने के निर्देश दिए। डीएम ने जर्जर भवन के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही कराकर बच्चों के लिए खेलकूद का मैदान बनवाने के निर्देश दिए हैं। छात्र-छात्राओं के पंजीकरण एवं उसके सापेक्ष उपस्थित बच्चों की संख्या के निरीक्षण में पाया गया कि पंजीकृत 61 छात्रों के सापेक्ष मात्र 31 बच्चे ही उपस्थित हैं इस पर जिलाधिकारी ने बीएसए को जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने निर्देश दिए हैं। आंगनवाड़ी केन्द्र के निरीक्षण में जिलाधिकारी को स्थिति संतोषजनक मिली। वहां पर बच्चों ने जिलाधिकारी द्वारा पूछे सवालों का संतोषजनक जवाब दिया। 
आंगनवाड़ी केन्द्र का निरीक्षण करने के बाद डीएम ने बगल में ही जल जीवन मिशन के तहत निर्माणाधीन पानी की टंकी एवं पचायत भवन का निरीक्षण किया। निरीक्षण में पंचायत भवन परिसर में निर्माधाणीन सामुदायिक शौचालय का कार्य मानकविहीन एवं अधूरा पाया गया। इस पर जिलाधिकारी ने पंचायत भवन में कराये गये कार्यों की तकनीकी जांच के आदेश दिये हैं। इसी प्रकार पेयजल टंकी के निर्माण में घटिया गुणवत्ता की ईंटें प्रयोग की जा रही थीं। डीएम ने इसकी भी तकनीकी जांच के आदेश दिये हैं। इसके बाद डीएम ग्राम धमौली में कराये गये विकास कार्यों की जांच के लिए पहंुचे। वहां पर उन्होंने कराये गये इंटरलाकिंग कार्य का अभिलेख, आगणन आदि की पत्रावली दिखाने के लिए बीडीओ एवं सेक्रेटरी को निर्देशित किया जिस पर पंचायत सचिव डीएम को कराये गये कार्यों का कोई दस्तावेज डीएम को नहीं दिखा सका तथा कराये गये कार्य का बोर्ड भी सचिव द्वारा नहीं लगवाया गया था। इस पर जिलाधिकारी पंचायत सचिव रंजीत कुमार को निलम्बित करने, खण्ड विकास अधिकारी श्रीदत्तगंज को कारण बताओ नोटिस जारी करने तथा ग्राम पंचायत धमौली में विगत 02 वर्षों में कराये गये सभी विकास कार्यों की जांच के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि विकास कार्यों में भ्रष्टाचार अथवा लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा कल्याणकारी योजनाएं पात्रों तक बिना किसी परेशानी के पहुंचें इसके लिए सभी विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।
निरीक्षण के दौरान पीडी डीआरएडीए, बीडीओ श्रीदत्तगंज सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। 
    
       हिन्दी संवाद न्यूज़ से
       वी. संघर्ष की रिपोर्ट
          9452137917
           बलरामपुर। 

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